अगवा होने वाली बहन भी फर्जी केस दर्ज कराने वाले शख्‍स का नाम भी फर्जी पढ़ें फर्जीवाड़े की पूरी कहानी

Madhepura News: पुलिस के वरीय अधिकारी ने जब वादी को बुलाया तो वह आने में आनाकानी करने लगा. उसके हाजीपुर वाले पते पर खोजबीन की गई, जहां वह नहीं मिला. केस में मधेपुरा के भिरखी में मौसी के घर का जिक्र किया गया था, वहां भी कोई मौसी नहीं मिली. इसके बाद पुलिस ने वादी के मोबाइल फोन का लोकेशन लिया तो वह मस्जिद चौक पर ही मिला. पुलिस ने जब युवक को पकड़ा तो सारा भेद खुल गया.

अगवा होने वाली बहन भी फर्जी केस दर्ज कराने वाले शख्‍स का नाम भी फर्जी पढ़ें फर्जीवाड़े की पूरी कहानी
मधेपुरा. बिहार के मधेपुरा जिले में फर्जीवाड़े के एक बड़े मामले का खुलासा हुआ है. पुलिस छानबीन में पता चला कि अपहरण के मामले में अगवा होने वाली बहन फर्जी निकली है. वहीं, केस दर्ज कराने वाले युवक का नाम और पता भी फर्जी पाया गया है. मोबाइल लोकेशन के आधार पर युवक को पकड़ा गया, जिसके बाद इस पूरे फर्जीवाड़े से पर्दा उठा है. अब युवक के खिलाफ गंभीर धाराओं में मामाल दर्ज कर जेल भेज दिया गया है. इन सबके बीच बड़ा सवाल यह उठता है कि आखिर युवक ने ऐसा गंभीर आपराधिक षडयंत्र क्‍यों रचा? पुलिस ने किस तरह इस साजिश का खुलासा किया? जानकारी के अनुसार, मधेपुरा सदर अनुमंडल के सिंहेश्वर थाना में इसी साल महाशिव रात्रि मेला के दौरान एक केस दर्ज कराया गया था. मामला लड़की के अपहरण से जुड़ा हुआ था. एआईआर दर्ज कराने वाले ने खुद को हाजीपुर का निवासी बताया और कहा था कि वह बहन के साथ सिंहेश्वर मेला देखने आया था, जहां से उसकी बहन का अपहरण कर लिया गया. युवक ने पुलिस को बहन की तस्‍वीर भी दी थी. अपहरण का आरोप मधेपुरा के मस्जिद चौक निवासी एक युवक पर लगाया गया था. बिहार में ₹32 लाख की SUV से शराब की तस्‍करी, UP से दरभंगा भेजी जा रही थी दारू की खेप मामला दर्ज होने के बाद पुलिस छानबीन में जुट गई थी, लेकिन करीब 6 महीने की जांच के बाद यह पूरा मामला फर्जी पाया गया. केस करने वाला युवक भी मस्जिद चौक मधेपुरा का ही रहने वाला निकला. पुलिस ने बताया कि आरोप युवक ने पड़ोस के ही युवक से अपनी दुश्मनी निकालने के लिए पहले एक लड़की का फर्जी फेसबुक आईडी बनाया, फिर उसको प्रेमजाल में फंसा कर कुछ रुपये भी ऐंठे. शिवरात्रि के दौरान लड़की के अपहरण का केस भी दर्ज करा दिया. आरोप है कि इस दौरान वादी द्वारा कभी लड़की का भाई तो कभी अधिवक्ता और कभी पत्रकार बनकर पुलिस के वरीय अधिकारी को फोन भी किया जाता रहा. पुलिस के वरीय अधिकारी ने जब वादी को बुलाया तो वह आने में आनाकानी करने लगा. उसके हाजीपुर वाले पते पर खोजबीन की गई, जहां वह नहीं मिला. केस में मधेपुरा के भिरखी में मौसी के घर का जिक्र किया गया था, वहां भी कोई मौसी नहीं मिली. इसके बाद पुलिस ने वादी के मोबाइल फोन का लोकेशन लिया तो वह मस्जिद चौक पर ही मिला. पुलिस ने जब युवक को पकड़ा तो सारा भेद खुल गया. सदर एसडीपीओ ने बताया कि शिकायतकर्ता और फर्जी युवती के कथित भाई समलेश सिंह असल में मोहम्‍मद अखलाख निकला. वह मस्जिद चौक के ही अमित आनंद पर अपनी बहन का फर्जी अपहरण का केस दर्ज कराया था. वह जिस लड़की का फोटो दिया था, वह भी फेसबुक से ही डाउनलोड किया गया था. इस खुलासे के बाद अब अखलाक के खिलाफ कई गंभीर धाराओं में केस दर्ज कर जेल भेज दिया गया है. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी | Tags: Bihar News, Crime News, Madhepura newsFIRST PUBLISHED : September 05, 2022, 12:59 IST