दुनिया की सबसे खतरनाक आर्मी के पैरों में बिहार का जूता PM मोदी से खास दोस्ती!
दुनिया की सबसे खतरनाक आर्मी के पैरों में बिहार का जूता PM मोदी से खास दोस्ती!
बिहार निश्चित तौर पर देश का एक सबसे पिछड़ा राज्य है. खासतौर पर कल-करखानों के मामले में. लेकिन, यहां की एक कंपनी में बने जूते दुनिया में फेमस हो रहे हैं. बीते साल 15 जोड़ी जूते का निर्यात हुआ.
बिहार का नाम आते ही पहली नजर में दिमाग में एक ही छवि बनती है- एक पिछड़ा राज्य. लेकिन, आप गलत हैं. बिहार बदल रहा है. इसकी झलक आपको इस स्टोरी में दिख जाएगी. कल्पना कीजिए- आपके सामने दुनिया की खबसे खतरनाक आर्मी खड़ी है. वह माइनस 40 डिग्री तापमान में भी अपने दुश्मन पर जल्लाद बनकर टूटती है. उसकी ताकत के सामने अमेरिका जैसे देश का भी संतुलन बिगड़ जाता है. वह अपनी पैरों तले दुश्मन देश की सेना को कीड़े-मकोड़े की तरह रौंद देती है. लेकिन, वह आर्मी अपने पैरों में बिहार में बने जूते पहनती है.
जी हां. आप बिल्कुल सही पढ़ रहे हैं. ये जूते बिहार के हाजीपुर जिले में बनते हैं. बीते साल 100 करोड़ रुपये में ऐसे 15 लाख जोड़ी जूते निर्यात किए गए. कंपनी का लक्ष्य इस साल इसमें 50 फीसदी से अधिक की बढ़ोतरी करने का है.
दरअसल, हम बात कर रहे हैं हाजीपुर जिले की कंपीटेंश एक्सपोर्ट्स की. यह रूस की कंपनियों और यूरोपीय बाजार के लिए सेफ्टी शू बनाती है. इस कंपनी की शुरुआत 2018 में की गई थी. इस कंपनी के सेफ्टी शू बेहतरीन क्वालिटी के हैं.
रूस भेजे जा रहे जूते
कंपनी के जनरल मैनेजर शिव कुमार राय ने बताया कि फिलहाल उनकी कंपनी में बन रहे अधिकतर जूते रूस भेजे जा रहे हैं. रूसी सेना ये जूते इस्तेमाल करती है. इन्हीं जूतों में वह यूक्रेन युद्ध में उतरी है. उन्होंने बताया कि ये जूते बहुत हल्के हैं. ये पहाड़ियों और बर्फीले इलाकों में फिसलते नहीं हैं. इनके शोल बेहतरीन हैं. ये माइनस 40 डिग्री सेल्सियत की ठंडी में भी पूरी तरह कारगर हैं.
उन्होंने बताया कि रूसी सेना और वहां की कंपनियां उनके इन जूतों की दिवानी है. बड़ी मात्रा में ऑर्डर प्राप्त हो रहे हैं. उनका कारोबार बहुत बढ़िया चल रहा है. कंपनी के एमडी दानेश प्रसाद ने बताया कि फैक्ट्री में करीब 300 कर्मचारी कार्यरत हैं इसमें से 70 फीसदी महिलाएं.
बीते दिनों ही पीएम नरेंद्र मोदी रूस दौरे से लौटे हैं. भारत और रूस की दोस्ती कई दशक पुरानी है. यूक्रेन युद्ध के दौरान पश्चिमी देशों के दबाव के बावजूद भारत और रूस के बीच कारोबार नई ऊंचाइयों को छू रहा है. इस वक्त दोनों देशों का कारोबार 85 अरब डॉलर तक पहुंच गया है. भारत सस्ते दाम पर रूस से बड़े पैमाने पर कच्चे तेल का आयात करता है.
Tags: Bihar News, Russia ukraine warFIRST PUBLISHED : July 15, 2024, 18:43 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed