दरभंगा एयरपोर्ट से जुड़े फैक्ट्स आपको चौंकाएंगे इंडियन एयरफोर्स से भी कनेक्शन

Darbhanga Airport: दरभंगा एयरपोर्ट से दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद, बेंगलुरु, कोलकाता और पटना जैसे शहरों के लिए नियमित उड़ानें हैं. अभी प्रतिदिन 10 विमानों की सेवा है. आने वाले समय में इस हवाई अड्डे को अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे में बदलने की योजना है, जिससे यहां से विदेशों के लिए भी उड़ानें शुरू हो सकेंगी. ऐसे में आइये दरभंगा एयरपोर्ट से जुड़े कुछ और तथ्य जान लीजिये.

दरभंगा एयरपोर्ट से जुड़े फैक्ट्स आपको चौंकाएंगे इंडियन एयरफोर्स से भी कनेक्शन
हाइलाइट्स उत्तर बिहार सहित पूरे बिहार के लिए गेमचेंजर साबित होगा दरभंगा एयरपोर्ट. जानिए बन जाने के बाद कैसा होगा और क्या-क्या सहूलियत मिलेगी आपको. पटना. बिहार का दरभंगा एयरपोर्ट अयोध्या मॉडल पर होगा. इसमें 40 चेक-इन काउंटर और चार कनवेयर बेल्ट होंगे और हवाई अड्डे की वार्षिक यात्री क्षमता 43 लाख होगी. बता दें कि बीते 20 अक्टूबर को जब पीएम नरेंद्र मोदी ने वाराणसी से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से दरभंगा एयरपोर्ट के नये सिविल एन्क्लेव का शिलान्यास किया. दरभंगा हवाई अड्डा की इस नई परियोजना के लिए 912 करोड़ रुपये की लागत आएगी. 54 एकड़ भूमि पर बनने वाला यह एयरपोर्ट 24 एकड़ के रनवे और 14 विमानों की पार्किंग क्षमता के साथ अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा. यह प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद ना केवल उत्तर बिहार बल्कि पूरे बिहार के लिए भी गेम चेंजर साबित होगा. इस बीच हम दरभंगा एयरपोर्ट से जुड़े कुछ तथ्य ऐसे लाए हैं जिसे जानना चाहिये. बता दें कि दरभंगा एयरपोर्ट के नये टर्मिनल के लिये राज्य की नीतीश सरकार ने 76.65 एकड़ भूमि भारत सरकार को उपलब्ध करा दी है. सीएम नीतीश कुमार ने वादा किया है कि इस एयरपोर्ट के निर्माण कार्य में और जो भी सहयोग की आवश्यकता होगी, राज्य सरकार करेगी. बता दें कि दरभंगा हवाई अड्डा के निर्माण के लिए बिहार सरकार ने कुल 76.85 एकड़ जमीन भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण को हस्तांतरित किया है. वर्तमान में इस हवाई अड्डा पर विमान से प्रत्येक दिन 1500 यात्री जाते हैं एवं 10 विमान की सेवा संचालित है. अब इसे बढ़ाकर 50 किया जाना है. गौरतलब है कि नवंबर 2020 में नागर उड़ानों की शुरूआत के बाद से दरभंगा में हवाई यातायात 21,66,567 यात्रियों को पार कर गया है. भारतीय वायुसेना के अधीन है दरभंगा एयरपोर्ट यहां यह भी बता दें कि दरभंगा हवाई अड्डा भारतीय वायुसेना के अधीन है और भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण भारतीय वायुसेना से पट्टे पर ली 4.72 एकड़ भूमि पर एक अंतरिम सिविल एन्क्लेव कार्यरत है. वर्तमान में रनवे 9,000 फीट है जिसे बढ़ाकर 12000 फीट किया जाना है. वर्तमान 1,400 वर्गमीटर टर्मिनल भवन का विस्तार 51800 वर्गमीटर में किया जाना है. नये टर्मिनल बिल्डिंग की मुख्य विशेषताएं जानिए नये टर्मिनल भवन का निर्माण बेसमेंट सहित कुल 51,800 वर्गमीटर क्षेत्र में प्रस्तावित है, जो व्यस्ततम समय के दौरान 3000 यात्रियों और प्रति वर्ष 30 लाख यात्रियों की सेवा करने के लिए सुसज्जित होगा. इसके अतिरिक्त, नये टर्मिनल भवन के विस्‍तार के लिए मल्टी लेवल कार पार्किंग, सर्विस ब्लॉक आदि जैसे सहायक भवनों के निर्माण की भी योजना है. कन्वेयर बेल्ट और कोड-सी पार्किंग की होगी सुविधा यहां यात्रियों के लिए 40 चेक-इन काउंटर, 14 सेल्फ-चेक-इन कियोस्क, 12 ऑटोमेटिक ट्रे-रिट्रीवल प्रणाली, 30 डोर फ्रेम्ड मेटल डिटेक्टर मशीन, पांच एयरोब्रिज, आगमन हॉल में चार कन्वेयर बेल्ट जैसी सुविधाओं की योजना है. पहले चरण में कोड-सी प्रकार के सात विमानों की पार्किंग के लिए एक एप्रन का भी प्रस्ताव किया गया है. Tags: Bihar News, Darbhanga Airport, Darbhanga newsFIRST PUBLISHED : October 21, 2024, 18:17 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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