लड़ेंगे ईरान-इजरायल और त्योहार खराब होगा हमारा पड़ेगा तीन तरफ से असर
लड़ेंगे ईरान-इजरायल और त्योहार खराब होगा हमारा पड़ेगा तीन तरफ से असर
Iran-Israel War : बीते 6 महीने से एक-दूसरे को आंखें दिखा रहे ईरान और इजरॉयल आखिरकार भिड़ गए. ईरान ने दर्जनों मिसाइलें दागकर युद्ध की औपचारिक घोषणा कर दी. इससे दोनों देशों को भारी नुकसान तो होगा ही, हजारों किलोमीटर दूर बैठै भारत को भी इसका खामियाजा उठाना पड़ेगा.
हाइलाइट्स ईरान और इजरॉयल के लड़ने से भारतीय अर्थव्यवस्था पर असर पड़ेगा. इस लड़ाई से ग्लोबल मार्केट में कच्चा तेल महंगा हो सकता है. शेयर बाजार में गिरावट के साथ सोने की कीमतों में उछाल भी आएगा.
नई दिल्ली. रूस-यूक्रेन, इजरॉयल-हमास का युद्ध अभी खत्म भी नहीं हुआ था कि ईरान भी इसमें कूद पड़ा. ईरान ने मंगलवार को इजरॉयल पर दर्जनों मिसाइलें दागकर युद्ध का ऐलान कर दिया है. भले यह लड़ाई हजारों किलोमीटर दूर लड़ी जा रही, लेकिन इसका सीधा असर भारत और यहां के लोगों पर भी दिखेगा. करीब ढाई साल पहले जब रूस और यूक्रेन भिड़े थे, तब की स्थिति तो आपको याद ही होगी. कैसे कच्चे तेल के दाम आसमान पर पहुंच गए थे. ऐसे ही कुछ हालात इस बार भी होने का अनुमान है.
आपको बता दें कि इजरॉयल तकनीक के क्षेत्र में आगे है तो ईरान तेल का बड़ा उत्पादक देश है. यहां तक तो ठीक है लेकिन भारत के लिए बुरी बात ये है कि उसके दोनों ही देशों के साथ बड़े व्यापारिक संबंध हैं. जाहिर है कि ये दोनों देश आपस में भिड़ेंगे तो इसका असर भारत और यहां की अर्थव्यवस्था के साथ आम आदमी पर भी पड़ना तय है. सोने की कीमतों में भी असमान उछाल दिख सकता है और इसका सीधा असर हमारे आने वाले धनतेरस व दिवाली के त्योहारों पर भी दिखेगा.
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मुश्किल हो जाएगा भारत का ट्रेड
भारत पहले ही लाल सागर में हो रहे तनाव से परेशान था और समुद्री मार्ग से इसके व्यापार पर असर पड़ रहा था. अब ईरान और इजरॉयल में बाकायदा युद्ध शुरू होने के बाद तो यह रास्ता और भी मुश्किल हो सकता है. सबसे बड़ी बात ये है कि भारत-मिडिल ईस्ट और यूरोप के बीचन बनने वाले इकनॉमिक कॉरिडोर (IMEC) का एजेंडा भी अटक सकता है. इस प्रोजेक्ट से भारत की स्वेज कैनाल पर निर्भरता कम हो जाएगी. फिलहाल जो हालात हैं, उससे भारत की शिपिंग कॉस्ट बढ़ सकती है.
आयात पर पड़ेगा असर
हम ईरान से तेल का आयात करते हैं, जिस पर निश्चित तौर से असर पड़ेगा. ईरान ने जिस दिन इजरॉयल पर मिसाइलें दागी हैं, उसी दिन ग्लोबल मार्केट में कच्चे तेल के दाम 4 फीसदी बढ़ गए. यह तो सिर्फ शुरुआत है, अगर माहौल और खराब हुआ तो यही भाव 150 से 200 डॉलर प्रति बैरल तक जा सकता है. जाहिर है कि 85 फीसदी कच्चा तेल आयात करने वाले भारत के आयात बिल पर बोझ बढ़ना तय है.
सोना और शेयर पर भी असर
ऐसा नहीं है कि ईरान और इजरॉयल युद्ध का असर सिर्फ तेल पर ही दिखेगा. यह लड़ाई लंबी चली तो सोना महंगा हो जाएगा और शेयर बाजार में गिरावट दिखेगी. दरअसल, ग्लोबल मार्केट में अस्थिरता आते ही अमेरिकी शेयर बाजार में गिरावट दिखनी शुरू हो गई है. इसका असर आपको कल भारतीय शेयर बाजार में भी देखने को मिलेगा. अब बाजार में गिरावट आई तो निवेशक सोने की तरफ भागेंगे. ग्लोबल मार्केट में सोने की कीमत बढ़ी तो आपको त्योहारों में महंगे सोने-चांदी की खरीदारी करनी पड़ सकती है. जाहिर है कि दोनों देशों का यह युद्ध हमारा त्योहार खराब कर सकता है.
भारत का दोनों से कितना व्यापार
भारत ने वित्तवर्ष 2023 में इजरॉयल को 70.5 हजार करोड़ रुपये का सामान निर्यात किया तो 19.3 हजार करोड़ का सामान आयात किया है. निर्यात किए जाने वाले सामान में सबसे ज्यादा हिस्सेदारी डीजल और तराशे हुए डायमंड की है. वहीं, आयात की जाने वाली चीजों में सबसे ज्यादा कच्चा हीरा और पॉलिश किया डायमंड शामिल है. इसी तरह, ईरान के साथ कुल निर्यात 14.2 हजार करोड़ का है तो आयात 5,644 करोड़ रुपये का रहा है. भारत ने ईरान को सबसे ज्यादा चावल और रसायन का निर्यात किया है तो मेथनॉल और पेट्रोलियम कोक का आयात किया जाता है.
Tags: Indian economy, Iran news, Israel Iran WarFIRST PUBLISHED : October 2, 2024, 11:38 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed