जून में चलाया विशेष अभियान और 1623 बच्‍चों का ‘बचपन’ बचाया

बचपन बचाओ आंदोलन (बीबीए) ने जून में विशेष अभियान चलाते हुए सैकड़ों बच्‍चों को श्रम कानून (labour laws) के तहत बालश्रम से छुटकारा दिलाने में कामयाबी पाई है. देश भर के 16 राज्‍यों में इस अभियान के तहत कुल 1,623 बच्‍चों को छुड़ाया गया है यानी कि औसतन रोज 54 बच्‍चों ने बालश्रम के नर्क से मुक्ति हासिल की.

जून में चलाया विशेष अभियान और 1623 बच्‍चों का ‘बचपन’ बचाया
नई दिल्‍ली. बचपन बचाओ आंदोलन (बीबीए) ने जून में विशेष अभियान चलाते हुए सैकड़ों बच्‍चों को बालश्रम से छुटकारा दिलाने में कामयाबी पाई है. देश भर के 16 राज्‍यों में इस अभियान के तहत कुल 1,623 बच्‍चों को छुड़ाया गया है यानी कि औसतन रोज 54 बच्‍चों ने बालश्रम के नर्क से मुक्ति हासिल की. इन राज्‍यों में  श्रम कानून (labour laws) के तहत 216 रेस्‍क्‍यू ऑपरेशन (Rescue Operation) किए गए और 241 एफआईआर दर्ज की गईं. 222 ट्रैफिकर्स व बालश्रम करवाने वाले नियोक्‍ताओं को गिरफ्तार किया गया और इन पर केस दर्ज किए गए. नोबेल शांति पुरस्‍कार से सम्‍मानित कैलाश सत्‍यार्थी द्वारा 1980 में स्‍थापित बीबीए ट्रैफिकिंग, गुलामी और बंधुआ मजदूरी करने वाले बच्‍चों को छापामार कार्रवाई के तहत छुड़ाने का काम करता है. साथ ही यह ऐसे बच्‍चों को त्‍वरित न्‍याय दिलाने में व कानूनी सहायता देने में भी मदद करता है. पिछले 30 दिनों में देश के 16 राज्‍यों में रेस्‍क्‍यू ऑपरेशन चलाए गए. इनमें राष्‍ट्रीय राजधानी दिल्‍ली समेत उत्‍तरी क्षेत्र के बिहार, झारखंड, मध्‍य प्रदेश, उत्‍तर प्रदेश, उत्‍तराखंड, राजस्‍थान, पंजाब व हरियाणा शामिल थे जबकि दक्षिणी राज्‍यों से आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, तमिलनाडु और केरल थे. बच्‍चों को झूठा वादा करके ट्रैफिकिंग करके लाए  बीबीए कार्यकर्ताओं ने पाया कि अधिकांश बच्‍चे ग्रामीण क्षेत्रों से अच्‍छे काम और अच्‍छे पैसे का झूठा वादा करके ट्रैफिकिंग करके लाए गए थे. गरीबी और कमजोर आर्थिक स्थिति के चलते ये बच्‍चे पढ़ाई के बजाए बाल मजदूरी करने को मजबूर हुए थे. इनका एक ही लक्ष्‍य था कि किसी तरह अपने परिवार की आर्थिक मदद करना. सैकड़ों की तादात में बच्‍चे या तो अपनी मर्जी से या फिर परिवार की मर्जी से ट्रैफिकर्स के साथ पैसों के लालच में महानगरों या बड़े शहरों में आए. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी | Tags: Labour department, Labour laws, Rescue operationFIRST PUBLISHED : July 01, 2022, 18:37 IST