गजब! 6 दिन युवक के दिल में फंसा रहा खंजर फिर ‘भगवान’ ने किया कमाल बच गई जान

Haryana News: हरियाणा के रोहतक के डॉक्टर्स ने एक युवक के दिल में फंसे हुए चाकू को निकाला है. छह दिन से यह खंजर युवक के दिल में फंसा हुआ था. अब मरीज की हालत ठीक है.

गजब! 6 दिन युवक के दिल में फंसा रहा खंजर फिर ‘भगवान’ ने किया कमाल बच गई जान
रोहतक. डॉक्टरों को धरती का भगवान यूं हीं नहीं कहा जाता है. हरियाणा के रोहतक की पीजीआई के डॉक्टर्स ने एक दुर्लभ ऑपरेशन कर मरीज की जान बचाई है. सोनीपत के नाथूपुर गांव का रहने वाला दिनेश 16 अक्टूबर को पीजीआई में रेफर किया गया था और उसके दिल में चाकू धंसा हुआ था. आपसी लड़ाई-झगड़े के चलते कुछ लोगों ने उसके साथ मारपीट की थी और उसे चाकू मार दिया था‌. चाकू दिनेश की छाती के अंदर ही धंस गया था, जोकि उसके दिल में लगा हुआ था. पीजीआई के हृदय शल्य चिकित्सा विभाग में कार्डियक सर्जरी और बेहोशी विभाग के चिकित्सकों ने मौत के मुंह में जा चुके मरीज को नया जीवनदान दिया. दरअसल, 16 अक्टूबर की रात सोनीपत जिले के नाथूपुर गांव के रहने वाले दिनेश को आपसी झगड़े के दौरान किसी ने चाकू मार दिया. चाकू उसकी छाती में फंस गया और उसका हैंडल टूट कर अलग हो गया. मरीज की गंभीर हालत को देखते हुए उसे रात करीब 2 बजे पीजीआई के ट्रॉमा सेंटर में लाया गया. जहां पर डाक्टरों ने मरीज की गंभीर हालत को देखते हुए तुरंत कार्डियक सर्जरी विभाग में सूचना दी. डाक्टरों ने जब मरीज की जांच की तो पता चला की चाकू हृदय के अंदर पूरी तरह से फंसा हुआ है. मरीज की गंभीर हालत को देखते हुए तुरंत प्रभाव से मरीज को ऑपरेशन के लिए कार्डियक सर्जरी ओटी में शिफ्ट किया गया. पीजीआई के निदेशक एवं सीनियर कार्डियक सर्जन न डॉक्टर एसएस लोहचब ने बताया कि जब मरीज को ओटी में ले जाकर छाती खोलकर जांच की गई तो पता चला कि चाकू चौथे कॉस्टोकॉन्ड्रल जंक्शन से होते हुए दाएं फेफड़े, पेरीकार्डियम से होते हुए दाएं एट्रीयम में घुसा हुआ था. ऐसे में यदि चाकू को सीधा निकाल दिया जाता तो अत्यधिक रक्तस्राव होने के चलते मरीज की जान जा सकती थी. तीन से चार घंटे चला ऑपरेशन ऐसे में सभी चिकित्सकों ने मिलकर मरीज की हृदय के पास वाली झिल्ली को और अधिक खोला और चाकू को बाहर निकाल कर राइट साइड चैंबर को रिपेयर किया. इसके साथ ही फेफड़ों को भी रिपेयर करके चाकू पूरी तरह से बाहर निकाल दिया गया. डा. लोहचब ने बताया कि करीब 3-4 घंटे तक चले इस जटिल ऑपरेशन के बाद उनकी टीम मरीज की जान बचाने में पूरी तरह से सफल रही और अभी मरीज स्वास्थ्य लाभ ले रहा है और जल्द ही उसे डिस्चार्ज कर दिया जाएगा. डाक्टर भगवान बनकर आए- मां मरीज की मां संतोष ने कहा कि डाक्टर उनके लिए भगवान बनकर आए. ऐसे दिल में चाकू लगने के कारण कोई नहीं बच पाता, पर उसके बेटे को बचा लिया गया. वहीं, दिनेश को चाकू क्यों मारा गया, इस बारे में ड्राइवर समीर ने बताया कि कुछ लोग उसे अपने साथ ले जाना चाहते थे, लेकिन मना किया तो मेरे साथ मारपीट करने लगे. दिनेश ने इसका विरोध किया तो वे धमकी देकर गए और दोबारा आकर चाकू मारकर फरार हो गए. Tags: Haryana News Today, Heart Disease, Rohtak pgi, Sonipat news todayFIRST PUBLISHED : October 22, 2024, 13:14 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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