इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में अगले सत्र से शुरू होगी योग की पढ़ाई जानें पूरी डिटेल

दर्शनशास्त्र विभाग के विभाग अध्यक्ष प्रोफेसर ऋषिकांत पांडे ने लोकल 18 को बताया कि 2025-26 यानी कि अगले सत्र से नई शिक्षा नीति के तहत योग को प्रमोट किया जाएगा, जिसमें योग साइंस नाम से इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्रों को दर्शन विभाग के अंतर्गत ही पांच वर्षीय योग साइंस इंटीग्रेटेड कोर्स करने का अवसर मिलेगा.

इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में अगले सत्र से शुरू होगी योग की पढ़ाई जानें पूरी डिटेल
प्रयागराज. उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद विश्वविद्यालय में 30,000 से ज्यादा छात्र पढ़ रहे हैं. यह पूर्वांचल के सबसे जाने-माने व प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में शामिल है. इलाहाबाद विश्वविद्यालय में 2024-25 के लिए जहां प्रवेश की तैयारी चल रही है, तो वहीं अगले सत्र 2025-26 के लिए भी कुछ नए कोर्सों का संचालन शुरू करने की तैयारी भी कर ली गई है. लगातार विश्वविद्यालय में छात्रों को सभी विषयों में अपग्रेड करने के लिए नए कोर्स की भूमिका अधिक होगी, इसलिए योग की बढ़ती डिमांड को देखते हुए इलाहाबाद विश्वविद्यालय में भी योग से संबंधित कोर्स शुरू किए जाएंगे. इलाहाबाद विश्वविद्यालय में एक बैठक में वाइस चांसलर प्रोफेसर संगीता श्रीवास्तव ने डिप्लोमा इंटीग्रेटेड कोर्स के बारे में जानकारी दी. बैठक में शामिल दर्शनशास्त्र विभाग के विभाग अध्यक्ष प्रोफेसर ऋषिकांत पांडे ने लोकल 18 को बताया कि 2025-26 यानी कि अगले सत्र से नई शिक्षा नीति के तहत योग को प्रमोट किया जाएगा, जिसमें योग साइंस नाम से इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्रों को दर्शन विभाग के अंतर्गत ही पांच वर्षीय योग साइंस इंटीग्रेटेड कोर्स करने का अवसर मिलेगा. इस पांच वर्ष के इंटीग्रेटेड कोर्स के माध्यम से छात्रों को योग साइंस में स्नातक व परास्नातक की डिग्री प्रदान की जाएगी. योग से संबंधित शोध को बढ़ावा देना मकसद विभाग अध्यक्ष ऋषिकांत पांडे आगे बताते हैं कि इसमें प्रवेश लेने वाले छात्रों को एक वर्ष कंप्लीट करने पर सर्टिफिकेट, दो वर्ष पूर्ण करने पर डिप्लोमा और तीसरे वर्ष में योग साइंस का स्नातक की डिग्री प्रदान की जाएगी. चौथे वर्ष में प्रवेश करने पर छात्रों को योग में ऑनर्स की डिग्री, वहीं पांच वर्ष पूरा करने पर छात्रों को परास्नातक की डिग्री दी जाएगी. उन्होंने बताया कि इसका मकसद योग से संबंधित अलग-अलग पहलुओं पर शोध को बढ़ावा देना है. योग जीवन के महत्वपूर्ण कार्यों में शामिल होता है, इसलिए योग थेरेपी, योग रिसर्च, योग प्रशिक्षक, स्वास्थ्य सलाहकार और योग पर आधारित कई आयोजनों को लेकर इसमें करियर की अपार संभावनाएं भी हैं. मेरिट में आने वाले छात्रों को ही मिलेगा प्रवेश योग में रुचि रखने वाले छात्रों के लिए इलाहाबाद विश्वविद्यालय की सीयूटी एग्जाम के तहत ही प्रवेश परीक्षा कराई जाएगी, जिसमें मेरिट में आने वाले छात्रों को ही प्रवेश मिलेगा. यह कोर्स अगले सत्र 2025-26 से इलाहाबाद विश्वविद्यालय में शुरू हो जाएगा, जिसका पूरा ढांचा तैयार कर लिया गया है. Tags: Allahabad Central University, Allahabad university, Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : June 12, 2024, 11:58 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed