बेटियां आज भी बोझ कच्ची उम्र में ही ब्याह देते हैं मां-बाप 3 महीने 103 केस

दक्षिण पूर्वी राज्य में गरीबी और अशिक्षा की मार सबसे ज्यादा छोटी बच्चियों को चुकानी पड़ रही है. हाल में बाल विवाह को लेकर चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं. ताजा रिपोर्ट के मुताबिक यह राज्य बाल विवाह के मामले में तीसरे नंबर पर है. यहां तो एक जिले में तीन महीने में चौंकाने वाले आंकड़े आए हैं. चलिए जानते हैं पूरा मामला.

बेटियां आज भी बोझ कच्ची उम्र में ही ब्याह देते हैं मां-बाप 3 महीने 103 केस