किसने की फ्रीज एसी से निकली वाली गैस की खोज 99% लोगों को नहीं होगा पता
किसने की फ्रीज एसी से निकली वाली गैस की खोज 99% लोगों को नहीं होगा पता
अधिकांश लोग अपने घरों में फ्रीज और एसी का उपयोग करते हैं. लेकिन आपमें से कितनों को पता है कि इससे निकलने वाली गैस की खोज किसने की है. अगर आप भी नहीं जानते हैं, तो नीचे दिए गए बातों को ध्यान से पढ़ें
आप में से अधिकांश लोगों के घरों में फ्रीज, एसी का इस्तेमाल होता है. लेकिन आप में से बहुत ही कम लोगों को पता होगा कि इसमें से निकली वाली गैस की खोज किसने की है. अगर नहीं जानते हैं, तो हम आपको इनके बारे में बताते हैं. हम जिस शख्स की बात कर रहे हैं, उनका नाम थॉमस मिडग्ले जूनियर (Thomas Midgley Jr.) है. इन्होंने दो ऐसे खतरनाक अविष्कार किए, जो दुनिया को सबसे अधिक नुकसान पहुंचाया. इन दो अविष्कारों में लीडेड गैसोलीन और क्लोरोफ्लोरोकार्बन है. इनका प्रेस के सामने वर्ष 1924 में किए गए स्टंट के सौ साल बाद पूरी दुनिया इससे उबरा रहा है.
वह वैज्ञानिक जिसने गलती से ले ली लाखों की जान
थॉमस मिडग्ले (Thomas Midgley Jr.) जूनियर वर्ष 1924 में जनरल मोटर्स के लिए एक केमिकल इंजीनियर थे. उन्होंने 20वीं शताब्दी की दो सबसे बड़ी गेम-चेंजिंग खोज की. उस खोज का समर्थन करने के लिए उन्होंने लेड कंपाउंड जिसे टेट्राएथिल भी कहा जाता है, उसके साथ एक स्टंट किया, जिसे बाद में एड करके गैसोलीन की खोज की. गैसोलीन से उस समय ऑटोमोटिव इंडस्ट्री के सामने आने वाली सबसे बड़ी समस्याओं में से एक को हल कर दिया था. इन समस्याओं में इंजन में खराबी, गैसोलीन की कम गुणवत्ता के कारण कार के इंजन में छोटे विस्फोट, जिसके वजह से तेज आवाज होती थी.
इस खोज से तो यह समस्या तो हल हुई लेकिन इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ी. यह पदार्थ मनुष्यों, विशेषकर बच्चों के लिए अत्यधिक विषैला होता है. इन्हीं वजह से 1944 में थॉमस मिडग्ले के मृत्यु के लगभग 70 साल बाद भी उन्हें वह व्यक्ति माना जाता है, जो दुनिया को किसी भी अन्य इंसान की तुलना में सबसे अधिक नुकसान पहुंचाया है.
यह खोज समस्या भी और समाधान भी
मिडग्ले ने इतिहास में एक और विनाशकारी आविष्कार के साथ अपनी छाप छोड़ी, जो एक समस्या का समाधान भी था. फ्रीज और एयर कंडीशनिंग में उपयोग की जाने वाली हानिकारक और ज्वलनशील गैसों को बदलने की आवश्यकता थी. उन्होंने पाया कि सीएफसी यानी क्लोरोफ्लोरोकार्बन मनुष्यों के लिए एक आदर्श विकल्प और हानिरहित थे. हालांकि यह वायुमंडल में ओजोन के लिए घातक साबित हुए, जो खतरनाक पराबैंगनी विकिरण को रोकता है, जो स्कीन कैंसर और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के साथ-साथ पौधों और जानवरों को नुकसान पहुंचा सकता है.
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Tags: Air Conditioner, New InventionFIRST PUBLISHED : May 25, 2024, 24:32 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed