तैयार कर लो रिज्यूमे जल्द हायर करने वाली हैं 5 लाख कंपनियां!
तैयार कर लो रिज्यूमे जल्द हायर करने वाली हैं 5 लाख कंपनियां!
Job Opportunity : नौकरी खोज रहे युवाओं के लिए अच्छी खबर है. ग्लोबल लेवल पर कराए एक सर्वे में खुलासा हुआ है कि भारत नौकरियां देने के मामले में 6वें स्थान पर पहुंच सकता है. आने वाली तिमाही में 30 फीसदी कंपनियां हायरिंग करने का प्लान बना रही हैं.
हाइलाइट्स देश में 30 प्रतिशत कंपनियां अगले तीन महीनों में भर्ती करेंगी. देखा जाए तो अभी देश में 16.6 लाख कंपनियां पंजीकृत हैं. लिहाजा करीब 5 लाख कंपनियां आगे भर्ती कर सकती हैं.
नई दिल्ली. नौकरी खोजने वाले युवाओं के लिए खुशखबरी है. सभी अपना-अपना रिज्यूमे अपडेट करके तैयार रखिए क्योंकि जल्द ही देश में नौकरियों की बाढ़ आने वाली है. वर्कफोर्स सॉल्यूशंस कंपनी मैनपावरग्रुप ने ग्लोबल लेवल पर किए एक सर्वे के बाद खुलासा किया है कि भारत में चीन और अमेरिका के मुकाबले कहीं ज्यादा नौकरियां पैदा होने वाली हैं. इतना ही नहीं आने वाले समय में भर्तियां करने के मामले में भारत दुनिया में 6वें पायदान पर पहुंच सकता है. सर्वे में कहा गया है कि आने वाली तिमाही रोजगार के मोर्चे पर काफी बेहतर साबित होने वाली है.
मैनपावरग्रुप के सर्वे में कहा गया है कि भारत 2024 की जुलाई-सितंबर तिमाही के लिए अपने रोजगार परिदृश्य के मामले में वैश्विक स्तर पर छठे स्थान पर है. देश में 30 प्रतिशत कंपनियां अगले तीन महीनों में अपने कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने की योजना बना रही हैं. इस लिहाज से देखा जाए तो अभी देश में 16.6 लाख कंपनियां पंजीकृत हैं और इसका 30 फीसदी 4.98 लाख होगा. इसका मतलब हुआ कि अगर ये सभी कंपनियां अभी एक्टिव हैं तो करीब 5 लाख कंपनियां आने वाले समय में भर्ती कर सकती हैं.
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औसत ग्लोबल लेवल से ज्यादा भर्ती
रिपोर्ट के अनुसार, ‘भारत के शुद्ध रोजगार परिदृश्य’ (एनईओ) की गणना छंटनी की योजना बनाने वाले नियोक्ताओं की संख्या को नियुक्ति की योजना बनाने वाले नियोक्ताओं से घटाकर की गई. इससे सामने आया कि 30 प्रतिशत कंपनियां अगले तीन महीनों में अपने कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने की योजना बना रही हैं. भारत अपने रोजगार परिदृश्य के लिए वैश्विक स्तर पर छठे स्थान पर है, जो वैश्विक औसत से आठ अंक ऊपर है. यह सर्वेक्षण 42 देशों में किया गया है.
कहां हो रही सबसे ज्यादा हायरिंग
वैश्विक स्तर पर कोस्टा रिका में जुलाई-सितंबर के लिए सबसे मजबूत 35 प्रतिशत नियुक्ति की उम्मीद है. इसके बाद स्विट्जरलैंड में 34 प्रतिशत, ग्वाटेमाला में 32 प्रतिशत, मैक्सिको में 32 प्रतिशत और दक्षिण अफ्रीका में 31 प्रतिशत कंपनियां अगले तीन महीनों में भर्तियां करने की योजना बना रही हैं. दूसरी ओर, अर्जेंटीना और रोमानिया में सबसे कम तीन प्रतिशत एनईओ दर्ज किया गया.
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भारत में 3 हजार कंपनियों पर सर्वे
मैनपावरग्रुप रोजगार परिदृश्य सर्वेक्षण के नवीनतम संस्करण में भारत में 3,150 नियोक्ताओं से उनकी तीसरी तिमाही की नियुक्ति संबंधी मंशा के बारे में पूछा गया. मैनपावरग्रुप के भारत तथा पश्चिम एशिया के प्रबंध निदेशक संदीप गुलाटी ने कहा, वैश्विक मंदी का असर भारत के आईटी क्षेत्र पर काफी समय से पड़ रहा है. इस सर्वेक्षण में आंकड़े एकत्रित करते समय आम चुनाव के कारण देश में राजनीतिक अनिश्चितता का माहौल बना हुआ था और स्पष्ट रूप से नियोक्ता अपने अल्पकालिक संसाधन नियोजन में सावधानी बरत रहे थे.
उत्तर भारत में सबसे ज्यादा संभावना
चुनाव के समय भी रियल एस्टेट क्षेत्र में निवेशकों की रुचि बढ़ी है और आवासीय क्षेत्र में 1.1 अरब डॉलर का पूंजी प्रवाह हुआ है. कुल मिलाकर उत्तर भारत में नियुक्ति की संभावना सबसे अधिक 36 प्रतिशत रही. इसके बाद पश्चिम में 31 प्रतिशत, दक्षिण में 30 प्रतिशत और पूर्व में 21 प्रतिशत नियोक्ताओं ने भर्ती करने की इच्छा व्यक्त की है. आम धारणा के विपरीत करीब 68 प्रतिशत नियोक्ता अगले दो साल में कृत्रिम मेधा (एआई) और मशीन लर्निंग को अपनाने के कारण कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने की योजना बना रहे हैं. इसका नेतृत्व संचार सेवा क्षेत्र, वित्तीय और रियल एस्टेट, उद्योग व सामग्री तथा सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र करेंगे.
Tags: Business news, Job insecurity, Job opportunity, Job SearchFIRST PUBLISHED : June 11, 2024, 15:35 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed