चंबल नदी ने तोड़ा रिकॉर्ड: जलस्तर पहुंचा 170 मीटर पार गांवों में घुसा पानी छतों पर डाला डेरा
चंबल नदी ने तोड़ा रिकॉर्ड: जलस्तर पहुंचा 170 मीटर पार गांवों में घुसा पानी छतों पर डाला डेरा
चंबल नदी का जलस्तर अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंचा: राजस्थान में चंबल नदी (Chambal River) बेकाबू हो गई है. चंबल नदी का जलस्तर (Water level) करौली जिले में अब तक के सभी रिकॉर्ड तोड़ते हुये 170.050 मीटर के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है. इससे चंबल का पानी दर्जनों गांवों में घुस गया है. लोगों को घर खाली करके या छतों पर शरण लेनी पड़ रही है या फिर उन्हें प्रशासन की ओर से बनाये गये शिविरों में जाना पड़ा रहा है. पढ़ें चंबल नदी के रौद्र रूप से जुड़े सभी अपडेट.
करौली. चंबल नदी (Chambal River) ने राजस्थान के करौली जिले में रौद्र रूप धारण कर लिया है. कोटा बैराज से पानी की भारी निकासी के चलते करौली जिले में चंबल नदी के जलस्तर ने अब तक के सभी रिकॉर्ड तोड़ (All records break ) दिये हैं. करौली जिले में चंबल नदी अपने खतरे के निशान से पांच मीटर ऊपर पहुंच गई है. वर्तमान में चंबल नदी का जलस्तर 170.050 मीटर पर पहुंच गया है. इससे पहले 23 अगस्त 1996 को चंबल नदी का जलस्तर 169.960 मीटर पर पहुंचा था. करौली में चंबल नदी के खतरे का निशान 165 मीटर पर है. इस बार चंबल ने अपना 26 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. इससे दर्जनों गांवों पर बाढ़ का खतरा मंडराया हुआ है. कई गांवों में चंबल नदी का पानी भर जाने के कारण लोगों को छतों पर शरण लेनी पड़ रही है.
प्रशासन हालात पर नजर बनाये हुये है. गुरुवार को तड़के चंबल का जल स्तर लगातार बढ़ते हुए 170.050 मीटर तक जा पहुंचा. इससे करणपुर-मण्डरायल इलाके के दर्जनों गांवों के हजारों ग्रामीणों के लिए चंबल आफत बन गई. चंबल के बढ़ते जलस्तर को देखते हुये मण्डरायल-करणपुर इलाके में नदी के तटवर्तीय गांवों में बाढ़ के हालात बने हुए हैं. करीब एक दर्जन गांवों और ढाणियों को खाली कराया जा चुका है. इलाके के 50 से अधिक गांवों के रास्ते बंद हो गये हैं. कसेड की पुलिया पर लगभग 15 से 20 फीट पानी होने से बिजली के पोल और तार पानी में डूबे हुए हैं. इससे करणपुर-रोधई सहित क्षेत्र के दर्जनों गांवों में तीन दिन से बिजली आपूर्ति ठप है.
प्रशासन जुटा है ग्रामीणों को रेस्क्यू करने में
कोटा बैराज से भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने की सूचना पर मंगलवार सुबह से ही प्रशासन ने गांवों को खाली कराना शुरू कर दिया था. बचाव दलों ने करणपुर और मण्डरायल के तटवर्तीय एक दर्जन गांव-ढाणी खाली कराकर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया. मण्डरायल, कसेड, रोधई और महाराजपुरा में राहत शिविर बनाए गए हैं. पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों के साथ एसडीआरएफ और सिविल डिफेंस टीम ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने में जुटी हैं. बुधवार को जिला कलक्टर अंकित कुमार सिंह ने भी प्रभावित इलाके का दौरा कर हालात जाने थे.
कई गांवों में अफरातफरी का माहौल रहा
बुधवार को भी दिनभर चंबल का स्तर खतरे के निशान से काफी ऊपर बना रहा. इससे चंबल किनारे बसे गांव-ढाणियां पानी में डूबे रहे. लगातार बढ़ते जल स्तर के कारण वहां के लोगों ने अपने घरों को खाली कर दिया था. कुछ लोग मवेशियों और घर के सामान के साथ गांवों में ऊंचाई वाले स्थानों पर डटे रहे. चंबल नदी के जल स्तर में और इजाफा होने से महाराजपुरा पंचायत के गांवों-ढाणियों में अफरातफरी की स्थिति बनी रही. लोग घरों को खाली करके घरेलू सामान सहित महाराजपुरा के अटल सेवा केन्द्र , पुलिस चौकी और वन विभाग की चौकी में बनाए गए राहत शिविरों में शरण लेने को पहुंचे.
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Tags: Chambal River, Flood alert, Karauli news, Rajasthan newsFIRST PUBLISHED : August 25, 2022, 15:51 IST