शाश्वत सिंह/झांसी. बुंदेलखंड की जलवायु ऐसी है जहां फसल उगाना बड़ी मेहनत का काम होता है. ऐसे माहौल में फूलों की खेती करने के बारे में तो कोई सोच भी नहीं सकता. यह लगभग नामुमकिन माना जाता है. लेकिन, झांसी के एक किसान ने इस नामुमकिन को मुमकिन कर दिखाया है. झांसी के रहने वाले अमित सिंह ने जरबेरा फूल की खेती शुरु कर दी है. वह पिछ्ले कई सालों से यह खेती कर रहे हैं.
चैलेंज के तौर पर शुरु की खेती
लोकल 18 से खास बातचीत में अमित सिंह ने बताया कि जरबेरा की खेती करना आसान नहीं था. उनके पिता पहले बीज विकसित करने का काम करते थे. फूलों की खेती को उन्होंने एक चैलेंज की तरह लिया था. उन्होंने जरबेरा की खेती शुरु कर दी. इसके लिए एक पॉलीहाउस का निर्माण करवाया. पॉलीहाउस में सभी आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करते हुए उन्होंने खेती को आगे बढ़ाया. आज वह लगभग 8 एकड़ में यह खेती करते हैं.
हर सीजन में 10 लाख तक की कमाई
अमित सिंह ने बताया कि 1 एकड़ के लिए पॉलीहाउस तैयार करने मे 70 लाख रुपए तक का खर्च आता है. सरकार लगभग आधी धनराशी विभिन्न योजनाओं के माध्यम से देती है. उन्होंने बताया कि यह फूल शादी और अन्य कार्यक्रमों में बड़ी संख्या में इस्तेमालहोता है. 1 एकड़ में लगभग 25000 फुल पैदा होते हैं. इन्हें वह कई मशहूर वेडिंग डेस्टिनेशंस के साथ ही विदेश में भी एक्सपोर्ट करते हैं. हर सीजन में 10 से 12 लाख रुपए तक की कमाई हो जाती है.
Tags: Agriculture, Local18FIRST PUBLISHED : May 15, 2024, 16:59 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed