पंजाब में 456 वर्ग किमी से गायब हो गया वन आवरण ISFR की रिपोर्ट में हुआ खुलासा
पंजाब में 456 वर्ग किमी से गायब हो गया वन आवरण ISFR की रिपोर्ट में हुआ खुलासा
पर्यावरण वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने लोकसभा सदन में जानकारी देते हुए बताया है कि भारत राज्य वन रिपोर्ट (आईएसएफआर) - 2021 के अनुसार पंजाब में वनों और वृक्षों के कवर के तहत क्षेत्र 456 वर्ग किमी कम हो गया है.
(एस. सिंह)
चंडीगढ़. 2019 में अंतिम वन सर्वेक्षण किए जाने के बाद पता चला है कि वृक्षें का आवरण क्षेत्र घटने के मामले में पंजाब अपने पड़ोसी राज्यों के मुकाबले शीर्ष पर है. पर्यावरण वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने लोकसभा सदन में जानकारी देते हुए बताया है कि भारत राज्य वन रिपोर्ट (आईएसएफआर) – 2021 के अनुसार पंजाब में वनों और वृक्षों के कवर के तहत क्षेत्र 456 वर्ग किमी कम हो गया है. जबकि हिमाचल प्रदेश को 145 वर्ग किमी का नुकसान हुआ है, हरियाणा को 139 वर्ग किमी वन क्षेत्र कम हुआ है. लोकसभा में यह रिपोर्ट ऐसे समय में जारी हुई है जब वन विभाग में एक पूर्व मंत्री सहित कई अधिकारियों के भ्रष्टाचार का मामला अदालत में विचाराधीन है.
पंजाब का भौगोलिक क्षेत्रफल 50,362 वर्ग किमी है, जिसमें से 2,985 वर्ग किमी जंगलों और पेड़ों से आच्छादित है. हिमाचल प्रदेश और हरियाणा का क्षेत्रफल क्रमशः 55,673 वर्ग किमी और 44,212 वर्ग किमी है, जिसमें से वन और वृक्षों का क्षेत्रफल क्रमशः 16,118 वर्ग किमी और 3,028 वर्ग किमी है. अंबाला से सांसद रतन लाल कटारिया द्वारा सदन में उठाए एक सवाल का उत्तर देते हुए को जवाब देते हुए पर्यावरण वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि कुछ राज्यों में वन कवर में वृद्धि हुई है जबकि कुछ राज्यों ने आईएसएफआर – 2019 की तुलना में कमी दर्ज की है.
हरित आवरण में 2,261 वर्ग किमी की वृद्धि
भारत का कुल क्षेत्रफल 32,87,469 वर्ग किमी है, जिसमें से वन और वृक्षों का क्षेत्रफल 8,09,537 वर्ग किमी है. कुल मिलाकर पूरे देश में हरित आवरण में 2,261 वर्ग किमी की वृद्धि हुई है. 16 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने वन और वृक्षों के आवरण में गिरावट देखी है. वनावरण के नुकसान के लिए विकासात्मक गतिविधियों, वृक्षों की कटाई, जैविक दबाव और शहरीकरण, अतिदोहन, अतिचारण और अन्य उद्देश्यों जैसे विभिन्न कारकों के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है. मंत्रालय के आंकड़ों से यह भी पता चला है कि वित्त वर्ष 2019-20 से 2021-22 के वित्तीय वर्ष तक देश भर में कुल 529.32 वर्ग किमी वन भूमि को गैर-वन उपयोग के लिए सरकार द्वारा अनुमोदित किया गया था. इसमें हरियाणा में 15.01 वर्ग किमी, पंजाब में 13.87 वर्ग किमी और हिमाचल प्रदेश में 11.93 वर्ग किमी शामिल हैं.
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Tags: Ministry for Environment Forests and Climate Change, PunjabFIRST PUBLISHED : July 26, 2022, 07:34 IST