भारत ने किया ऐसा कारनामा कि देखती रह गई दुनिया! नॉर्वे को सप्लाई किया पोत
भारत ने किया ऐसा कारनामा कि देखती रह गई दुनिया! नॉर्वे को सप्लाई किया पोत
Cochin Shipyard : सरकार के मेक इन इंडिया अभियान के तहत कोचीन शिपयार्ड की सहायक कंपनी उडुपी शिपयार्ड लिमिटेड ने नॉर्वे को सामान ढोने वाला पोत डिलीवर किया है. यह कंपनी 3 साल पहले तक दिवालिया थी, जो अब मुनाफे में आ गई है.
नई दिल्ली. मोदी सरकार के ‘आत्मनिर्भर भारत’ और ‘मेक फॉर द वर्ल्ड’ जैसे अभियानों की सफलता अब साफ दिखने लगी है. ऐसा ही एक कारनामा करते हुए सरकारी कंपनी कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी उडुपी कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड ने नॉर्वे को सामान ढोने वाला पोत सप्लाई किया है. उडुपी कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड ने मेसर्स विल्सन एएसए, नॉर्वे के लिए बनाए जा रहे 3800 टीडीडब्ल्यू जनरल कार्गो वेसल की सीरीज ऑफ सिक्स के पहले पोत को लॉन्च किया.
रॉयल नॉर्वेजियन दूतावास में मिनिस्टर काउंसलर और मिशन की उप-प्रमुख मार्टिन आमदल बोथेम ने इस पोत को लांच किया. उनके साथ विल्सन एएसए के मुख्य वित्तीय अधिकारी ईनार टॉर्नेस, कार्यक्रम में कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक मधु एस. नायर और उडुपी-कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड के सीईओ हरिकुमार ए. भी मौजूद थे. नॉर्वे में मुख्यालय वाली कंपनी विल्सन एएसए यूरोप में अग्रणी शॉर्ट सी फ्लीट ऑपरेटर है और पूरे यूरोप में लगभग 15 मिलियन टन ड्राई कार्गो का परिवहन करती है. कंपनी 1,500 से 8,500 डीडब्ल्यूटी तक के लगभग 130 जहाजों का बेड़ा संचालित करती है.
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भारत को मिले 8 जहाज के ऑर्डर
विल्सन एएसए ने जून 2024 और सितंबर 2024 में दो बैचों के रूप में 6,300 टीडीडब्ल्यू ड्राई कार्गो वेसल्स की आठ संख्या में ऑर्डर पर हस्ताक्षर किए हैं, कुल मिलाकर 14 जहाज हैं. कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड द्वारा यार्ड के अधिग्रहण के बाद से यूसीएसएल ने अदाणी हार्बर सर्विसेज लिमिटेड की कंपनी ओशन स्पार्कल लिमिटेड को दो 62टी बोलार्ड पुल टग और पोलस्टार मैरीटाइम लिमिटेड को दो 70टी बोलार्ड पुल टग सफलतापूर्वक डिलीवर किए हैं. यूसीएसएल को ओशन स्पार्कल लिमिटेड (तीन) और पोलस्टार मैरीटाइम लिमिटेड (एक) से दोहराए गए ऑर्डर के रूप में चार 70टी बोलार्ड पुल टग के और ऑर्डर भी मिले हैं.
क्या है इस पोत की खासियत
नॉर्वे को सप्लाई किए गए पोत की लंबाई 89.43 मीटर, चौड़ाई 13.2 मीटर और ड्राफ्ट 4.2 मीटर है. कोनोशिप इंटरनेशनल, नीदरलैंड द्वारा डिजाइन किए गए पोत यूरोप के तटीय जल में सामान्य कार्गो परिवहन के लिए पर्यावरण के अनुकूल डीजल इलेक्ट्रिक पोत के रूप में निर्मित किए गए हैं. सीएसएल के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक मधु नायर ने कहा, ‘कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड और इसकी सहायक कंपनी उडुपी कोचीन शिपयार्ड दोनों ही पश्चिमी यूरोपीय बाजार के लिए उच्च गुणवत्ता वाले जहाजों के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध हैं.’
3 साल में मुनाफे में आ गई दिवालिया कंपनी
उडुपी-कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड को पहले टेबमा शिपयार्ड्स लिमिटेड के नाम से जाना जाता था. इसे साल 2020 में दिवालिया प्रक्रिया के तहत एनसीएलटी के जरिये कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड ने अपने अधीन किया था. महज तीन साल की छोटी अवधि में इस यार्ड को लाभ कमाने वाले यार्ड में बदल दिया गया. आज उडुपी-सीएसएल के पास 1,500 करोड़ रुपये से अधिक के ऑर्डर बुक हैं और यह सीएसएल की प्रमुख सहायक कंपनी है.
Tags: Aatmanirbhar Bharat, Business news, Indian exportFIRST PUBLISHED : December 20, 2024, 09:50 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed