Rajasthan: जयपुर में बढ़ा अपना आशियाना का क्रेज प्रोपर्टी कारोबारियों के चेहरों पर लौटी रौनक
Rajasthan: जयपुर में बढ़ा अपना आशियाना का क्रेज प्रोपर्टी कारोबारियों के चेहरों पर लौटी रौनक
Registries increased in Jaipur: कोविड काल से उबर चुके लोग अब फिर से प्रोपर्टी के प्रति आकर्षित होने लग गए हैं. जयपुर में लोगों में अपने आशियाने की प्रति क्रेज बढ़ा है. श्राद्ध पक्ष को छोड़ दें तो जयपुर में प्रतिदिन 300 से 350 रजिस्ट्रियां हो रही हैं. इससे प्रोपर्टी कारोबारी भी खुश हैं और सरकार भी स्टांप ड्यूटी (Stamp Duty) के जरिये जमकर राजस्व एकत्र कर रही है.
हाइलाइट्सपंजीयन एवं मुद्राक विभाग को सबसे ज्यादा आय जयपुर सर्किल से होती हैरजिस्ट्री के कामकाज से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक श्राद्ध पक्ष के बाद इसमें और तेजी आएगी
जयपुर. राजस्थान में त्योहारी सीजन आते ही मकान और दूसरी प्रोपर्टी की खरीद जोर पकड़ने लगी है. लोगों में सबसे ज्यादा क्रेज अपना घर बनाने को लेकर है. इसके चलते राजधानी जयपुर में वर्तमान में एक दिन में करीब 300 से 350 रजिस्ट्रियां (Registry in Jaipur) हो रही है. हर रजिस्ट्री पर सरकार की ओर से करीब 8 प्रतिशत स्टांप शुल्क (Stamp Duty) वसूला जाता है. इससे सरकार का खजाना भी लगातार भर रहा है. हालांकि श्राद्ध पक्ष में इनमें गिरावट आई है लेकिन रजिस्ट्री के कामकाज से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक श्राद्ध पक्ष के बाद रजिस्ट्रियों की संख्या में और बढ़ोतरी होने की संभवनाए हैं.
अधिकारियों के अनुसार गत वित्त वर्ष के शुरुआती छह माह में रजिस्ट्रियों से 2100 करोड़ रुपए का राजस्व हुआ था. वहीं इस वित्त वर्ष में अब तक 4 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की आय हो चुकी है. वहीं पंजीयन एवं मुद्रांक शुल्क विभाग के आंकड़ों को देखे तो जयपुर वृत्त में गत वर्ष के मुकाबले इस बार रजिस्ट्रियों में 60 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है. गत वित्त वर्ष में विभाग को जहां 612 करोड़ रुपए का राजस्व मिला था. वहीं मौजूदा वित्त वर्ष के शुरुआती छह माह के आंकड़ों पर नजर डाले तो अब तक 933 करोड़ का राजस्व मिल चुका था.
सबसे ज्यादा आय जयपुर सर्किल से होती है
राजस्थान के प्रॉपर्टी कारोबार को देखें तो इस बार प्रदेश में गत वर्ष की तुलना में 35 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गई है. गत वित्त वर्ष के शुरुआती छह माह में सरकार के पास जहां 2100 करोड़ रुपये का राजस्व आया था. वहीं इस वित्त वर्ष में इस अवधि में 3138 करोड़ रुपये की आय हो चुकी थी. पंजीयन व मुद्रांक विभाग ने प्रदेशभर के 33 जिलों के 17 उप महानिरीक्षक वृत्त बनाए हुए हैं. इनमें सबसे अधिक जयपुर में तीन और अलवर में दो वृत्त हैं. इसमें राजस्व की अकेले जयपुर से 40 फीसदी आय होती है.
कारोबारी भी काफी उत्साहित नजर आ रहे हैं
त्योहारी सीजन में रियल एस्टेट में बूम को लेकर कारोबारी भी काफी उत्साहित नजर आ रहे हैं. बीते दो बरसों में कोविड काल में निराश हो चुके प्रोपर्टी कारोबारी इस बार और बूम की उम्मीद पाले बैठें हैं. उनका कहना है अब ग्राहक कोविड से उभर चुके हैं. अब जरुरतमंद ही नहीं बल्कि निवेशक भी फ्लैट और प्लॉट के प्रति आकर्षित हो रहे हैं. इससे ग्राहक भी खुश है। वहीं कारोबारियों और सरकार की भी बल्ले-बल्ले हो रही है.
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Tags: Buy your own house, Jaipur news, Rajasthan news, Stamp dutyFIRST PUBLISHED : September 19, 2022, 16:23 IST