इस फल की खेती कर किसान की बदल गई तकदीर! 4-5 लाख की हो रही कमाई जानिए तरीका

किसान उत्तम वर्मा ने बताया कि  हमने इसकी खेती करने के लिए करीब 30 पौधे बाहर से मंगवाकर खेत में लगवाये थे. जिसमें हमें अच्छा फायदा देखने को मिला. आज करीब 4 बीघे में ड्रैगन फ्रूट की खेती कर रहे हैं. ड्रैगन फ्रूट के एक पौधे से 15 से 20 फल मिलते हैं.

इस फल की खेती कर किसान की बदल गई तकदीर! 4-5 लाख की हो रही कमाई जानिए तरीका
संजय यादव/बाराबंकी: वैसे तो ड्रैगन फ्रूट की खेती ठंडे प्रदेशों में की जाती है, ड्रैगन फ्रूट की खेती थाईलैंड में सबसे ज्यादा होती है. विदेशों में ड्रैगन फ्रूट की मांग अधिक होने के कारण इस फल की कीमत अधिक है. जहां डिमांड के साथ और बढ़ जाती है. जिससे यहां के किसान अच्छा खासा फायदा कमा लेते हैं. ड्रैगन फ्रूट की खेती भी ऐसी ही मोटी कमाई वाली है. बस इसको सही से करने की जरूरत है. ड्रैगन फ्रूट की खेती से किसान लाखों रुपये की कमाई कर सकते हैं. वहीं बाराबंकी जिले में कई किसान ड्रैगन फ्रूट की खेती कर रहे हैं, जिससे उन्हें अच्छा मुनाफा भी हो रहा है. जनपद बाराबंकी के एक किसान की  ड्रैगन फ्रूट की खेती से किस्मत चमक गयी. इस खेती से उन्हें लागत के हिसाब से अच्छा मुनाफा होता है. इसके लिए वह कई सालों से ड्रैगन फ्रूट की खेती करके हर साल लाखों रुपए मुनाफा कमा रहे हैं. बाराबंकी जिले के सिहाली गांव के रहने वाले किसान उत्तम वर्मा ने करीब 30 पेड़ अपने खेत में ड्रैगन फ्रूट के लगवाये थे. जिसमें उन्हें अच्छा मुनाफा देखने को मिला. आज वह करीब एक एकड़ में ड्रैगन फ्रूट की खेती कर रहे हैं. इस खेती से लगभग उन्हें 4 से 5 लाख रुपए मुनाफा प्रतिवर्ष हो रहा है. वहीं किसान उत्तम वर्मा ने बताया कि  हमने इसकी खेती करने के लिए करीब 30 पौधे बाहर से मंगवाकर खेत में लगवाये थे. जिसमें हमें अच्छा फायदा देखने को मिला. आज करीब 4 बीघे में ड्रैगन फ्रूट की खेती कर रहे हैं. ड्रैगन फ्रूट के एक पौधे से 15 से 20 फल मिलते हैं.  इस खेती में लागत करीब एक बीघे में 50 से 60 हजार रुपये आती है. क्योंकि इसमें पौधे, सीमेंट के खम्भे, ड्रिप, कीटनाशक दवाइयां, वर्मी कंपोस्ट, जैविक खाद, पानी, लेबर आदि का खर्च लगता है और वहीं मुनाफा करीब एक फसल पर 4 से 5 लाख रुपए तक हो जाता है. इसकी खेती हम ड्रिप विधि से कर रहे हैं. क्योंकि इससे पानी व कीटनाशक दवाइयां पौधे की जड़ में आराम से पहुंच जाती हैं. जिससे हमारे पौधों में रोग नहीं लगता है. ड्रैगन फ्रूट की खेती करने के लिए पहले खेत में  गड्ढे खोदकर सीमेंट के खंभे गाड़े जाते हैं. वहीं एक दो खंभों के बीच की दूरी लगभग 4 से 5 फिट रखकर फिर खंभे से सटाकर पौधे लगा दिए जाते हैं. फिर इसमें हम ड्रिप को हर एक पौधे में बिछा देते हैं. जिससे पौधा लगाने के समय ही ड्रिप से हल्के पानी की सिंचाई की जाती है. जब पौधा तैयार हो जाता है, तो वही पौधा लगाने के महज 16 महीने में फल आने शुरू हो जाते हैं. जिसको तोड़ कर बाजारों में बेच सकते हैं. Tags: Farming, Hindi news, Local18FIRST PUBLISHED : May 14, 2024, 13:44 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed