इंसानियत शर्मसार! एम्बुलेंस के लिए नहीं थे पैसे 3 साल की बेटी के शव के साथ की 68 KM तक यात्रा

Telangana News: आदिवासी दंपति को अपनी बेटी का शव खम्मम से 68 किलोमीटर दूर एनकूर मंडल में अपने पैतृक गांव कोथामेडेपल्ली ले जाना था. उनके पास शव को ले जाने के लिए किराए पर एम्बुलेंस लेने के पैसे नहीं थे. इसके बाद वह 68 किलोमीटर की यात्रा बाईक पर बैठकर आदिवासी दंपति ने अपनी बेटी के शव के साथ तय किया.

इंसानियत शर्मसार! एम्बुलेंस के लिए नहीं थे पैसे 3 साल की बेटी के शव के साथ की 68 KM तक यात्रा
हाइलाइट्सएक आदिवासी दंपति अपनी तीन साल की बेटी के शव को बाइक पर ले जाने को मजबूर. शव को ले जाने के लिए किराए पर एम्बुलेंस लेने के लिए नहीं था पैसा. अस्पताल के कर्मचारियों ने नहीं दिखाई कोई दया. खम्मम. तेलंगाना के खम्मम जिले से अमानवीय घटना सामने आई है. एक आदिवासी दंपति को अपनी तीन साल की बेटी के शव को मोटरसाइकिल पर 68 किलोमीटर तक ले जाने के लिए मजबूर किया गया. आदिवासी दंपति की बेटी की खम्मम जिला अस्पताल में बुखार और दौरे से मौत हो गई थी. इसके बाद शव को ले जाने के लिए उनके पास एम्बुलेंस किराए पर लेने के लिए पैसे नहीं थे. साथ ही सरकारी अस्पताल ने उन्हें एम्बुलेंस मुहैया नहीं कराया. न्यू इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार आदिवासी दंपति को अपनी बेटी का शव खम्मम से 68 किलोमीटर दूर एनकूर मंडल में अपने पैतृक गांव कोथामेडेपल्ली ले जाना था. उनके पास शव को ले जाने के लिए किराए पर एम्बुलेंस लेने के पैसे नहीं थे. इसके बाद वह 68 किलोमीटर की यात्रा बाईक पर बैठकर आदिवासी दंपति ने अपनी बेटी के शव के साथ तय किया. मां ने बेटी का शव अपनी गोद में लेकर पूरी यात्रा की. जानकारी के मुताबिक, वेट्टी मल्ला और आदि की तीन साल की बेटी सुक्की को बुखार और दौरा पड़ा था. पहले उन्होंने उसे एनकूर के एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के लिए भर्ती किया था. बाद में डॉक्टरों के सुझाव पर उन्होंने उसे सोमवार सुबह खम्मम जिला अस्पताल में शिफ्ट कर दिया. जहां इलाज के दौरान उनकी बेटी की मौत हो गई. बच्ची के पिता ने आरोप लगाया कि अस्पताल के कर्मचारियों ने कोई दया नहीं दिखाई और शव को घर ले जाने के लिए एम्बुलेंस उपलब्ध कराने में विफल रहे. पढ़ें: तेलंगाना में राहुल गांधी का ऐलान- कांग्रेस सत्ता में आई तो किसानों का कर्ज करेगी माफ़ बाद में वह 100 रुपये लेकर अपने गांव गए और ग्रामीणों से उनकी मदद करने का अनुरोध किया. गांव के ही एक युवक ने बाइक दी जिससे वह अपनी बेटी के शव को वापस अपने गांव ले गए. घटना के बाद स्थानीय लोगों ने अस्पताल के कर्मचारियों और सरकार के प्रति उनके ‘अमानवीय कृत्य’ के लिए गुस्सा व्यक्त किया. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी| Tags: Ambulance, Dead body, Telangana NewsFIRST PUBLISHED : November 08, 2022, 08:30 IST