दलित छात्र मर्डर केस: मंत्री राजेन्द्र गुढ़ा बोले- जाति विशेष को विलेन नहीं बनाने दिया जाएगा
दलित छात्र मर्डर केस: मंत्री राजेन्द्र गुढ़ा बोले- जाति विशेष को विलेन नहीं बनाने दिया जाएगा
दलित छात्र मर्डर केस पर मंत्री राजेन्द्र गुढ़ा का बड़ा बयान: जालोर के दलित छात्र की मौत के मामले (Jalore Dalit Student Murder Case) को लेकर अपनों से घिरी गहलोत सरकार के मंत्रियों में भी अब टकराव सामने आने लग गया है. गहलोत सरकार के कैबिनेट मंत्री गोविंदराम मेघवाल के एक बयान पर पलटवार करते हुये उनके दूसरी मंत्री राजेन्द्र गुढ़ा (Rajendra Gudha) ने कहा है कि अपराधी की कोई जाति नहीं होती है. मामले में एक जाति विशेष को विलेन नहीं बनाया जाए.
हाइलाइट्सराज्य मंत्री राजेन्द्र गुढ़ा ने किया कैबिनेट मंत्री गोविंदराम मेघवाल पर पलटवारजालोर के दलित छात्र इन्द्र मेघवाल की मौत पर राजस्थान में सियासत और गरमायी
जयपुर. जालोर में दलित छात्र की मौत के प्रकरण (Dalit Student Murder Case) को लेकर अशोक गहलोत सरकार को जितना विपक्ष ने नहीं घेरा होगा उतना तो सरकार के अपने विधायक और मंत्री ही उसे घेरने में लगे हैं. इस मामले में अब गहलोत सरकार के मंत्री राजेन्द्र गुढ़ा (Rajendra Gudha) ने बयान देकर अपने साथी कैबिनेट मंत्री गोविंदराम मेघवाल पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं. गुढ़ा ने कहा कि दलित को न्याय मिलना चाहिए. लेकिन किसी एक जाति विशेष को विलेन नहीं बनाने दिया जाएगा.
मंत्री राजेन्द्र गुढ़ा ने मंत्री गोविंदराम मेघवाल का नाम लेकर कहा कि हमारे मंत्रिपरिषद् के साथी जिस तरह से एक जाति के लिए बोल रहे हैं तो मैं हाथ जोड़कर उनसे निवेदन करता हूं कि अपराधी की कोई जाति नहीं होती है. मामले में एक जाति विशेष को विलेन नहीं बनाया जाए. उन्होंने कहा कि घटना में जो भी दोषी है उसे सरेआम फांसी पर लटकाया जाना चाहिए. इसके साथ ही गुढ़ा ने यह भी कहा कि अगर सरकार ने दलित बच्चे को न्याय नहीं दिलाया तो बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए सभी छह विधायक अपना समर्थन सरकार से वापस ले लेंगे.
डांगावास कांड पर चुप क्यों थे हमारे नेता
गुढ़ा ने कहा कि पक्ष और विपक्ष के सभी नेता डांगावास कांड के समय क्यों चुप थे? विधायक पानाचंद मेघवाल ने उस वक्त इस्तीफा क्यों नहीं दिया. बीजेपी के नेता डांगावास कांड के दौरान कहां थे. हमारे मौजूदा व पूर्व अध्यक्ष उस मामले में क्यों नहीं बोले जिस वक्त डांगावास कांड हुआ. उस समय में मैं अस्पताल में था. आज जालोर कांड में बयान देने वाले नेता कहीं नजर नहीं आ रहे थे. साल 2015 में नागौर जिले के डांगावास गांव में जमीन विवाद को लेकर दलितों को पीट-पीटकर मार डाला गया था.
राजस्थान की राजनीति में आया हुआ है भूचाल
उल्लेखनीय है कि जालोर में सायला थाना इलाके के सुराणा गांव में दलित छात्र इन्द्र मेघवाल के साथ गांव के ही प्रावइेट स्कूल के टीचर छैल सिंह ने पिटाई कर दी थी. उसके बाद बच्चे की तबीयत बिगड़ गई. करीब 25 दिन के इलाज के बाद इन्द्र ने गत शनिवार को अहमदाबाद में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था. उसके बाद राजस्थान की राजनीति में भूचाल आ गया. गहलोत सरकार विपक्षी पार्टी बीजेपी के साथ-साथ बसपा के भी निशाने पर आ गई. मामले ने तूल पकड़ा तो यह राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा में आ गया. अब सुराणा गांव में कांग्रेस मंत्रियों और विधायकों का रैला लगा हुआ है.
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Tags: Ashok Gehlot Government, Jaipur news, Murder case, Rajasthan news, Rajasthan PoliticsFIRST PUBLISHED : August 18, 2022, 08:44 IST