Wayanad landslide: घंटों से कीचड़ में दबे सैकड़ों लोग अब कुत्ते करेंगे तलाश
Wayanad landslide: घंटों से कीचड़ में दबे सैकड़ों लोग अब कुत्ते करेंगे तलाश
वायनाड में लैंडस्लाइड के बाद कीचड़ में दबे लोगों का पता लगाने के लिए मेरठ से सेना के विशेष कुत्ते भेजे जा रहे हैं. ये काफी मोटी कीचड़ में से लोगों को सूंघकर बाहर निकालने में सक्षम हैं.
केरल के वायनाड में लैंडस्लाइड के बाद चारों ओर तबाही का मंजर है. 95 लोगों की मौत हो चुकी है और अभी भी सैकड़ों लोग कीचड़ में दबे हुए हैं. पुलिस-एनडीआरएफ की टीमें उन्हें निकालने की कोशिश कर रही है. दर्जनों लाशें मिट्टी से निकाली जा चुकी हैं. लेकिन अभी भी सैकड़ों लोग लापता हैं. प्रशासन को शक है कि वे सभी कीचड़ में दबे हो सकते हैं. इसलिए उन्हें निकालने के लिए मेरठ से सेना के कुत्ते भेजे जा रहे हैं. अधिकारियों ने बताया कि इन्हें खास तरीके से ट्रेंड किया गया है.
रक्षा मंत्रालय के एक जनसंपर्क अधिकारी ने कहा, सेना में बेल्जियन, मैलिनोइस, लैब्राडोर और जर्मन शेफर्ड नस्ल वाले विशेष खोजी कुत्ते शामिल हैं, जिन्हें वायनाड के मेप्पाडी भेजा जा रहा है. ये सूंघ कर कीचड़ में दबे जीवित और मर चुके लोगों का पता लगाने में सक्षम हैं. इन सभी को मेरठ के रिमाउंट वेटरनरी कोर सेंटर (आरवीसी) में कई वर्षों तक ट्रेंड किया गया है.
मुख्यमंत्री ने सेना से मांगी थी इनकी मदद
केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने सेना से अनुरोध किया था कि वे वायनाड में अपने ट्रेंड कुत्तों की एक टीम भेजें. क्योंकि उन्हें सूचना मिली है कि क्षेत्र से सैकड़ों लोग लापता हैं. संभवतः वे कीचड़ एवं चट्टानों के तेज बहाव में बह गए हैं. वे इसके नीचे भी दबे हो सकते हैं. क्योंकि जहां लैंडस्लाइड हुई है, वहां काफी मोटी कीचड़ जमा हो गई है. ऐसे में उसके नीचे दबे लोगों को बाहर निकाल पाना मुश्किल हो रहा है. प्रशासन और एनडीआरएफ की टीमें भी उन्हें तलाश नहीं पा रही हैं. कई लोगों की मौत हो चुकी है, लेकिन उनका शव भी निकाला जाना है. ऐसे में ये कुत्ते दबे हुए लोगों को बाहर निकालेंगे.
पहले भी केरल में किया कमाल
इससे पहले भी कई बार सेना के इन खोजी कुत्तों ने केरल के कवलप्परा और पुथुमाला में लैंड स्लाइड के दौरान शवों को निकालने में अधिकारियों की मदद की थी. बता दें कि मेरठ आरवीसी में ऐसे सैकड़ों कुत्तों को ट्रेनिंग दी जाती है. इन्हें आपदा वाली जगहों पर बचाव कार्य में मदद के लिए प्रशिक्षित किया जाता है. आतंक के खिलाफ अभियानों में भी इनकी मदद ली जाती है. इतना ही नहीं, ड्रग्स की तलाश करने में भी ये काफी अहम भूमिका निभाते हैं.
अब तक 35 शवों की पहचान
मुख्यमंत्री ने बताया कि 93 शवों में से 34 की पहचान कर ली गई और उनमें से 18 को परिवार के सदस्यों को सौंप दिया गया. विशेष मोर्चरी की व्यवस्था की जा रही है. अस्थाई अस्पताल बनाए जा रहे हैं. खोज एवं बचाव टीमों ने बह गए लोगों के शरीर के अंग भी बरामद किए हैं. सेना और नौसेना भी बचाव अभियान में शामिल हो रही है. सीएम ने कहा, अज्ञात शवों की पहचान के लिए डीएनए टेस्ट भी किए जाएंगे.
Tags: Indian army, Kerala News, Kerala News Today, Ndrf rescue operationFIRST PUBLISHED : July 30, 2024, 20:32 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed