Airport: BCAS की सख्ती का असर खत्म हुआ बैगेज का इंतजार जानें आगे का प्लान
Airport: BCAS की सख्ती का असर खत्म हुआ बैगेज का इंतजार जानें आगे का प्लान
बीसीएएस की सख्ती के बाद देश के छह प्रमुख एयरपोर्ट पर करीब 92.5 फीसदी यात्रियों को अपना बैगेज 30 मिनट के भीतर मिलना शुरू हो गया है. बीसीएएस की कोशिश है कि IATA के नियमों के अनुसार, सत प्रतिशत मुसाफिरों को उनका बैगेज 30 मिनट के भीतर मिले.
Airport News: एयरपोर्ट्स पर यात्रियों को अपने बैगेज के इंतजार में अब लंबे समय तक बैगेज बेल्ट के चक्कर नहीं लगाने होंगे. ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्योरिटीज (बीसीएएस) की सख्ती के बाद देश के छह प्रमुख एयरपोर्ट्स पर बैगेज वेटिंग टाइम में कमी दिखना शुरू हो गई है. इन एयरपोर्ट में दिल्ली के साथ-साथ मुंबई, कोलताता, चेन्नई, हैदराबाद और बेंगलुरु एयरपोर्ट शामिल हैं.
उल्लेखनीय है कि बीसीएएस ने जनवरी 2024 में अपने एक सर्वे में पाया था कि इन छह एयरपोर्ट्स में करीब 37.8 फीसदी यात्रियों को अपने बैगेज के इंतजार में 30 मिनट से अधिक का समय बैगेज बेल्ट पर गुजारना पड़ता है. जिसके बाद, बीसीएएस ने इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (IATA) द्वारा निर्धारित वैश्विक मानकों का हवाला देते हुए बैगेज वेटिंग टाइम को कम करने के लिए कहा था. यह भी पढ़ें: इस शहर से गायब हो रही हैं लोगों की बीवियां और…, थाने में दर्ज हुईं एक-एक कर 14 FIR, जानें क्या है पूरा मामला… इस शहर के सिर्फ एक पुलिस स्टेशन में 23 दिनों के भीतर गुमशुदगी के 14 मामले दर्ज किए गए हैं. यानी औसतन हर डेढ़ दिन में गुमशुदगी का एक मामला दर्ज हुआ है. किस शहर के किस थानाक्षेत्र से गायब हो रही हैं लोगों की बीवियां, जानने के लिए क्लिक करें.
छह एयरपोर्ट पर शुरू हुई एक नई कवायद
बीसीएएस के अनुसार, इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के नियमों को ध्यान में रखते हुए एयरपोर्ट ऑपरेटर्स के साथ हुए ओमडा (OMDA) समझौते में स्पष्ट तौर पर बताया गया है कि विमान के आगमन के 30 मिनट के भीतर यात्रियों को उनका सामान वितरित कर दिया जाना चाहिए. इसी समझौते को ध्यान में रखकर इन छह एयरपोर्ट पर एक नई कवायद शुरू की गई, जिसका लक्ष्य बैगेज वेटिंग टाइम को कम करना था.
बीसीएएस के अनुसार, यह कवायद 14 जनवरी 2024 को शुरू की गई थी. उस समय सिर्फ 62.2% यात्रियों को ही IATA द्वारा निर्धारित समयसीमा के भीतर उनका बैगेज मिल पा रहा था. इस कवायद के तहत, बीसीएएस ने सभी घरेलू एयरलाइंस और एयरपोर्ट ऑपरेटर्स के साथ उन मूल कारणों की समीक्षा की गई, जिसकी वजह से बैगेज के वितरण में देरी हो रही थी. यह भी पढ़ें: उठा था कमर के नीचे का हिस्सा, कदम बढ़ाना भी था मुश्किल, फिर मलाशय से निकली ऐसी चीज, जानकर रह जाएंगे दंग… उठी हुई कमर और मुश्किल से बढ़ते कदम को देखकर कस्टम प्रिवेंटिव की टीम को यह समझते देर नहीं लगी कि दोनों के साथ क्या गड़बड़ है, लिहाजा दोनों मुसाफिरों को हिरासत में लेकर पूछताछ का सिलसिला शुरू हुआ. पूछताछ में जो खुलासा हुआ, उसे जानकार हर कोई दंग रह गया. पूरा मामला जानने के लिए क्लिक करें.
सिस्टम अपग्रेडेशन और सख्त मॉनीटरिंग से बेहतर हुए नतीजे
समीक्षा के बाद, एयरपोर्ट्स में आवश्यकता के अनुसार उपकरणों को अपग्रेड करते हुए सर्विस और मॉनीटरिंग को बेहतर किया गया. बीसीएएस की यह कवायद रंग लाई और इस कवायद के नतीजे सभी छह एयरपोर्ट में दिखने लगे हैं. बीसीएएस के अनुसार, जहां 14 जनवरी 2024 में महज 62.2 फीसदी यात्रियों को ही 30 मिनट के अंदर अपना सामान मिल पाता था, 16 सप्ताह की कवायद के बाद वह प्रतिशत 92.5 तक पहुंच गया है.
बीसीएएस के अनुसार, 16 सप्ताह की कवायद के बाद अब छह एयरपोट्स पर 92.5 फीसदी यात्रियों को अपना सामान इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के नियमों के अनुरूप 30 मिनट के भीतर मिल रहा है. वहीं केवल 7.4 फीसदी यात्रियों को अपने सामान के लिए 31 से 50 मिनट का इंतजार करना पड़ा है. वहीं अपने बैगेज के लिए 50 मिनट से अधिक का इंतजार करने वाले यात्रियों की संख्या सिर्फ 0.2 प्रतिशत है.
Tags: Airport Diaries, Delhi airport, IGI airportFIRST PUBLISHED : May 21, 2024, 17:57 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed