AMU के सभी हॉस्टल्स खाली कराने का जारी हुआ आदेश 18 जून तक है डेडलाइन

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के सारे हॉस्टल्स 18 जून तक खाली हो जाएंगे. विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर नईमा खातून ने विश्वविद्यालय के सारे हॉस्टल्स खाली करने के आदेश जारी किए हैं.

AMU के सभी हॉस्टल्स खाली कराने का जारी हुआ आदेश 18 जून तक है डेडलाइन
अलीगढ़. विश्व विख्यात अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के सारे हॉस्टल्स 18 जून तक खाली हो जाएंगे. विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर नईमा खातून ने विश्वविद्यालय के सारे हॉस्टल्स खाली करने के आदेश जारी किए हैं. दरअसल यूनिवर्सिटी के 100 साल के इतिहास में पहली महिला कुलपति बनी प्रोफेसर नईमा खातून ने गर्मियों की छुट्टियों में विद्यार्थियों से हॉस्टल खाली करने के आदेश दिए हैं. इसी क्रम में लगातार कई दिनों से कुल सचिव मोहम्मद इमरान, प्रॉक्टर प्रोफेसर मोहम्मद वसीम अली अपनी टीम के साथ यूनिवर्सिटी के सभी हॉलों का निरीक्षण कर रहे हैँ.और सभी हॉलों के वार्डन से जानकारी हासिल की जा रही है कि कितने छात्र चले गए, कितने रह गए और जो रह गए हैं वह क्यों नहीं गए.आपको बताते चलें कि पिछले दिनों हॉल खाली न करने को लेकर शोधार्थियों ने कई बार प्रदर्शन भी किया था. 75 फ़ीसदी विद्यार्थी हॉस्टल खाली कर चुके हैं जानकारी देते हुए अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के प्रॉक्टर वसीम अली ने बताया कि फिलहाल 75 फ़ीसदी विद्यार्थी हॉस्टल खाली कर चुके हैं. जो विद्यार्थी रह गए हैं उन्हें 18 जून को यूजीसी नेट और जेआरएफ की परीक्षा देनी है इसलिए वह रुके हैं. रुके हुए छात्र व छात्राएं परीक्षा के बाद हॉल खाली कर देंगे. निरीक्षण के दौरान हॉलों में जो कमियां मिली है उन्हें जल्द ही दूर कराया जाएगा. नहीं जा रहे घर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के प्रॉक्टर मोहम्मद वसीम अली कहा कि 16 जून से यूनिवर्सिटी की समर वेकेशन शुरू हो रही हैं. और समर वेकेशन में विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा लड़कों से यह कहा गया है कि वह अपने-अपने घरों को चले जाएं. जो सामान ले जा सकते हैं वह ले जाएं.और जो सामान नहीं ले जा सकते उसको वह प्रॉक्टर ऑफिस में रख दें. इसी सिलसिले में बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स विश्वविद्यालय से जा चुके हैं. जो रह गए हैं उनके कुछ एग्जाम बाकी हैं. जिसकी वजह से वह रुके हुए हैं. विश्वविद्यालय में जो छात्र रुके हुए हैं उनसे लगातार बात की जा रही है कि वह अपने घर चले जाएं ताकि हॉस्टल्स खाली हो जाएं जिससे कि विश्वविद्यालय द्वारा जो हॉस्टल्स में मरम्मत रिनोवेशन जैसे कई काम किए जाने हैं वह सही तरीके से किया जा सके. इसके बावजूद अगर कुछ स्टूडेंट नहीं जाना चाहते और उनका कोई काम बाकी है कोई एग्जाम है या पीएचडी का वर्क बाकी है.जो जेनुअन है तो उनके रहने की व्यवस्था विश्वविद्यालय द्वारा की जाएगी. विश्वविद्यालय में रुकने के लिए जो स्टूडेंट एप्लीकेशन दे रहे हैं. उनको वेरीफाई किया जा रहा है. Tags: Aligarh Muslim University, Local18FIRST PUBLISHED : June 17, 2024, 14:41 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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