LAC विवाद सुलझाने के लिए मोदी-शी ने बनाया रास्तासरपट दौड रहे दोनो देश
LAC विवाद सुलझाने के लिए मोदी-शी ने बनाया रास्तासरपट दौड रहे दोनो देश
LAC update : LAC पर विवाद को खत्म करने की ज़िम्मेदारी देश के सबसे तेज़ तर्रार अफसर NSA अजीत डोवल के कंधे पर है जो कि कंधार हाइजैक से लेकर सर्जीकल स्ट्राइक जैसे ना जाने कितने सफल ऑपरेशन में शामिल रहे हैं और अब LAC विवाद सुलझाने की बारी है
India China LAC: 23 अकटूबर को कजान में प्रधानमंत्री मोदी और शी जिनपिंग ने लंबे समय से जारी भारत चीन के बीच सीमा विवाद का हल ढूढ लिया. पहले तो सीमा पर शांति की बहाली के लिए डिसएंगेजमट और फिर स्पेशल रिप्रेजेंटेटिव की वार्ता से समस्या का हल निकालने का रास्ता खोल दिया . खास बात तो ये है कि भारत की तरफ से इसकी जिम्मेदारी दी गई है एनएसए अजीत डोवाल को. चीन की तरफ से उनके विदेश मंत्री वांग यी को इसके लिए चुना है. और जल्द इस बैठक की तारीखों का भी एलान हो जाएगा. अजीत डोवाल और वॉंग यी के बीच मुलाक़ात अलग अलग अंतरराष्ट्रीय इवेंट के साइड लाइन में तो ज़रूर हुई. बतौर स्पेशल रिप्रेजेंटेटिव फॉर्मेट में दिसंबर 2019 के बाद कोई बैठक नहीं हुई. लेकिन इस बार की बैठक सबसे खास रहने वाली है. और इसकी तैयारी दिल्ली में दोनो देशों के बीच WMCC की बैठक में की गई. सेना के स्तर पर भी जारी वार्ता कजान में जो फैसला हुआ, वो सिर्फ पूर्वी लद्दाख के डेमचोक और डेपसांग में डिसएंगेजमेंट और पेट्रोलिंग को लेकर था. अब भी उसी इलाके में बफर जोन बाकी है जिसमें गलवान , पैंगौंग, गोगरा हाट स्प्रिंग है. जहां डिसएंगेजमेंट तो हो चुका था, लेकिन पेट्रोलिंग अब भी बंद है. माना जा रहा है कि, स्पेशल रिप्रेजेंटेटिव का सबसे पहला फोकस उन बफर जोन को खत्म कर , पेट्रोलिंग को फिर से शुरु कराने पर होगा. इसके अलावा पूरी LAC पर अब भी कई जगह पर विवाद है. और उन सबको लेकर सेना लोकल कमांडरों के स्तर पर वार्ता जारी है. और किसी भी तरह के छोटे स्थानिय विवादों को उसी स्तर पर सुलझा लिया जाता है. चूकि हर WMCC की बैठक के बाद सैन्य कमांडर की बैठक भी होती. हो सकता है आने वाले हफ्तों में ग्राउंड पर दोनो देशो के सैन्य कमांडर भी मिले
डिसएंगेजमट के बाद की पहली वार्ता LAC पर देपसांग और डेमचोक में डिसएंगेजमट हो गया, प्रेट्रोलिंग भी जारी है. और जमीन पर हालातो की समीक्षा दिल्ली में WMCC की बैठक में की गई. भारत और चीन सीमा विवाद को सुलझाने के लिए दो स्तर पर काम करती है एक कूटनीतिक स्तर तो एक मिलेट्री स्तर . कूटनीतिक स्तर पर WMCC यानी की वर्किंग मैकेनिजम फॉर कंसलटेंशन एंड कॉर्डिनेशन तो दूसरा है सैन्य स्तर पर. अमूमन WMCC की बैठक में दोनों देशों के बीच वार्ता और फिर उसमें निकले निष्कर्ष को जमीन पर सैन्य स्तर पर उतारा जाता है. LAC पर डिसएंगेजमेंट की बाद पहली WMCC की बैठक दिल्ली में गुरुवार को आयोजित की गई. ये WMCC की 32 वी बैठक थी.
Tags: India china, India china border news, LAC India ChinaFIRST PUBLISHED : December 5, 2024, 21:47 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed