लखनऊ/प्रयागराज : हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में वाराणसी सीट से सांसद निर्वाचित हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्वाचन को इलाहाबाद हाईकोर्ट में चुनौती दी गई है. पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ इलेक्शन पिटीशन दाखिल कर उनके निर्वाचन को रद्द किए जाने की अपील की गई है. यह इलेक्शन पिटीशन पीएम मोदी के खिलाफ नामांकन करने वाले मध्य प्रदेश के विजय नंदन की ओर से दाखिल की गई है. निर्वाचन अधिकारी ने नामांकन पत्रों की जांच के बाद विजय नंदन का पर्चा खारिज कर दिया था. चुनाव याचिका के जरिए पीएम मोदी का निर्वाचन रद्द कर वाराणसी सीट पर नए सिरे से चुनाव कराए जाने की मांग की गई है.
विजय नंदन की इस याचिका में कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रसूख के चलते उनका नामांकन खारिज कर दिया गया. याचिका के जरिए मांग की गई है कि पीएम नरेंद्र मोदी का निर्वाचन रद्द वाराणसी सीट दोबारा चुनाव कराए जाने का आदेश दिए जाने के साथ ही विजय नंदन का नामांकन वैध करार देकर उसे बहाल किया जाए. नामांकन पत्र खारिज किए जाने के एवज में उचित मुआवजा दिया जाए और साथ ही पर्चा खारिज करने वाले निर्वाचन अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव याचिका दाखिल करने वाले विजय नंदन ने बीते लोकसभा चुनाव में वाराणसी सीट से नामांकन दाखिल किया था. जनहित किसान पार्टी के उम्मीदवार के तौर पर अपना पर्चा दाखिल किया था. नामांकन पत्रों की जांच के बाद उनका पर्चा खारिज कर दिया गया था.
नामांकन दाखिल करने वाले विजय नंदन मध्य प्रदेश के सिवनी जिले के रहने वाले हैं. वह संत भी हैं और जूना अखाड़े से जुड़े हुए हैं. विजय नंदन का आरोप है कि उनका पर्चा मनमाने तरीके से खारिज किया गया है. उनके नामांकन पत्र में कोई गलती नहीं थी. वाराणसी सीट पर निष्पक्ष चुनाव नहीं हुआ है.
विजय नंदन ने यह चुनाव याचिका चार सितंबर को दाखिल की है. उनकी इस चुनाव याचिका पर अभी सुनवाई नहीं हुई है. याचिका पर जल्द ही सुनवाई होने की उम्मीद है. याचिकाकर्ता विजय नंदन ने अपने केस की पैरवी के लिए फिलहाल कोई वकील नियुक्त नहीं किया है. अदालत में अपने केस की पैरवी वह खुद ही करेंगे.
इसके पहले भी वह बीजेपी की नीतियों से नाराज होकर पिछले विधानसभा चुनाव में मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ बुधनी से चुनाव लड़ चुके हैं. विजय नंदन निषाद समाज से आते हैं. हालांकि वह संत हो चुके हैं और जूना अखाड़े से जुड़े हुए हैं.
Tags: Allahabad high court, Narendra modiFIRST PUBLISHED : September 11, 2024, 16:35 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed