Rajasthan: ओबीसी कार्ड खेलने की तैयारी में जुटी बीजेपी बनाया ये बड़ा प्लान पढें इनसाइड स्टोरी

राजस्थान में ओबीसी कार्ड खेलने की तैयारी में जुटी बीजेपी: राजस्थान में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों के लिये बीजेपी (BJP) ने अभी से तैयारियां शुरू कर दी है. केन्द्र की मोदी सरकार की योजनाओं के दम पर बीजेपी ने प्रदेश के सबसे बड़े वोट बैंक ओबीसी (OBC) को अपने और नजदीक लाने के लिये मेगा प्लान बनाया है. इसके लिये ओबीसी मोर्चे को आगामी तीन महीने के लिये बड़ा टास्क दिया गया है. पढ़ें क्या है ये प्लान.

Rajasthan: ओबीसी कार्ड खेलने की तैयारी में जुटी बीजेपी बनाया ये बड़ा प्लान पढें इनसाइड स्टोरी
जयपुर. राजस्थान में अब बीजेपी (BJP) ओबीसी कार्ड खेलने की तैयारी में जुट गई है. पार्टी ने ओबीसी (OBC) मोर्चे को अगले तीन महीनों में इस वर्ग की हर जाति तक पहुंच बढ़ाने के लिए नये सिरे से कार्ययोजना बनाने का टास्क दिया है. बीजेपी को लग रहा है कि कृषि कानूनों के बाद उपजी नाराजगी को जल्द दूर करने की जरूरत है नहीं तो पार्टी के लिए मिशन-2023 की राह मुश्किल हो सकती है. बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया खुद ओबीसी से आते हैं. इसलिए उन पर ओबीसी को बीजेपी के साथ जोड़े रखने के लिए पार्टी का अतिरिक्त दबाव भी साफ महसूस किया जा सकता है. बीजेपी देश और प्रदेश के सबसे बड़े वोट बैंक को अपने और करीब लाने की कवायद में जुटी है. राजस्थान की 53 फीसदी ओबीसी आबादी किसी भी पार्टी को सत्ता में लाने और बाहर करने में सक्षम है. लिहाजा बीजेपी ने ओबीसी का स्थायी आशीर्वाद हासिल करने के लिए ओबीसी मोर्चा को टास्क दिया है. प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया का कहना है कि ओबीसी के कल्याण की दिशा में केंद्र सरकार की ओर से उठाये गये कदम उसे पार्टी के और नजदीक लायेंगे. केन्द्र की योजनाओं के दम पर ओबीसी पर डाल रही डोरे मोदी सरकार ने जब मंत्रिमंडल में फेरबदल किया था तब ओबीसी की जातियों को बंपर प्रतिनिधित्व देने का दावा किया गया. मंत्रिमंडल के 61 फीसदी मंत्री ओबीसी, एससी और एसटी से होने के दावे किये गये. ओबीसी आयोग को मोदी सरकार ने संवैधानिक दर्जा दिया. बजट का बड़ा हिस्सा ओबीसी से जुड़ी योजनाओं पर खर्च किये जाने के भी दावे किये गये. लेकिन कृषि कानूनों से उपजी नाराजगी अब भी बीजेपी के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है. बीजेपी हर कदम संभल संभलकर रख रही है बीजेपी को भले ही यूपी समेत दूसरे राज्यों के चुनाव में इसका कोई राजनीतिक नुकसान नहीं हुआ हो लेकिन पंजाब की हार की असली वजह किसान जातियों की नाराजगी के रूप में ही गिनी जाती है. इसलिए बीजेपी हर कदम संभल संभलकर रख रही है. पंजाब के राज्यपाल जगदीप धनखड़ को उपराष्ट्रपति पद के लिए नामित कर बीजेपी की ओर से बड़ा ओबीसी कार्ड खेला गया है. एकजुटता कम और राजनीतिक प्रतिद्वंद्वता ज्यादा है दूसरी तरफ कड़वी सच्चाई यह भी है कि ओबीसी की जातियों में राजनीतिक एकजुटता कम और बिखराव ज्यादा है. इसी का नतीजा है कि सबसे बड़ा वोट बैंक होने के बावजूद ओबीसी वर्ग की प्रभावशाली जातियां अब भी सत्ता के शिखर पर पहुंचने के लिए बेचैन हैं. इसलिए पूनिया अगले चुनाव में ओबीसी को एकजुट कर बीजेपी को बड़ी जीत दिलाने के मंसूबे पाल रहे हैं ताकि सत्ता में उसकी भागीदारी को और बढ़ाया जा सके. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी | Tags: Jaipur news, Rajasthan bjp, Rajasthan news, Rajasthan PoliticsFIRST PUBLISHED : July 27, 2022, 11:47 IST