छुटभैया निकला विकास यादव खा चुका है तिहाड़ की हवा मगर US ने बताया रॉ एजेंट

Vikash Yadav News: इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने जबरन वसूली के एक मामले में विकास यादव को गिरफ्तार किया था. विकास यादव पर दर्ज FIR में उस पर जबरन वसूली और अपहरण का आरोप लगाया गया था.

छुटभैया निकला विकास यादव खा चुका है तिहाड़ की हवा मगर US ने बताया रॉ एजेंट
नई दिल्ली: भारत कनाडा विवाद के बीच विकास यादव नाम का शख्स काफी सुर्खियों में है. FBI ने विकास यादव को भारत का एक सरकारी कर्मचारी बता कर वांटेड की लिस्ट जारी की. इसके बाद अब विकास यादव को लेकर एक बड़ा खुलासा सामने आया है. इंडियन एक्सप्रेस द्वारा प्रकाशित एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने जबरन वसूली के एक मामले में विकास यादव को गिरफ्तार किया था. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट में कहा गया है कि विकास यादव को पिछले साल नवंबर में अमेरिकी न्याय विभाग के दस्तावेजों में “सीसी-1” (सह-साजिशकर्ता) के रूप में उल्लेख किए जाने के तीन सप्ताह से भी कम समय पहले गिरफ्तार किया गया था. रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि विकास यादव को इस साल अप्रैल में जमानत पर रिहा किया गया था. पढ़ें- विकास यादव कौन है? जिसे पन्नू मर्डर की साजिश में खोज रही एफबीआई, बता रही पूरी तरह ट्रेंड विकास यादव को क्यों गिरफ्तार किया गया था? इंडियन एक्सप्रेस ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि 18 दिसंबर, 2023 को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने विकास यादव को रोहिणी निवासी द्वारा दर्ज कराई गई FIR के बाद गिरफ्तार किया, जिसमें उस पर जबरन वसूली और अपहरण का आरोप लगाया गया था और गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई से उसके संबंध होने का आरोप लगाया गया था. रिपोर्ट में कहा गया है कि रोहिणी निवासी शिकायतकर्ता ने कहा कि वह पहले एक आईटी कंपनी चलाता था और उसने पश्चिम एशिया में रहने वाले कई भारतीयों के साथ संबंध बनाए थे. मालूम हो कि शुक्रवार को अमेरिकी न्याय विभाग ने विकास यादव को नामजद किया और कथित गुरपतवंत सिंह पन्नू हत्या की साजिश में “भाड़े पर हत्या” और धन शोधन का आरोप लगाया. संघीय अभियोजकों ने दावा किया कि 39 वर्षीय विकास यादव कैबिनेट सचिवालय में कार्यरत था, जहां भारत की विदेशी खुफिया सेवा, रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (RAW) का मुख्यालय है. शिकायतकर्ता ने क्या कहा? शिकायतकर्ता ने कहा कि “पिछले साल नवंबर में मेरे एक दोस्त ने मुझे यादव से मिलवाया जो एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी था और हमने एक दूसरे को नंबर दिए. हम अच्छे दोस्त बन गए, लेकिन हमने कभी व्यापार के बारे में बात नहीं की क्योंकि वह एक सरकारी अधिकारी था. हालांकि, वह हमेशा मेरे दोस्तों के बारे में उत्सुक रहता था, जो विदेश में रहते हैं, और यह भी पूछता था कि मैं उनके साथ पैसे का लेन-देन कैसे करता हूं.” एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने आरोप पत्र का हवाला देते हुए बताया कि “अपने खुलासे में, यादव ने पुलिस को बताया कि उसके पिता सीमा सुरक्षा बल में काम करते थे, और 2007 में उनकी मृत्यु हो गई. यादव की शादी 2015 में हुई थी. वह (शिकायतकर्ता) एक सामाजिक समारोह में मिले और उसका अपहरण करने के बाद पैसे कमाने का फैसला किया. उनके सहयोगी, जो एक कार डीलर के रूप में काम करते हैं, ने पुलिस को बताया कि वह अपने व्यवसाय में वित्तीय घाटे का सामना कर रहे थे और उन्होंने उनकी (यादव की) योजना में शामिल होने का फैसला किया.” शिकायतकर्ता ने शुक्रवार को अखबार को बताया कि पिछले साल 17 दिसंबर को विकास यादव और उसके साथी द्वारा अपहरण किए जाने के बाद उसने पुलिस से संपर्क किया था. Tags: Khalistani TerroristsFIRST PUBLISHED : October 19, 2024, 12:11 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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