शाह ने गिनाए कांग्रेस के वो 4 कारनामे क्या आप जानते हैं इसके बारे में
शाह ने गिनाए कांग्रेस के वो 4 कारनामे क्या आप जानते हैं इसके बारे में
Amit Shah Sansad Speech: राज्यसभा में संविधान पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए गृहमंत्री अमित शाह ने कांग्रेस को खूब सुनाया. उन्होंने कांग्रेस की गलतियों के बारे में बताया और पूछा कि इन 5 संविधान संशोधनों की जरूरत क्या थी?
गृहमंत्री अमित शाह ने कांग्रेस पर बड़ा हमला करते हुए कहा कि कांग्रेस नेता संविधान को निजी जागीर समझते हैं. राज्यसभा में संविधान पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए शाह ने उन्होंने कहा, वैसे तो कांग्रेस ने 55 साल में 77 संशोधन किए, लेकिन चार संशोधन ऐसे किए, जिसने संविधान की मर्यादा को तार तार कर दिया. एक था कि हम पर केस न हो, दूसरा, हम चुनाव हारने वाले हैं तो समझ बढ़ा दो, तीसरा था कि मेरे पर जांच नहीं हो सकती. और चौथा था कि नागरिकों को संविधान में मिले अधिकारों को खत्म कर देना. कांग्रेस को बताना चाहिए कि इन संशोधनों को करने के पीछे उनकी मंशा क्या थी. लेकिन क्या आप जानते हैं इसके बारे में?
आइए जानते हैं कि कौन थे वो संशोधन?
1. गृहमंत्री अमित शाह ने कहा, 18 जून 1951 में संविधान सभा ने ही संशोधन करना पड़ा, अभी लोकसभा और राज्य नहीं बनी थी. 19A जोड़ा गया, वो किसलिए जोड़ा गया? अभिव्यक्ति की आजादी में कटौती करने के लिए पहला सुधार आया. उस वक्त प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू थे.
2. शाह ने कहा, 24वां संशोधन इंदिरा गांधी ने किया. 5 नवंबर 1971 में संविधान संशोधन के माध्यम से नागरिकों के मौलिक अधिकारों का हनन करने का इंतजाम कर दिया. 10 अगस्त 1975 का वो दिन संविधान के इतिहास में जब भी इसका जिक्र होगा, काले अक्षरों में होगा. इंदिरा गांधी के चुनाव को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने अमान्य घोषित कर दिया. उस समय निरस्त कर दिया तो उन्होंने संशोधन करके प्रधानमंत्री की न्यायिक जांच पर प्रतिबंध लगा दिया. पुराना मुकदमा है तो वो भी खारिज हो जाएगा. संविधान में ऐसे ऐसे संशोधन किए कि जनता ये सब जानकर कांग्रेस की नियत पर सवाल उठा रही है. अब ये लोग संविधान की किताब लेकर हमपर झूठे आरोप लगा रहे हैं कि हम संविधान बदल देंगे.
3. 42वां संविधान संशोधन: लोकसभा और राज्य विधानसभाओं का कार्यकाल पांच साल से बढ़ाकर 6 साल कर दिया. गृहमंत्री ने कहा, ऐसा इसलिए किया क्योंकि उसी वक्त चुनाव होता तो कांग्रेस हार जाती. इसलिए लोकसभा का कार्यकाल ही लंबा कर दो. इनती निर्लज्जता के साथ दुनिया में कोई संविधान संशोधन नहीं हुआ. हालांकि बाद में 44वां संविधान संशोधन हुआ और इसे निरस्त कर दिया गया.
4. शाह ने कहा, कुछ कानून पारित करने थे, उस वक्त के सदस्य ज्यादा विरोध कर नहीं सकते थे. कांग्रेस के कुछ नेता विरोध करने के लिए गैरहाजिर रहने लगे. इससे मुश्किल होती थी, क्योंकि कोरम पूरा नहीं होता था. इसलिए नया संशोधन किया गया कि संसद और राज्यसभा में कोरम की आवश्यकता नहीं है. 5 लोग भी हैं तो संसद चला लो. गृहमंत्री ने कहा, कांग्रेस ने राष्ट्रपति शासन की अवधि 6 महीने तक बढ़ा दी. आखिर क्यों ऐसा किया.
Tags: Amit shah, Amit shah news, Indira Gandhi, Jawahar Lal NehruFIRST PUBLISHED : December 17, 2024, 20:15 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed