कमाल है यूपी का युवा किसान नौकरी छोड़ कर रहा है खेती कमाई 35 लाख से ज्यादा

Paddy Cultivation: आजकल खेती किसानी कर किसान खूब कमाई कर रहे हैं. खासतौर पर धान की फसल किसानों को अच्छा मुनाफा दे रही है.

कमाल है यूपी का युवा किसान नौकरी छोड़ कर रहा है खेती कमाई 35 लाख से ज्यादा
बलिया: मेहनत अगर किसी एक्सपर्ट की राय के साथ की जाए, तो परिणाम बेहद शानदार होते हैं. बलिया के एक युवा किसान ने इस सिद्धांत को सच साबित कर दिखाया है/ बीटेक की पढ़ाई करने के बाद प्राइवेट नौकरी छोड़कर, मशहूर कृषि विशेषज्ञ सुभाष पालेकर से राय लेकर खेती शुरू की और आज लाखों का मुनाफा कमा रहे हैं. यह युवा किसान न केवल अपनी सफलता से चर्चा का विषय बना है, बल्कि अन्य किसानों के लिए प्रेरणा स्रोत भी बन गया है. पढ़ाई-लिखाई छोड़ शुरू की खेती दुष्यंत कुमार सिंह जनपद बलिया के बसंतपुर गांव के निवासी हैं. लोकल 18 से बात करते हुए उन्होंने बताया कि उनकी 2017 में बीटेक की पढ़ाई पूरी हुई. उन्होंने बेंगलुरु में एक साल तक प्राइवेट नौकरी की. हालांकि, नौकरी में संतुष्टि नहीं मिली, जिसके बाद उन्होंने खेती करने का फैसला किया और अपने गांव वापस लौट आए. दुष्यंत की सफलता का सफर तब शुरू हुआ जब उन्होंने बेंगलुरु में एक शिविर के दौरान कृषि विशेषज्ञ सुभाष पालेकर से मुलाकात की. पालेकर के दिए गए सुझावों को अमल में लाते हुए दुष्यंत ने खेती की दुनिया में कदम रखा. उनका यह प्रयास सफल साबित हुआ और वो कम समय में ही यूपी के धाकड़ किसान बन गए. इसे भी पढ़ें: Farmer Double Income: धान-गेहूं भूल जाएंगे, इस फसल से होगी दोगुनी कमाई, लागत-मेहतन भी बहुत कम दो किस्मों के धान की खेती दुष्यंत ने बताया कि वो दो प्रमुख किस्मों के धान की खेती करते हैं. काला नमक किरण और मानवीय मनीला सिंचित धान-1. मनीला धान की विशेषता यह है कि इसमें सिंचाई की कम आवश्यकता होती है और प्रति हेक्टेयर 55 से 60 क्विंटल उपज मिलती है. दुष्यंत ने बताया कि उन्होंने इस वर्ष पहली बार चार बीघे में मनीला धान की खेती की है. 65 बीघे में काला नमक किरण की खेती की है. काला नमक की खेती दुष्यंत पिछले चार सालों से कर रहे हैं, जिससे वो दूर-दूर तक मशहूर हो गए हैं. इसकी काफी मांग है. बिना रसायनों के करते हैं खेती दुष्यंत ने बताया कि वो स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए पूरी तरह से प्राकृतिक खेती करते हैं. उन्होंने पशुपालन भी किया है, जिसके माध्यम से वे जैविक खाद तैयार करते हैं. यह जैविक खाद न केवल उनकी खेती को संपन्न करता है, बल्कि उन्हें अच्छा मुनाफा भी दिलाता है 65 बीघा से लगभग 39 लाख का मुनाफा दुष्यंत ने बताया कि इस बार उन्होंने 65 बीघे में काला नमक किरण धान की खेती की है. एक बीघे की खेती में लगभग 4-5 हजार रुपये की लागत आती है और प्रति बीघे से लगभग 60,000 रुपये का मुनाफा होता है. इस हिसाब से 65 बीघे में उन्हें 39 लाख रुपये तक का मुनाफा होने की उम्मीद है, जबकि कुल लागत मात्र तीन लाख रुपये आई है. Tags: Agriculture, Ballia news, Local18FIRST PUBLISHED : September 24, 2024, 10:11 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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