दीवाली के लिए रेलवे की सौगात चेन्नई से इन शहरों के लिए चलेंगी विशेष ट्रेन

Festival Special Train: भारतीय रेलवे दीवाली के अवसर पर चेन्नई से कन्नियाकुमारी के बीच विशेष ट्रेनें चलाएगी. ट्रेन संख्या 06001, 29 अक्टूबर और 5 नवंबर को रात 11:45 बजे निकलेगी, जबकि वापसी ट्रेन 30 अक्टूबर और 6 नवंबर को चलेगी.

दीवाली के लिए रेलवे की सौगात चेन्नई से इन शहरों के लिए चलेंगी विशेष ट्रेन
हाइलाइट्स नीलाम हो गया मुजफ्फरपुर का पुराना एसएसपी का कार्यालय. कृष्ण कुमार ने लगाई 9 लाख 1 हजार की सबसे अंतिम बोली. मुजफ्फरपुर. जहां लोग पहले न्याय के लिए जिले के एसपी और एसएसपी के पास आते थे, उस एसएसपी कार्यालय का पुराना भवन नीलाम हो गया. बिहार के मुजफ्फरपुर समाहरणालय परिसर स्थित पुराने भवन की नीलामी में कई दिग्गजों ने किस्मत आजमाई, लेकिन मोतीपुर के रहने वाले हरे कृष्ण कुमार ने सबसे ऊंची बोली लगाकर एसएसपी कार्यालय के पुराने भवन को अपने नाम कर लिया. नीलामी लेने वाला शख्स भवन को तोड़कर सारा सामान ले जाएंगे. खास बात यह कि सभी इसे कबाड़ कहता है, लेकिन कृष्ण कुमार ने इस कबाड़ के लिए सबसे ऊंची बोली लगा दी. जब यह उनके नाम हो गया तो वह बेहद खुश नजर आए. जानकारी के मुताबिक, ब्रिटिश काल के भवनों की तर्ज पर एसपी कार्यालय का निर्माण 70 के दशक में हुआ था. तत्कालीन डीजीपी शशि भूषण सहाय ने इसका उद्घाटन किया था. तब जिले में देवाशीष गुप्त जिला दंडाधिकारी थे और एनपी सहाय मुजफ्फरपुर के एसपी थे. भवन में लगे शिलापट्ट से उद्घाटन और निर्माण की तिथि भी मिट चुकी है. भवन की दीवारें 30 ईंच मोटी है. चूना और सुर्खी से भवन बना हुआ है और लोहे के शहतीर पर आर्च पर छत बनी हुई है. पुलिसवालों की भावनाएं भी इस भवन जुड़ी हुई हैं. मुजफ्फरपुर कलेक्टेरियट में पुराने एसएसपी भवन की नीलामी के लिए पहुंचे थे 105 लोग. सबसे ऊंची बोली कृष्ण कुमार ने लगाई. दरअसल, पुराने एसएसपी कार्यालय के पुराने बिल्डिंग को तोड़कर उसकी जगह पर नये पुलिस कार्यालय के लिए पांच मंजिला भवन तैयार होना है. इसके लिए डीपीआर तैयार हो चुका है. निर्माण पर 10 करोड़ रुपये से अधिक लागत आने की संभावना है. बता दें कि बीते साल इस भवन में आग लग गई थी इसके कारण भवन जर्जर हो चुका है. आग से क्षतिग्रस्त हुए इस भवन के पुनर्निर्माण की अनुशंसा पुलिस भवन निर्माण निगम ने की थी. मुजफ्फरपुर जिले के मोतीपुर के हरे कृष्ण कुमार ने कहा कि कबाड़ खरीदकर भी मैं खुश हूं इसका उपयोग निजी कार्य में करूंगा. नीलामी के दिन इसमें लगभग 105 लोगों ने भाग लिया फिर सभी ने अपनी-अपनी बोली लगायी जिसमें 5 लाख 9 सौ 58 रुपये सरकारी बोली थी, लेकिन अंत में हरे कृष्णा ने 9 लाख 1 हजार में डील फाइनल कर ली. उन्होंने बताया कि इसका है यूज हम अपने निजी काम में करेंगे. Tags: Bihar News, Muzaffarpur news, Unique newsFIRST PUBLISHED : October 26, 2024, 19:16 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed