एक सप्ताह के लिए गोद ले सकेंगे शेर से लेकर चिड़िया
एक सप्ताह के लिए गोद ले सकेंगे शेर से लेकर चिड़िया
सुमित राजपूत/नोएडा: प्रकृति, पर्यावरण और वन्य जीवों से प्रेम करने वालों के सामने एक समस्या रही है, कि जब उन्हें कोई जानवर या पक्षी पसंद आता है, तो वो चिड़ियाघर या दूसरी जगह जाकर देख तो सकते है, लेकिन उसे अपने घर पर लाकर उसका पालन पोषण नहीं कर सकता. क्योंकि वन्य जीवों को कैद करना आपराधिक श्रेणी में आता है. लेकिन अब कोई भी पर्यावरण व वन्य जीवों का प्
सुमित राजपूत/नोएडा: प्रकृति, पर्यावरण और वन्य जीवों से प्रेम करने वालों के सामने एक समस्या रही है कि जब उन्हें कोई जानवर या पक्षी पसंद आता है, तो वह चिड़ियाघर या दूसरी जगह जाकर देख तो सकते हैं, लेकिन उसे अपने घर पर लाकर उसका पालन पोषण नहीं कर सकता है. क्योंकि वन्य जीवों को कैद करना आपराधिक श्रेणी में आता है, लेकिन अब कोई भी पर्यावरण व वन्य जीवों का प्रेमी एक दिन या एक सप्ताह के लिए चिड़ियाघर में रहने वाले वन्यजीवों को गोद ले सकते हैं. इसमें शेर से लेकर नन्हें पक्षियों के खान-पान व रख-रखाव का खर्च उठाना होगा. इच्छुक लोग अपने जन्मदिन या शादी की सालगिरह जैसे अवसर पर जानवरों को गोद ले सकते हैं. ऐसा पहली बार होगा जब दिल्ली एनसीआर के लोग इसका अनुभव कर पाएंगे.
घर लाकर अपने मनपसंद जीव के साथ बिताए समय
बता दें कि वन में रहने वाले जीवों के प्रति लोगों को संवेदनशील बनाने के लिए राष्ट्रीय प्राणी उद्यान और चिड़ियाघर इसकी तैयारी कर रहा है. फिलहाल अभी किसी भी जानवर और पक्षी को गोद लेने की फीस तय नहीं की गई है. फिलहाल ऑनलाइन एप के माध्यम से लोग पूरी जानकारी हासिल कर सके इसपर काम चल रहा है. जिसके बाद एक तय राशि को जमा करके आप शेर से लेकर चिड़िया किसी जीव को एक दिन या एक सप्ताह के लिए गोद लेने के बाद घर ला सकते है और उनके साथ समय बिता पाएंगे.
पहले एक साल के लिए था प्रावधान
राष्ट्रीय प्राणी उद्यान द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार अधिक से अधिक लोगों को जोड़ने के लिए अंगीकरण की नई अर्द्धवार्षिक, त्रैमासिक, मासिक और साप्ताहिक अनुदान कर सकते हैं. गोद लेने वाले के बारे में आमजन को जानकारी देने के लिए उसका नाम राष्ट्रीय प्राणी उद्यान की वेबसाइट पर पूरी डिटेल्स के साथ साझा किया जाएगा. इसके साथ ही चिड़ियाघर में होने वाले कार्यक्रम में भी वो लोग हिस्सा ले सकेगें. फिलहाल कम से कम 1 साल के लिए किसी पशु या पक्षी को गोद लेने का प्रावधान है. जिसे घटाकर एक दिन या एक फप्ताह कर दिया गया है.
एनसीआर के लोग भी पर्यावरण संरक्षण का कर पाएंगे अनुभव
दरअसल, बाघ, शेर जैसे बड़े मांसाहारी और हाथी, गैंडे जैसे जानवरों को गोद लेने की फीस लाखों में है. कई प्रेमियों की आर्थिक स्थिति गोद लेने की राह में आगे आ जाती है. ऐसे लोगों के बारे में सोचते हुए राष्ट्रीय प्राणी उद्यान पशु और पक्षियों को गोद लेने के नियम और आसान बना रहा है. जिसको लेकर लोगों की दिलचस्पी देखने को मिल रही है, और बड़ी संख्या में आवेदन आ रहे है. आपको बता दें कि गांव-देहात में लोग वन्य जीवों से जुड़े रहते हैं, लेकिन दिल्ली एनसीआर में भी लोग पर्यावरण और वन्य जीवों के संरक्षण का अनुभव कर पाएंगे.
Tags: Greater Noida Development Authority, Greater Noida Latest News, Greater noida news, Up live, UP newsFIRST PUBLISHED : May 17, 2024, 11:27 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed