बांग्‍लादेश के सीने पर चढ़कर भारत ने खेला दांव! 6 महीने में कूटे 60000 करोड़

Indias Export : बांग्‍लादेश में संकट बढ़न के साथ ही भारतीय कपड़ा उद्योग के लिए अवसर भी बढ़ रहे हैं. हालिया निर्यात आंकड़े देख साफ पता चलता है कि भारतीय कपड़ा उद्योग ने पिछले कुछ महीने में वैश्विक निर्यात में खास मुकाम हासिल कर लिया है.

बांग्‍लादेश के सीने पर चढ़कर भारत ने खेला दांव! 6 महीने में कूटे 60000 करोड़
नई दिल्‍ली. कहते हैं कि एक का नुकसान दूसरे के लिए फायदा बन जाता है. बांग्‍लादेश में जून से शुरू हुए राजनीतिक संकट और तख्‍तापलट के बाद उपजी आपदा भारत के लिए अवसर बन गई. दुनियाभर में कपड़ा उद्योग के लिए मशहूर बांग्‍लादेश को इस ताजा घटनाक्रम से काफी नुकसान हुआ, तो दूसरी ओर भारत ने इसका जमकर फायदा उठाया. हाल में जारी आंकड़े साफ बताते हैं कि कैसे बांग्‍लादेश संकट के बाद भारतीय कपड़ा उद्योग ने रफ्तार पकड़ी है. वाणिज्‍य मंत्रालय ने गुरुवार को बताया कि वैश्विक अनिश्चितताओं के बावजूद देश का परिधान निर्यात चालू वित्त वर्ष 2024-25 में अप्रैल-सितंबर के दौरान 8.5 प्रतिशत बढ़कर 7.5 अरब डॉलर (करीब 60 हजार करोड़ रुपये) हो गया है. वाणिज्य मंत्रालय के अनुसार, सितंबर में भी तैयार (रेडीमेड) परिधानों का निर्यात 17.3 प्रतिशत बढ़कर 1.11 अरब डॉलर पहुंच गया है. ये भी पढ़ें – 40, 50 या 60 हजार रुपये है आपकी बेसिक सैलरी, कितने रुपये बढ़ेगा डीए, खाते में आने से पहले ही देख लो महंगाई के बाद भी उछाल परिधान निर्यात संवर्धन परिषद (एईपीसी) के चेयरमैन सुधीर सेखरी ने कहा कि वैश्विक प्रतिकूलताओं और निरंतर मुद्रास्फीति दबाव के बावजूद भारत के निर्यात में उच्च वृद्धि दर्ज की गई है. उन्होंने कहा कि यहां तक ​​कि प्रमुख परिधान निर्यातक देशों में भी हाल के महीनों में तैयार (रेडीमेड) परिधानों (आरएमजी) के निर्यात की वृद्धि में मंदी देखी गई है. खास मुकाम पर भारत सेखरी ने कहा, ‘भारत एक विशिष्ट स्थिति में है, जहां आयात पर निर्भरता कम है. फाइबर से लेकर फैशन तक संपूर्ण परिवेश मौजूद है. श्रम शक्ति प्रचुर और युवा है, इसलिए वृद्धि की संभावनाएं असीमित हैं.’ इस साल निर्यातक कई बड़े अंतरराष्ट्रीय मेलों में हिस्सा लेंगे और 2025 में फिर से ‘भारत टेक्स’ की मेजबानी करेंगे, ताकि वैश्विक स्तर पर अपनी उपस्थिति बढ़ाई जा सके. अमेरिका-यूरोप में होगा रोडशो परिषद इसी महीने स्पेन और न्यूयॉर्क में अंतरराष्ट्रीय रोड शो भी आयोजित करेगी, जिसमें व्यापार, प्रौद्योगिकी तथा परंपरा का बेहतरीन प्रदर्शन किया जाएगा. एईपीसी के महासचिव मिथिलेश्वर ठाकुर ने कहा कि भारत ने अप्रयुक्त क्षमता का दोहन शुरू कर दिया है. भू-राजनीतिक चुनौतियों तथा आपूर्ति शृंखला व्यवधानों के बावजूद पिछले कुछ महीनों में तैयार परिधानों के निर्यात में प्रभावशाली दोहरे अंकों की वृद्धि दर्ज की गई है. यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगी कि पूरी दुनिया भारत को पसंदीदा ‘सोर्सिंग’ गंतव्य के रूप में देखने लगी है. हमारी पहुंच प्रमुख निर्यात गंतव्य अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी, स्पेन और नीदरलैंड तक बढ़ रही है. Tags: Bangladesh news, Business news, Indian exportFIRST PUBLISHED : October 17, 2024, 15:24 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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