जब परिवार को पीएम मोदी ने बताई घर छोड़ने की बात तो मा ने कही थी ये बात

प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी मां के 100वें वर्ष में प्रवेश करने पर एक ब्लॉग भी लिखा है, जिसमें उन्होंने अपने जीवन से जुड़ी कई यादों को साझा किया है.

जब परिवार को पीएम मोदी ने बताई घर छोड़ने की बात तो मा ने कही थी ये बात
नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज दो दिवसीय दौरे पर गुजरात पहुंचे हुए हैं. इस दौरान पीएम मोदी ने अपनी मां हीराबेन मोदी के 100वें जन्मिदन पर उनसे आशीर्वाद लेने गांधीनगर पहुंचे. पीएम मोदी इस क्षण में काफी भावुक नजर आए और उन्होंने अपने ब्लॉग में अपनी मां, अपना बचपन, अपने पिता और अपने कार्यकाल के दिनों को याद किया है. अपनी मां से मुलाकात करने के बाद पीएम मोदी ने ट्वीट कर लिखा कि मां केवल एक शब्द नहीं है बल्कि इसमें बहुत कुछ समाया है. प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी मां के 100वें वर्ष में प्रवेश करने पर एक ब्लॉग भी लिखा है, जिसमें उन्होंने अपने जीवन से जुड़ी कई यादों को साझा किया है. पीएम मोदी ने बताया है कि जब उन्होंने घर छोड़ने का फैसला किया था तब परिवार के लोगों की क्या प्रतिक्रिया थी. पीएम मोदी ने अपने ब्लॉग में लिखा है कि मैंने जब घर छोड़ने का फैसला कर लिया, तो उसे भी मां कई दिन पहले ही समझ गई थीं. मैं मां-पिताजी से बात-बात में कहता ही रहता था कि मेरा मन करता है कि बाहर जाकर देखूं, दुनिया क्या है. मैं उनसे कहता था कि रामकृष्ण मिशन के मठ में जाना है. स्वामी विवेकानंद जी के बारे में भी उनसे खूब बातें करता था. मां-पिताजी ये सब सुनते रहते थे. ये सिलसिला कई दिन तक लगातार चला. एक दिन आखिरकार मैंने मां-पिता को घर छोड़ने की इच्छा बताई और उनसे आशीर्वाद मांगा. मेरी बात सुनकर पिताजी बहुत दुखी हुए. वो थोड़ा खिन्न होकर बोले- तुम जानो, तुम्हारा काम जाने. लेकिन मैंने कहा कि मैं ऐसे बिना आशीर्वाद घर छोड़कर नहीं जाऊंगा. मां को मेरे बारे में सब कुछ पता था ही. पीएम मोदी ने ब्लॉग में बताया कि उन्होंने फिर मेरे मन का सम्मान किया. वो बोलीं कि जो तुम्हारा मन करे, वही करो. हां, पिताजी की तसल्ली के लिए उन्होंने उनसे कहा कि वो चाहें तो मेरी जन्मपत्री किसी को दिखा लें. हमारे एक रिश्तेदार को ज्योतिष का भी ज्ञान था. पिताजी मेरी जन्मपत्री के साथ उनसे मिले. जन्मपत्री देखने के बाद उन्होंने कहा कि “उसकी तो राह ही कुछ अलग है, ईश्वर ने जहां तय किया है, वो वहीं जाएगा”. इसके कुछ घंटों बाद ही मैंने घर छोड़ दिया था. तब तक पिताजी भी बहुत सहज हो चुके थे. पिताजी ने मुझे आशीर्वाद दिया. घर से निकलने से पहले मां ने मुझे दही और गुड़ भी खिलाया. पीएम मोदी ने बताया कि वो जानती थीं कि अब मेरा आगे का जीवन कैसा होने जा रहा है. मां की ममता कितनी ही कठोर होने की कोशिश करे, जब उसकी संतान घर से दूर जा रही हो, तो पिघल ही जाती है. मां की आंख में आंसू थे लेकिन मेरे लिए खूब सारा आशीर्वाद भी था. घर छोड़ने के बाद के वर्षों में, मैं जहां रहा, जिस हाल में रहा, मां के आशीर्वाद की अनुभूति हमेशा मेरे साथ रही. मां मुझसे गुजराती में ही बात करती हैं. गुजराती में तुम के लिए तू और आप के लिए तमे कहा जाता है. मैं जितने दिन घर में रहा, मां मुझसे तू कहकर ही बात करती थीं. लेकिन जब मैंने घर छोड़ा, अपनी राह बदली, उसके बाद कभी भी मां ने मुझसे तू कहकर बात नहीं की. वो आज भी मुझे आप या तमे कहकर ही बात करती हैं. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी | Tags: Narendra modi, PM ModiFIRST PUBLISHED : June 18, 2022, 11:11 IST