झुंझुनूं के श्मशान में जिंदा हुए शख्स की जयपुर में हुई मौत पढ़ें पूरा केस
झुंझुनूं के श्मशान में जिंदा हुए शख्स की जयपुर में हुई मौत पढ़ें पूरा केस
Jaipur News : झुंझुनूं में पोस्टमार्टम के बाद श्मशान घाट में जिंदा हुए शख्स की जयपुर में मौत हो गई. उसे गुरुवार आधी रात को झुंझुनूं के बीडीके अस्पताल से जयपुर के एसएमएस हॉस्पिटल रेफर किया गया था. लेकिन अस्पताल की इमरजेंसी में पहुंचने से पहले ही राहिताश की मौत हो गई. जानें क्या है पूरा मामला.
जयपुर. झुंझुनूं में श्मशान घाट में जिंदा हुए रोहिताश की आखिरकार मौत हो गई है. श्मशान घाट में उसकी सांसें वापस लौटने पर पहले उसे फिर से झुंझुनूं के बीडीके अस्पताल ले जाया गया और आईसीयू में भर्ती किया गया था. वहां से आधी रात को उसे जयपुर सवाई मानसिंह अस्पताल के लिए रेफर किया गया था. लेकिन अस्पताल की इमरजेंसी में पहुंचने से पहले ही उसने दम तोड़ दिया. अब उसके शव को एसएमएस अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है. इस मामले में झुंझुनूं के बीडीके अस्पताल के पीएमओ समेत तीन डॉक्टर को रात को ही सस्पेंड किया जा चुका है.
जानकारी के अनुसार रोहिताश की झुंझुनूं के बीडीके अस्पताल में गुरुवार देर रात को तबीयत बिगड़ गई थी. उसके बाद रात करीब 2 बजे एम्बुलेंस से एसएमएस अस्पताल रेफर किया गया था. अस्पताल प्रशासन ने उसके साथ मेडिकल स्टाफ भी भेजा था. लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही रोहिताश जिंदगी की जंग हार गया. अब आज जयपुर में उसके शव को पोस्टमार्टम करवाया जाएगा.
झुंझुनूं के बीडीके अस्पताल में हुआ था पूरा घटनाक्रम
रोहिताश झुंझुनूं के बगड़ में दिव्यांग और मेनटली रिटायर के आश्रय स्थल ‘मां सेवा संस्थान’ में रहता था. गुरुवार को सुबह उसकी तबीयत खराब होने पर उसे बीडीके हॉस्पिटल ले जाय गया था. उस समय वह बेहोशी की हालत में था. वहां डॉक्टर्स ने चैकअप के बाद उसे मृत घोषित कर शव मोर्चरी में रखवाया दिया. फिर पोस्टमार्टम की खानापूर्ति कर उसे शव संस्था वालों को सौंप दिया गया था. संस्था वाले जब उसका अंतिम संस्कार करने श्मशान घाट ले गए तो उसके शरीर में हलचल हुई और रोहताश की सांसें लौट आई. इस पर लोग उसे वापस बीडीके अस्पताल ले गए. वहां उसे आईसीयू में भर्ती किया गया.
पीएमओ समेत तीन डॉक्टर्स को रात को ही सस्पेंड कर दिया गया था
पूरा मामला सामने आने के बाद मेडिकल विभाग में हड़कंप मच गया. जिला कलेक्टर ने रात को प्रशासनिक अधिकारियों से पूरे मामले की जांच करवाकर लापरवाही बरतने वाले डॉक्टर्स की रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों को भेजी. स्वास्थ्य विभाग ने उस पर तुरंत अमल करते हुए बीडीके अस्पताल के पीएमओ डॉ. संदीप पचार समेत डॉ. नवनीत मील और डॉ. योगेश जाखड़ को सस्पेंड कर दिया. निलंबन काल में उनके मुख्यालय बाड़मेर, जैसलमेर और जालोर रखे गए हैं.
(इनपुट- कृष्ण सिंह शेखावत)
Tags: Big news, Latest Medical newsFIRST PUBLISHED : November 22, 2024, 11:14 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed