केले का डंठल भी बना सकता है अमीर ये अंडररेटेड बिजनेस है लेकिन बहुत कमाल का

Banana Stalks: केले के डंठल को लोग बेकार समझते हैं और फेंक देते हैं. जो कि गलत है. आप कई तरह के इनका इस्तेमाल कर सकते हैं. जानें कैसे.

केले का डंठल भी बना सकता है अमीर ये अंडररेटेड बिजनेस है लेकिन बहुत कमाल का
आदित्य कृष्ण, अमेठी: अगर आप खुद का रोजगार शुरू करना चाहते हैं, तो सबसे पहले एक बिजनेस लक्ष्य तय करना होता है. आज हम आपको एक ऐसे व्यवसाय के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसमें आप बिना किसी बड़ी लागत के सफल हो सकते हैं. इस बिजनेस को शुरू करने में आपको सिर्फ हजार रुपये से भी कम खर्च आएगा, और सही प्रशिक्षण लेकर आप लाखों रुपये कमा सकते हैं. केले के डंठल से बनाएं उपयोगी सामान हम बात कर रहे हैं केले के डंठल की. जब केला पक जाता है और फल टूटता है, तो लोग अक्सर इसके डंठल को खेतों में फेंक देते हैं, जिससे प्रदूषण बढ़ता है. लेकिन इन डंठलों का सदुपयोग करके आप घर के कई उपयोगी सामान बना सकते हैं, जो आपके घर की शोभा बढ़ाने में मदद करेंगे. इसके लिए आपको आवश्यक प्रशिक्षण भी दिया जाएगा, जिसमें आपको सारी बारीकियां सिखाई जाएंगी. केले के डंठल का उपयोग कैसे करें यदि आप केले के डंठल से सामान बनाना चाहते हैं, तो सबसे पहले इसे किसान के खेत से लाएं. फिर एक कटर मशीन से इसे काटकर छोटे टुकड़ों में बदलें. इसके बाद, केले के डंठल से रेशा निकालने के लिए एक्सटेंहर मशीन का इस्तेमाल करें. फिर इसे धोकर सुखाएं और उसकी कंघी करें. इस प्रक्रिया के बाद आपको मुलायम रेशा मिलेगा, जिससे आप हैंडीक्राफ्ट सामान तैयार कर सकते हैं. इन सामानों में चोटी बनाकर आप सीलीपर, डलिया, बैग, पर्स, फाइल कवर और रोटी बॉक्स जैसी चीजें बना सकते हैं, जिनकी कीमत 100 से लेकर 2000 रुपये तक हो सकती है. मुफ्त प्रशिक्षण और यात्रा भत्ता आपको जानकर खुशी होगी कि बेरोजगार लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए संस्थान द्वारा मुफ्त प्रशिक्षण दिया जाता है. नाबार्ड और ओंकार सेवा संस्थान मिलकर इच्छुक लोगों को प्रशिक्षण दिलवाते हैं. प्रशिक्षण के दौरान यात्रा भत्ता भी प्रदान किया जाता है. प्रशिक्षण प्रमुख सूर्य कुमार त्रिपाठी ने Local 18 से बातचीत में बताया कि यह एक बहुत सफल व्यवसाय है, जिसमें कम लागत में बड़ा मुनाफा कमाया जा सकता है. उन्होंने बताया कि नाबार्ड के सहयोग से अमेठी जनपद के सिंहपुर विकास खंड में 22 फरवरी 2023 से 10 अप्रैल 2023 तक स्वयं सहायता समूह की 90 महिलाओं को केला रेशा निष्कर्षण और उससे निर्मित उत्पाद के विषय में 15 दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया है. यह प्रशिक्षण लगातार जारी है, जिससे लोगों को आसानी से रोजगार के अवसर मिल सकते हैं. Tags: Amethi news, Local18FIRST PUBLISHED : September 23, 2024, 16:43 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed