प्रयागराज में आजादी से पहले खुला था मदरसा अब योगी के अफसरों ने जड़ दिया ताला

UP News: यूपी के प्रयागराज में जिस मदरसे में नकली नोट छापने वाली फैक्ट्री के खुलासा हुआ था. उस पर प्रशासन ने एक्शन लिया है. उसे सील कर दिया गया है. अब कयास लगाए जा रहे हैं कि इस संपत्ति पर बुलडोजर भी चल सकता है.

प्रयागराज में आजादी से पहले खुला था मदरसा अब योगी के अफसरों ने जड़ दिया ताला
प्रयागराजः प्रयागराज के अतरसुइया इलाके में एक मदरसे में नकली नोट छापने की फैक्ट्री पकड़ी गई थी. मदरसा जामिया हबीबिया पर कानून का शिकंजा लगातार कसता जा रहा है. यहां 28 अगस्त को नकली नोटों की फैक्ट्री पकड़ी गई थी. इसके बाद मदरसे में आपत्तिजनक साहित्य भी बरामद हुआ था. आपत्तिजनक साहित्य में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) को देश का सबसे बड़ा आतंकी संगठन बताया गया था. अब मदरसा सील कर दिया गया. इस पर एक नोटिस चस्पा किया गया है. प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने मदरसे को अवैध बताते हुए सील कर दिया है. प्रयागराज विकास प्राधिकरण की टीम पुलिस के साथ दोपहर बाद मदरसे में पहुंची. सबसे पहले मदरसे के छात्रों, मौलानाओं और कर्मचारियों को बाहर निकाला गया. उसके बाद मदरसे को सील कर दिया गया है. मदरसा सील करने के बाद प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने मेन गेट पर नोटिस चस्पा कर दिया है. नोटिस में साफ तौर पर लिखा है कि सील तोड़ना, पुनर्निर्माण करना और क्रय विक्रय करना अवैधानिक और दंडनीय अपराध है. ऐसा करने पर प्रयागराज विकास का प्राधिकरण की ओर से विधिक कार्रवाई की जाएगी. यह भी पढ़ेंः Rajasthan Cabinet Meeting: राजस्थान में पुलिस भर्ती में महिलाओं को 33% आरक्षण, कैबिनेट मीटिंग में भजनलाल सरकार के बड़े फैसले गौरतलब है कि अवैध निर्माण के चलते प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने सीलिंग की कार्रवाई को अंजाम दिया है. मदरसे की बिल्डिंग का नक्शा स्वीकृत नहीं है. बता दें कि जामिया हबीबिया मदरसा 84 साल पुराना है. इसकी मान्यता यूपी मदरसा बोर्ड से नहीं ली गई थी. यह मदरसा सिर्फ सोसाइटी के रजिस्ट्रेशन पर संचालित हो रहा था. जामिया हबीबिया मदरसे में 28 अगस्त को नकली नोट की फैक्ट्री पकड़ी गई थी. जिसमें मदरसे का कार्यवाहक प्रिंसिपल मौलवी मोहम्मद तफसीरुल आरीफीन भी गिरफ्तार हुआ था. मास्टरमाइंड जहीर खान और दो अन्य लोगों को भी पुलिस ने गिरफ्तार का जेल भेजा था. मदरसे की पहली मंजिल पर एक कमरे में 100-100 रुपए के नकली नोट छापे जा रहे थे. पुलिस को यहां से लैपटॉप और हाई क्वालिटी का स्कैनर भी मिला था. इसके अलावा एक लाख 30 हजार मूल्य के 100-100 रुपए के नकली नोट भी बरामद हुए थे. मदरसे के कार्यवाहक प्रिंसिपल मौलवी मोहम्मद तफसीरुल आरीफीन पर आरोप है कि वह आपत्तिजनक साहित्य पढ़ता था. जिसमें आर एस एस को देश का सबसे बड़ा आतंकी संगठन बताया गया था. इसके अलावा यह पुस्तक मदरसे के बच्चों को भी पढ़ाता था, जिससे कि उनका ब्रेन वॉश कर सके और आरएसएस की प्रति उनके मन में नफरत भर सके. मदरसे में नकली नोटों की फैक्ट्री पकड़े जाने के बाद आईबी और दूसरी जांच एजेंसियां भी सक्रिय हो गयी हैं. मदरसे के बैंक अकाउंट और ट्रॉन्जेक्शन खंगाले जा रहे हैं. जांच एजेंसियां यह पता लगाने में जुटी हैं कि मदरसे का कोई आतंकी कनेक्शन या विदेशी फंडिंग तो नहीं हो रही थी. वहीं, प्रयागराज पुलिस ने गिरफ्तार किए गए कार्यवाहक प्रिंसिपल, मास्टरमाइंड और दो अन्य आरोपियों की पुलिस कस्टडी रिमांड के लिए अर्जी दाखिल कर दी है. कोर्ट से रिमांड मंजूर होने के बाद पुलिस फर्जी नोट छापने से लेकर आपत्तिजनक साहित्य ,विदेशी फंडिंग और आतंकी कनेक्शन को लेकर पूछताछ करेगी. माना जा रहा है कि प्रयागराज विकास प्राधिकरण सीलिंग की कार्रवाई के बाद जल्द ही मदरसे पर बुलडोजर एक्शन भी कर सकता है. Tags: Allahabad news, UP news, Uttar pradesh newsFIRST PUBLISHED : September 4, 2024, 19:02 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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