Muzaffarpur: भ्रष्टाचार की दरारें खुली आंखों से दिख रहींपर जवाब कौन देगा

Muzaffarpur News: सरकारी कामकाज में भ्रष्टाचार की दरार कितनी गहरी हो सकती है इसका जीता जागता सबूत मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच की नई बिल्डिंग है. इस सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल के बिल्डिंग का उद्घाटन केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने 7 सितंबर को यानी पांच दिन पहले ही किया था, लेकिन इसकी दीवारों में कई जगहों पर दरारें आ गई हैं. खास बात यह कि इसको लेकर कोई जवाबदेही लेने के लिए आगे नहीं आ रहा.

Muzaffarpur:  भ्रष्टाचार की दरारें खुली आंखों से दिख रहींपर जवाब कौन देगा
प्रियांक सौरभ/मुजफ्फरपुर. बिहार के मुजफ्फरपुर के SKMCH में 150 करोड़ की लगात से बने सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के बिल्डिंग में दरार आ गई, उद्घाटन के महज 4 दिन बाद बिल्डिंग में दरार का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल होने लगा. हालांकि आनन-फानन में इसे ढकने का प्रयास किया जा रहा है. वीडियो वायरल होते ही बुधवार शाम से मजदूरों को मरम्मत के लिए लगा दिया गया है. बता दें कि अस्पताल के पिछले हिस्से में नीचे दरार पड़ने लगे हैं. 150 करोड़ की लागत से 210 बेड वाले इस बेहद खास अस्पताल के बिल्डिंग में दरार पड़ने के बाद कई बड़े सवाल उठने लगे हैं. यहां यह भी बता दें कि गत 7 सितंबर को ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने इसका भव्य रूप में उद्घाटन किया, लेकिन उद्घाटन के तुरंत बाद बिल्डिंग में दरार की खबर से हर कोई हैरान है. इसके निर्माण को लेकर सोशल मीडिया पर सवाल भी उठा रहे हैं. इसको लेकर जब न्यूज 18 की टीम ने जिलाधिकारी से बात करने की कोशिश की तो उन्होंने इसपर कुछ भी बताने से इंकार कर दिया. उन्होंने कहा है कि ये SKMCH के अधीक्षक और प्रिंसिपल के अंदर आता है और वो ही कुछ बताएंगे. वहीं, एसकेएमसीएच में डेढ़ सौ करोड़ की लागत से बने सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक दरार के बाद प्रबंधन ने कंस्ट्रक्शन कंपनी से इसकी जानकारी ली गई तो बताया गया कि इसकी मरम्मत के लिए गुरुवार तक केमिकल आ जाएगा. केमिकल आने के बाद इसकी दरार को भरा जाएगा. इसकी जानकारी कंस्ट्रक्शन कंपनी से जुड़े लोगों ने एसकेएमसीएच अधीक्षक को दी है. बताया गया है कि ईंट और कंक्रीट के जोड़ के पास प्लास्टर सही नहीं रहने के कारण प्लास्टर में दरार आई है. बता दें कि हाल में मुजफ्फरपुर में अस्पतालों को लेकर कई तरह की खबरें सामने आईं हैं. आपको पारु प्रखंड के चन्दपुरा में बना अस्पताल मिला था जो आज तक चालू ही नहीं हो पाया. इसमें मानवीय गतिविधियां नहीं होने के यह कारण भूतों का डेरा जैसा हो गया है. इसी तरह की एक खबर मुरौल प्रखंड के पिलखी गजपति से भी सामने आई थी. यहां वर्ष 2013 में दान में मिली एक एकड़ में 5 करोड़ की लागत से एक अस्पताल बनकर तैयार हुआ और इस अस्पताल में 30 बेड की सुविधा दी गई. लेकिन आज तक ये शुरू नहीं हो सका. पिलखी गजपति अस्पताल के बारे में खास बात यह कि यहां प्रस्तावित 30 बेड में से एक बेड भी नहीं लगा. जबकि 18 अक्टूबर 2022 में सरकार स्वास्थ्य विभाग के उप सचिव शैलेश कुमार की ओर से एक पत्र जारी कर तीन डॉक्टर की पदस्थापना की बात कही गई थी. हालांकि कुछ महीने पहले एक दंत चिकित्सक और एक आयुष चिकित्सक की नियुक्ति की गई है, लेकिन दंत चिकित्सक आते ही नहीं है. जबकि आयुष के डॉक्टर बिना दवा के OPD चलाते है. वह दिन में 2 बजे तक ही चलाते हैं. अब एसकेएमसीएच के नये अस्पताल में दरार का मामला भी सामने है. Tags: Bihar News, Muzaffarpur hindi news, Muzaffarpur ka news, Muzaffarpur latest news, Muzaffarpur newsFIRST PUBLISHED : September 12, 2024, 16:14 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed