गरीबों के साथ जैसे होता है वही हुआ! जीवनभर की कमाई जमा की अब नहीं दे रहे पैसा

Chit Fund Scheme: हरियाणा के झज्जर में यह मामला सामने आया है. पब्लिक ने अब सोसाइटी के दफ्तर के बाहर डेरा डाला था. लोगों की मांग है कि उन्हें उनका पैसा लौटाया जाए.

गरीबों के साथ जैसे होता है वही हुआ! जीवनभर की कमाई जमा की अब नहीं दे रहे पैसा
बहादुरगढ़.  हरियाणा के बहादुरगढ़ में बैंकिंग एक्टिविटी चला रही एक सोसायटी के बाहर जमकर हंगामा हो गया.  ह्यूमन वेलफेयर क्रेडिट एंड थ्रिफ्ट को-ऑपरेटिव सोसायटी लिमिटेड ने शहर के छोटूराम नगर में ऑफिस खोल रखा था. पिछले कई सालों से सोसायटी के बैंकिंग ऑफिस में भारी भरकम ब्याज और पैसा दोगुना करने के लालच में लोगों ने अपना करोड़ों रुपये जमा करवाया था. हालांकि, शुरू में सब ठीक ठाक भी रहा. लेकिन अब पिछले 6 महीने से हालात बदलने लगे थे. लोगों का कहना है कि सोसायटी वाले उनकी जमा पूंजी भी नही दे रहे हैं. पिछले 10 दिनों से किश्तें भी जमा करनी बंद कर रखी है. लोगों को डर है कि अब सोसायटी भाग रही है, इसलिए सैंकड़ों की संख्या में लोगों ने इकठ्ठा होकर सोसायटी के ऑफिस को घेर लिया और जमकर हंगामा भी किया. लोगों ने बताया कि वे गरीब कामगार है और अपना पेट काट काटकर पैसा जमा करवाया था और उन्हें कहा गया था कि 3 साल बाद ब्याज सहित पूरी रकम मिलेगी, लेकिन अब तो उनकी जमा पूंजी ही नही मिल रही है. गौरतलब है कि करीबन 5 हजार लोगों ने सोसायटी में पैसा जमा करवाया है. सोसाइटी का मैनेजर बोला हमें भी सैलरी नहीं मिली अपना पैसा पाने के लिए बेताब और परेशान दिख रहे लोगों ने सोसायटी के बैंकिंग कर्मचारियों को भी घेर लिया. हंगामा बढ़ता देख कर पुलिस भी मौके पर पहुुंची लेकिन लोगों को शांत  नहीं करवा पाई. सोसायटी के बैंकिंग मैनेजर दीप नारायण ने बताया कि किसी ने अफवाह फैला दी है कि वो लोग भाग रहे हैं, इसलिए लोग परेशान हो गए हैं. उन्होंने माना कि पिछले दो तीन महीने से बैकएंड से पैसा नही आ रहा है, जिसके कारण लोगों को पैसा नहीं दे पा रहे हैं. उन्होंने बताया कि वो तो खुद कर्मचारी हैं और उन्हें भी दो-तीन महीने से तनख्वाह नहीं मिली है. उन्होंने बताया कि सोसायटी कृषि मंत्रालय से रजिस्टर्ड है और सारा काम कानूनी तौर पर किया जा रहा है. पुलिस ने अब तक कुछ नहीं कहा पुलिस लोगों की शिकायत पर जांच करने में जुटी हुई है, लेकिन मीडिया के सामने कुछ भी कहने से बच भी रही है. लेकिन कई सवाल ऐसे हैं जिनके जवाब बेहद जरूरी हैं. पहला ये कि कृषि मंत्रालय के तहत रजिस्टर्ड सोसायटी एक बैंक की तरह क्या काम कर सकती है. लोगों की आरडी, एफडी और सेविंग खाते खोले जा सकते हैं. क्या उन्हें हरियाणा में काम करने की अनुमति है. क्या आरबीआई  और वित मंत्रालय से  आम लोगों के साथ फाइनेंस एक्टिविटी करने की अनुमति है. गौरतलब है कि अक्सर पैसा डबल करने के नाम पर गरीब लोग कंपनी में पैसा जमा करवाते हैं और बाद में कंपनी पैसा लेकर भाग जाती है. बहुत सी सोसाइटीज में भी ऐसे ही लोगों के पैसे डकार लिए जाते हैं. FIRST PUBLISHED : December 17, 2024, 14:28 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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