जर्जर मॉडल संस्‍कृति स्‍कूलों की फोटो मुख्‍यमंत्री को भेजें हैड मास्‍टर पेरेंट्स ने की अपील

शिक्षा निदेशालय पंचकूला ने जिला शिक्षा अधिकारी को पत्र भेजकर फरीदाबाद के सभी 90 मॉडल संस्कृति विद्यालयों की जर्जर बिल्डिंग व कमरों तथा संसाधनों की कमी की पूरी रिपोर्ट व जानकारी मांगी है. इस बारे में मंच के प्रदेश महासचिव कैलाश शर्मा व प्रदेश संरक्षक सुभाष लांबा ने आरोप लगाया कि यह सिर्फ खानापूर्ति है.

जर्जर मॉडल संस्‍कृति स्‍कूलों की फोटो मुख्‍यमंत्री को भेजें हैड मास्‍टर पेरेंट्स ने की अपील
चंडीगढ़. हरियाणा में मॉडल संस्‍कृति स्‍कूलों का मामला गरमाता जा रहा है. लंबे समय से स्‍कूलों को लेकर शिकायत कर रहे अभिभावकों ने अब शिक्षा निदेशालय की कार्रवाई को खानापूर्ति बताते हुए आरोप लगाया है. साथ ही निदेशालय की ओर से 90 जर्जर मॉडल संस्‍कृति स्‍कूलों को लेकर मांगी गई रिपोर्ट को भी अभिभावक एकता मंच ने सार्वजनिक रूप से जारी कर दिया है. मंच का कहना है कि स्‍कूलों की हालत को लेकर यह जानकारी पहले ही राज्‍य सरकार और डीईओ दफ्तर को कई बार भेजी जा चुकी है. बता दें कि शिक्षा निदेशालय पंचकूला ने जिला शिक्षा अधिकारी को पत्र भेजकर फरीदाबाद के सभी 90 मॉडल संस्कृति विद्यालयों की जर्जर बिल्डिंग व कमरों तथा संसाधनों की कमी की पूरी रिपोर्ट व जानकारी मांगी है. इस बारे में मंच के प्रदेश महासचिव कैलाश शर्मा व प्रदेश संरक्षक सुभाष लांबा ने आरोप लगाया कि यह सिर्फ खानापूर्ति है. इससे पहले ही जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय द्वारा 2020 व 21 में स्कूलों की जर्जर बिल्डिंग व कमरों और संसाधनों की कमी की पूरी रिपोर्ट व जानकारी शिक्षा निदेशालय पंचकूला को भेजी जा चुकी है. मंच ने भी स्कूलों की जर्जर बिल्डिंग व कमरों की फोटो व वीडियो मुख्यमंत्री शिक्षा मंत्री व अतिरिक्त मुख्य सचिव शिक्षा डॉ महावीर सिंह को उपलब्ध कराई हैं. इसके अलावा इस विषय पर पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में दायर याचिका के साथ भी जर्जर बिल्डिंग व कमरों की फोटो व वीडियो लगाई गई थी. हाईकोर्ट ने हरियाणा सरकार को आदेश दिया था कि सरकारी स्कूलों की जर्जर व कंडम हो चुकी बिल्डिंग व कमरों की जगह नए कमरे बनाए जाएं और सभी जरूरी संसाधन स्कूलों में मुहैया कराए जाएं लेकिन सरकार खासकर प्राइमरी स्कूलों की दशा सुधारने के लिए कदम उठा रही है, ऐसा नहीं दिखाई दे रहा है. ऐसी है मॉडल स्‍कूल बनाए गए विद्यालयों की हालत मंच का आरोप है कि सरकार ने आनन-फानन में शहर व ग्रामीण क्षेत्र के 90 प्राइमरी स्कूलों को मॉडल संस्कृति विद्यालय का दर्जा दे दिया. उनके गेट पर रंग रोगन, पुताई करवाकर मॉडल संस्कृति स्कूल का बोर्ड लगवा दिया जबकि वास्तविकता यह है कि उनके अंदर की बिल्डिंग, कमरे, चार दिवारी, जर्जर व कंडम हालत में हैं. उदाहरण के तौर पर ददसिया गांव के प्राइमरी स्कूल के मेनगेट पर रंग रोगन, साज सज्जा करके उस पर मॉडल संस्कृति का बोर्ड लगा दिया गया है. जबकि उसके अंदर कमरे, बरामदे व मैदान की हालत बहुत खस्ताहाल व जर्जर है और टीचर संसाधनों की काफी कमी है. ऐसी ही हालात अन्य बनाए गए सभी प्राइमरी मॉडल स्कूलों की है. पिछले 3 साल से गर्ल्स प्राइमरी स्कूल ओल्ड की बिल्डिंग बन रही है सिर्फ डीपीसी लेवल तक काम हुआ है. इसे भी मॉडल स्कूल बना दिया गया है. सेक्टर 9 का प्राइमरी स्कूल 2 एकड़ में बना है. पुराने चार कमरे पूरी तरह से जर्जर व कंडम हैं. छह कमरे नए बने हैं, उनकी छत से पानी टपकता है. खिड़कियों पर दरवाजे हैं ही नहीं. इसे भी मॉडल स्कूल बना दिया है. ऐसी ही हालत अधिकांश स्कूलों की है. जर्जर स्‍कूलों की फोटो और वीडियो सीधे मुख्‍यमंत्री को भेजें मंच ने बनाए गए सभी 90 मॉडल संस्कृति प्राइमरी स्कूलों की लिस्ट सार्वजनिक करते हुए इन स्कूलों के हेड मास्टर व स्कूल मैनेजमेंट कमेटी के सदस्यों से कहा है कि वे अपने स्कूल की जर्जर बिल्डिंग व कमरों की फोटो व वीडियो और टीचर व संसाधनों की कमी की जानकारी सीधे मुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री को भेजें और इसकी एक प्रति मंच के हेल्पलाइन नंबर 9810499060 पर भी उपलब्ध कराएं, जिससे उचित कार्रवाई कराई जा सके. 90 मॉडल संस्कृति प्राइमरी स्कूलों की सूची ददसिया, संजय कॉलोनी, डबुआ, सेहतपुर,सेक्टर 30, कुरेशीपुर, नगला गुजरान, लालपुर, मवई, मागर, नवादा, बजरी, पल्ला एक और दो,चिर्सी, बुढ़ाना,खेड़ी कला, पाखल, पावटा, पाली, अमीरपुर, खेड़ी जमालपुर, धौज़, टिकरी खेरा, नीमका, गर्ल्स तिगांव, महावतपुर,भूपानी,भाकरी,बादशाहपुर, बड़खल,सेक्टर 18, खंदावली, चावला कॉलोनी, बिजोपुर, सेक्टर 55, अजरोंदा, फतेहपुर चंदीला, गर्ल्स व वॉइज एनआईटी 5, गर्ल्स व वॉइज एनआईटी 2, गर्ल्स व वॉइज एनआईटी 3, सेक्टर 29, गर्ल्स महाराजपुर, मेवला महाराजपुर, गर्ल्स ओल्ड, सरूरपुर, नेकपुर,सारन, अगवानपुर, लक्करपुर, सेक्टर 37, तिलपत, अनंगपुर, सराय ख्वाजा, भतोला,सेक्टर 21 डी, सेक्टर 31, दौलताबाद, एत्मादपुर, सेक्टर 28, सेक्टर 16, गर्ल्स व बॉयज एनआईटी1, नचौली, राजपुर कला, गर्ल्स पाली, राजीव कॉलोनी, पन्हेडा कलां, बापुनगर, मुझेडी, जाजरू,मिर्जापुर, सोतई, करनेरा,सेक्टर10, सेक्टर 55, सेक्टर 2, साहूपुरा, गोच्छी, फिरोजपुर कला, फतेहपुर बिल्लौच,छायंसा, चंदावली, गर्ल्स बल्लभगढ़, अरुआ, सेक्टर 22, ऊंचा गांव, झाड़सेतली, सेक्टर 7 व 8 आदि. इन सभी को मॉडल संस्कृति विद्यालय बना दिया गया है जबकि इनकी बिल्डिंग व कमरे जर्जर हैं संसाधन व टीचरों की कमी है. इन सभी स्कूलों के मेनगेट को जरूर रंग रोगन करके और चकाचक बनाकर मॉडल स्कूल का बोर्ड लगा दिया गया है. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी | Tags: Government School, Haryana news, Primary SchoolFIRST PUBLISHED : July 09, 2022, 15:00 IST