यूनुस के काबू में नहीं बांग्लादेशी फौज भारत के साथ सैन्य रिश्तें बदस्तूर जारी
यूनुस के काबू में नहीं बांग्लादेशी फौज भारत के साथ सैन्य रिश्तें बदस्तूर जारी
India Bangladesh relation: बांग्लादेश का भले ही चीन और पाकिस्तान की तरफ झुकाव बढ़ रहा है. इस बात को वह बदल नहीं सकता की तीन तरफ से वह भारत से घिरा है. भारत के खिलाफ किसी भी तरह की सैन्य कार्रवाई उसके लिए घातक ही होगी. लेहाजा बांग्लादेशी सेना अपने रिश्तें भारतीय सेना के साथ मजबूत बनाए हुए है. सैन्य सहयोग के तहत आज भी सैन्य ट्रेनिंग जारी है. भारत ने किसी भी तरह का कोई बैन बांग्लादेश पर नहीं लगाया है. पाकिस्तान की शह पर यूनुस सरकार ने जज ट्रिनंग कार्यक्रम पर जरूर रोक लगा दी है.
India Bangladesh relation: बांग्लादेश की अंतरिम यूनुस सरकार ने भारत में आयोजित जजों के ट्रेनिंग कार्यक्रम में भागिदारी को रद्द कर दिया. मध्य प्रदेश की राष्ट्रीय न्यायिक अकादमी और राज्य न्यायिक अकादमी में 50 जज शामिल होने वाले थे. ऐसा होगा इसकी पहले से ही उम्मीद थी. भारतीय फंडेड कार्यक्रम को भले ही बांग्लादेश रोक रहा है. डिफेंस एक्सचेंज प्रोग्राम पर हाथ डालने की हिम्मत बांग्लादेश की यूनुस सरकार नहीं जुटा पा रही है. बांग्लादेश के साथ कूटनीतिक रिश्ते भले ही खराब दौर से गुजर रहे हैं. सामरिक रिश्तों पर इसका कोई असर फिलहाल नहीं दिख रहा है. विजय दिवस के मौके पर भी बांग्लादेश के सैन्य अधिकारी और मुक्तियोद्धा को कोलकाता आए थे. अब भारतीय सेना के 3 अफसर मिलिट्री एक्स्चेंज कोर्स करने लिए ढाका पहुंच चुके हैं. पाकिस्तान की एंट्री वहां कि सरकार भले ही करा रही हो. भारत को एग्जिट कराने की हिम्मत नहीं जुटा पा रही है. बांग्लादेश के सेना प्रमुख जनरल वकार-उज-जमां एक बयान में कहा था कि ऐसा कोई भी कदम नहीं उठाया जाएगा, जिससे भारत के रणनीतिक हित को चोट पहुंचे. भारत अहम पड़ोसी है.
ट्रेनिंग कोर्स का दौर बदस्तूर जारी
भारत अपने मित्र देशों की सेना को साथ डिफेंस एक्सचेंज कार्यक्रम को जारी रखती है. भारत अपने सैनिकों को उनके देश अलग अलग सैन्य कोर्स करने के लिए भेजती है. वह देश भी अपने सैनिकों को भेजती रहती है. बांग्लादेश के साथ अभी भी इस तरह के रिश्ते कायम है. बांग्लादेश के सैन्य अफसर भारत में अलग अलग तरह के सैन्य कोर्स को करने के लिए आते रहते हैं. अगर हम पिछले 5 साल के आंकड़ों पर नजर डालें तो साल 2019-20 में 37 बांग्लादेशी अफसर भारतीय सेना के अलग अलग ट्रेनिंग कोर्स में शामिल हो चुके हैं. इसी तरह से साल 2021-22 में 62, साल 2022-23 में 52, साल 2023-24 में 30 और साल 2024-25 के कैलेंडर वर्ष में 41 बांग्लादेशी सेना के अफसरों को भारत में ट्रेनिंग ले चुके हैं. भारतीय सेना का कैलेंडर ईयर 1 जुलाई से 30 जून तक होता है. अगला बैच के आने में अभी थोड़ा वक्त है. इसी तरह से साल 2021-22 में 3 भारतीय सेना के अफसर भी बांग्लादेश सेना के अलग अलग कोर्स को करने गए. साल 2022-23 में 3, साल 2023-24 में 15और साल साल 2024-25 में 11 भारतीय सैन्य अधिकारियों ने बांग्लादेशी सेना को कोर्स को ज्वाइन किया.
बांग्लादेश गए भारतीय अफसर
पिछले हफ्ते ही भारतीय सेना के तीनों अंगों के कुल तीन अफसर कोर्स करने के लिए ढाका रवाना हुए. नेशनल डिफेंस कोर्स, हायर कमांड कोर्स के अलवा कई अलग अलग कोर्स को करने भारतीय सेना भी जाती है. बांग्लादेश सेना की दो महिला कैडेट तो आज भी ओटीए चेन्नई में ट्रेनिंग ले रही है. सेना के सूत्रों के मुताबिक भारत सेना के 4 अधिकारी बांग्लादेश के मिलिट्री इन्स्टिट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी में अधिकारियों को कंप्यूटर ट्रेनिंग दे रहे हैं.
अक्टूबर में भारतीय सेना का बांग्लादेश दौरा प्रस्तावित
भारत और बांग्लादेश के बीच सैन्य अभ्यास भी लंबे समय से जारी है. इसी साल अक्टूबर में सम्प्रीति सैन्य अभ्यास प्रस्तावित है. यह सैन्य अभ्यास का 12वां संस्करण है. एक साल यह अभ्यास भारत में आयोजित होता है एक बार बांग्लादेश में. साल 2023 में भारत और बांग्लादेश की सेना के बीच अभ्यास मेघालय के इमरोई में आयोजित की गई थी. यह अभ्यास मजबूत द्विपक्षीय रक्षा सहयोग पहल का प्रतीक है. इस अभ्यास की शुरुआत 2009 में असम के जोरहाट से हुई थी. 14 दिनों के लिए निर्धारित संप्रति-XI में दोनों पक्षों के लगभग 350 जवान शामिल हुए थे. अब देखना दिलचस्प होगा कि यूनुस इस रिश्ते में जहर घोलने के लिए किस हद तक गिरते हैं.
Tags: Bangladesh, Bangladesh news, Indian armyFIRST PUBLISHED : January 8, 2025, 18:33 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed