सड़कों पर उतरा पुराना सोना विदेशी पर्यटकों ने ली विंटेज कारों की सैर

Vintage Car Rally: यूरोपीय देशों के पर्यटक भारत की विरासत और संस्कृति का जश्न मनाने के लिए 22 विंटेज कारों की रैली निकाल रहे हैं. गोवा से शुरू होकर यह रैली तमिलनाडु के चेन्नई तक भारत की विविधता को प्रदर्शित कर रही है.

सड़कों पर उतरा पुराना सोना विदेशी पर्यटकों ने ली विंटेज कारों की सैर
भारत की समृद्ध विरासत और संस्कृति का अनुभव करने के लिए यूरोपीय देशों के पर्यटक एक अनोखी कार रैली का आयोजन कर रहे हैं. 14 तारीख को गोवा से ब्रूनो के नेतृत्व में शुरू हुई यह रैली ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका, ब्रिटेन, जर्मनी, फिनलैंड, नीदरलैंड और बेल्जियम जैसे देशों के 42 पर्यटन परियोजनाओं का हिस्सा है. इस रैली का उद्देश्य भारत की अद्भुत धरोहर को दुनिया के सामने प्रस्तुत करना है. विंटेज कारों का आकर्षण इस कार रैली का एक खास आकर्षण इसमें शामिल की गई 1932 से 1970 तक की पुरानी और बेहद खूबसूरत विंटेज कारें हैं. इनमें जगुआर, मर्सिडीज, ऑस्टिन हीली, लागोंडा, अल्वेस, पोर्श और बेंटले जैसी 22 दुर्लभ कारें शामिल हैं. पर्यटकों ने बताया कि इन कारों का चयन इसलिए किया गया ताकि यह रैली भारतीय संस्कृति और इतिहास की झलक पेश कर सके. ग्रामीण संस्कृतियों का अनुभव यह रैली केवल बड़े शहरों तक सीमित नहीं है. इसमें ग्रामीण इलाकों की सड़कों पर भी यात्रा की जा रही है ताकि स्थानीय संस्कृति और परंपराओं को नजदीक से समझा जा सके. इस यात्रा के दौरान रैली ने कर्नाटक के हुबली, हम्पी, कूर्ग, मैसूर, नीलगिरी, पोलाची अनाईमलाई जैसे स्थानों का दौरा किया. इसके साथ ही पर्यटकों ने केरल के कोच्चि, थेक्कडी, और मदुरै जैसे इलाकों की प्राकृतिक खूबसूरती और सांस्कृतिक धरोहर का आनंद लिया. तंजावुर से चेन्नई तक का सफर कर्नाटक और केरल के खूबसूरत स्थानों का भ्रमण करने के बाद, यह रैली तमिलनाडु के तंजावुर पहुंची. तंजावुर में पर्यटकों ने ब्रिहदेश्वर मंदिर, सरस्वती महल लाइब्रेरी और स्थानीय कलाओं का आनंद लिया. इसके बाद पर्यटक पुडुचेरी की खूबसूरत गलियों और फ्रांसीसी वास्तुकला का अनुभव करेंगे. 1 दिसंबर को यह कार रैली अपने अंतिम पड़ाव चेन्नई पहुंचेगी. स्थानीय जीवनशैली का अनुभव गौरतलब है कि इस रैली की शुरुआत पिछले हफ्ते थेनी के विभिन्न इलाकों से हुई थी. वहां पर्यटकों ने स्थानीय ग्रामीण जीवनशैली, हस्तशिल्प, और परंपराओं का अनुभव किया. उन्होंने स्थानीय व्यंजनों का स्वाद चखा और वहां की लोक कलाओं से परिचित हुए. भारत की धरोहर का वैश्विक संदेश यह रैली न केवल भारत की संस्कृति और इतिहास को प्रदर्शित करती है, बल्कि यह यह भी दिखाती है कि कैसे भारत अपनी विविधता में एकता को सहेजे हुए है. इस रैली के जरिए भारत की विरासत को अंतरराष्ट्रीय मंच पर नई पहचान मिल रही है. Tags: Local18, Special Project, Tamil naduFIRST PUBLISHED : November 30, 2024, 17:45 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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