डोडा में सेना पर क‍िसने चलाई गोलियां क्‍या है कश्मीर टाइगर्स है कौन चलता है

पुलिस का मानना है कि पाकिस्तान पर जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को बढ़ाने का दबाव है, लेकिन वह FATF की बैन की अनदेखी नहीं कर सकता. इसलिए वह बैकग्राउंड से घाटी में आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है.

डोडा में सेना पर क‍िसने चलाई गोलियां क्‍या है कश्मीर टाइगर्स है कौन चलता है
Doda Terrorist Attack: कश्मीर के डोडा जिले में सोमवार की रात सेना और आतंकवादियों की मुठभेड़ में सेना के 4 जवान शहीद हो गए हैं. इनमें आर्मी के एख ऑफइसर भी शामिल हैं. कश्मीर टाइगर्स ने हमले की जिम्मेदारी ली है, लेकिन कौन है ये आतंकी संगठन, कैसे आया चर्चे में? क्या यह किसी अन्य आतंकी संगठन की सह पर संचालित हो रहे हैं. कश्मीर टाइगर्स ने डोडा मुठभेड़ के अलावा इसी महीने कठुआ में हुए आतंकी हमले की जिम्मेदारी लेने के बाद चर्चे में आया था. इसे पाकिस्तान स्थित प्रतिबंधित जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) के शैडो संगठन माना जाता है. कश्मीर टाइगर्स के बारे में सब कुछ – जम्मू-कश्मीर में जैश-ए-मोहम्मद का शैडो आतंकवादी संगठन. – कश्मीर टाइगर्स का नाम पहली बार जनवरी 2021 में जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद सुर्खियों में आया था. – पुलिस के अनुसार यह आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का छाया समूह था. – पहली बार जून 2021 में दक्षिण कश्मीर में ग्रेनेड हमला करने की जिम्मेदारी ली थी. – दिसंबर 2021 में, आतंकवादी संगठन ने श्रीनगर में एक पुलिस बस पर हमला किया, जिसमें तीन लोग की मौत और 11 अन्य घायल हो गए थे. – अनुच्छेद 370 को खत्म करने के बाद, कश्मीर टाइगर्स जैसे विभिन्न नए आतंकवादी संगठनों को पुलिस ने हमलों के लिए जिम्मेदार ठहराया है। – अनुच्छेद 370 खत्म होने के बाद 2 अन्य मिलिटेंट संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) और पीपल अगेंस्ट फासिस्ट फोर्सेज (PAFF) बने. – पुलिस का अनुमान है कि हिजबुल मुजाहिदीन, लश्कर-ए-तैयबा और जैश जैसे आतंकी संगठन बैकग्राउंड में सक्रिय रहे हैं. ‘गुजराती ही कर सकते हैं…’ 10500 KM की रोड ट्रिप पर निकली फैमिली, 73 साल पुरानी कार से कहां जा रहे हैं? धर्मनिरपेक्ष हो रहे हैं आतंकी? जम्मू-कश्मीर में नए आतंकवादी संगठनों को लेकर सेना भी सतर्क हो गई है. सुरक्षा बलों के अनुसार, इन आतंकवादी संगठनों के नामकरण में परिवर्तन आया है. पहले, नामों के धार्मिक अर्थ होते थे. अब वे संगठन का नाम “धर्मनिरपेक्ष” रखते हैं. पुलिस का मानना है कि पाकिस्तान पर जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को बढ़ाने का दबाव है, लेकिन वह FATF की बैन की अनदेखी नहीं कर सकता. इसलिए वह बैकग्राउंड से घाटी में आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है. कठुआ अटैक का जिम्मेदार 8 जुलाई को जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले के सुदूर माचेडी इलाके में भारतीय सेना के काफिले पर हमला हुआ था. इसमें एक आर्मी के जेसीओ समेत 5 जवान शहीद हो गए थे. इस हमले की जिम्मेदारी कश्मीर टाइगर्स ने ली थी. उसने बयान जारी कर कहा कि हथियारों से लैस आतंकवादियों ने गश्ती दल पर अचानक घात लगाकर हमला किया था. उसके बाद आज डोडा जिले में हमले को लेकर भी विवादित बयान दिया है. Tags: Jammu kashmir, Kashmir TerroristFIRST PUBLISHED : July 16, 2024, 13:04 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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