बिहार: नीतीश कुमार ने इसलिए तोड़ा बीजेपी से गठबंधन विधानसभा में बहुमत सिद्ध कर गिनाईं ये 5 बड़ी वजह

Bihar CM Nitish Kumar: बिहार विधानसभा में बहुमत सिद्ध करने के बाद सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि, मेरी प्रधान मंत्री बनने की महत्वाकांक्षा नहीं है. बीजेपी ने 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में राजनीतिक रूप से खत्म करने का प्रयास किया था. हमारी सभी विपक्षी राजनीतिक दलों से 2024 के लोकसभा चुनाव में सामूहिक रूप से लड़ने की अपील है. उन्होंने कहा कि दिल्ली में सत्ता में बैठे लोग केवल प्रचार और प्रसार में लिप्त थे, उन्होंने कोई काम नहीं किया और मीडिया पर कब्जा कर लिया.

बिहार: नीतीश कुमार ने इसलिए तोड़ा बीजेपी से गठबंधन विधानसभा में बहुमत सिद्ध कर गिनाईं ये 5 बड़ी वजह
हाइलाइट्सहम प्रधानमंत्री वगैराह कुछ नहीं बनाना चाहते हैं- नीतीश कुमार 'विपक्षी दलों से 2024 के चुनाव में सामूहिक रूप से लड़ने की अपील' 'बीजेपी ने मुझे राजनीतिक रूप से खत्म करने का प्रयास किया था' पटना: बिहार में बीजेपी से गठबंधन तोड़ आरजेडी के साथ सरकार बनाने के बाद विपक्ष लगातार सीएम नीतीश कुमार पर हमलावर है. इस बीच नीतीश कुमार ने ‘दिल्ली में सत्ता में बैठे लोगों’ पर हमला करते हुए कहा कि उनकी प्रधान मंत्री बनने की महत्वाकांक्षा नहीं है. नीतीश कुमार ने आरोप लगाया कि बीजेपी 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में राजनीतिक रूप से खत्म करने का प्रयास किया था. नीतीश कुमार ने सदन में बहुमत साबित करते हुए बिहार विधानसभा में कहा कि, वह 2020 में भाजपा के दबाव में मुख्यमंत्री बने, हालांकि उन्होंने तब कहा था कि भाजपा को अपना मुख्यमंत्री बनाना चाहिए क्योंकि उन्होंने अधिक सीटें जीती हैं. लेकिन बीजेपी की भविष्य को लेकर कुछ और योजना थी. नीतीश कुमार ने कहा कि, ‘हम कुछ नहीं बनाना चाहते हैं’, हमारी सभी विपक्षी राजनीतिक दलों से 2024 के लोकसभा चुनाव में सामूहिक रूप से लड़ने की अपील है. बीजेपी नेतृत्व पर हमला बोलते हुए नीतीश कुमार ने पार्टी पर समाज में संघर्ष पैदा करने और हिंदू-मुस्लिम झगड़े पैदा करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, “वे (भाजपा) केवल समाज में व्यवधान पैदा करना चाहते हैं. सब जानते हैं कि हम 2013 में बीजेपी से अलग क्यों हुए. मुझे अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में तत्कालीन पीएम लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी से बहुत सम्मान मिला. उन्होंने मुझे महत्व दिया और मेरी बात सुनी. ‘आजादी के 75 साल का प्रचार, इस लड़ाई में बीजेपी कहां थी?’ उन्होंने कहा कि दिल्ली में सत्ता में बैठे लोग केवल प्रचार और प्रसार में लिप्त थे, उन्होंने कोई काम नहीं किया और मीडिया पर कब्जा कर लिया. नीतीश कुमार ने कहा कि भाजपा आजादी के 75 साल का प्रचार कर रही है, लेकिन आजादी की लड़ाई में भाजपा कहां थी. चिराग पासवान को हमारे खिलाफ चुनाव किसने लड़वाया? उन्हें लगा कि हम खत्म हो जाएंगे. इतना सब होने के बावजूद मैंने कुछ भी ध्यान में नहीं रखा. मैंने कहा था कि बीजेपी ने ज्यादा सीटें जीती हैं, आपका सीएम बनाया जाना चाहिए. मुझ पर इतना दबाव डाला गया कि मैं सीएम बन जाऊं, इसलिए मैं बन गया. जिस व्यक्ति (आरसीपी सिंह) को मैंने अपनी पार्टी में निम्नतम स्तर से राष्ट्रीय अध्यक्ष के सर्वोच्च स्थान तक पहुँचाया, उसे भाजपा ने शामिल कर लिया. सीएम नीतीश कुमार ने आगे कहा कि पहले की जदयू-भाजपा सरकार में उनके सहयोगियों, सुशील मोदी, प्रेम कुमार और नंद किशोर यादव को 2020 में भाजपा द्वारा मंत्री के रूप में नहीं चुना गया था. “मैंने दिल्ली से पटना विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय बनाने के लिए कहा था, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया. अब बिहार में भाजपा के नेता मुझे गाली देना चाहते हैं, क्योंकि ऐसा करने पर उन्हें दिल्ली में पद मिलेगा. बता दें कि गठबंधन तोड़ने के बाद से नीतीश कुमार ने बीजेपी पर पहली बार खुलकर हमला बोला. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी | Tags: Bihar BJP, Chief Minister Nitish Kumar, Tejaswi yadavFIRST PUBLISHED : August 24, 2022, 21:39 IST