अलादीन के चिराग से कम नहीं खेती में ये विधि एक साथ 5 फसल से लाख तक कमाई

Mixed Farming Beneficial For Farmer: किसान ने बताया कि वह तीस वर्षों से लगातार खेती करते आ रहे हैं. थोड़ी सी भूमि पर वह मिश्रित खेती करते हैं. इससे उन्हें एक बीघा में सत्तर हजार से एक लाख रुपये तक का मुनाफा हो जाता है. वहीं, मिश्रित फसल को उगाने में लगभग पंद्रह सौ से दो हजार रुपए की लागत आ रही है.

अलादीन के चिराग से कम नहीं खेती में ये विधि एक साथ 5 फसल से लाख तक कमाई
सत्यम कटियार/फर्रुखाबाद: मिश्रित खेती यानी की तगड़ी कमाई. जी हां फर्रुखाबाद के किसान पहले के मुकाबले काफी जागरूक हो गए हैं. खेती में नए-नए प्रयोग करने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं. अब किसान पारंपरिक खेती के अलावा नगदी फसलों पर भी विशेष ध्यान दे रहे हैं, जिसके कारण कमाई के रास्ते भी खुल गए हैं. ऐसे समय पर यहां के किसान अब इस खेती के जरिए मोटी कमाई भी कर रहे हैं. कमालगंज के कुतुबपुर बघार के निवासी किसान अभिलाख सिंह बताते हैं कि वह बचपन से ही मिश्रित खेती करते आ रहे हैं. इससे उन्हें तगड़ी कमाई होती है. किसान का यहां तक कहना है कि इस फसल से उन्हें आज तक नुकसान नहीं हुआ. बल्कि सरकारी नौकरी करने वाले व्यक्ति से अधिक मुनाफा हो जाता है. किसान ने बताया कि आमतौर पर प्रति बीघा दो हजार रुपए की लागत आती है. वहीं एक बार फसल तैयार होने के बाद पहले सब्जियों की बिक्री करते हैं. हरी सब्जियों की बाजार में तगड़ी डिमांड किसान ने बताया कि वह तीस वर्षों से लगातार खेती करते आ रहे हैं. थोड़ी सी भूमि पर वह मिश्रित खेती करते हैं. इससे उन्हें एक बीघा में सत्तर हजार से एक लाख रुपये तक का मुनाफा हो जाता है. वहीं, मिश्रित फसल को उगाने में लगभग पंद्रह सौ से दो हजार रुपए की लागत आ रही है. लेकिन, एक बार जब खेत से फसल निकलना शुरू होती है. तो फिर मंडी में डिमांड बढ़ जाती है. ऐसे समय पर उनकी मंडी में हाथों हाथ ही बिक्री हो रही है. इस समय यह तैयार फसल तीन महीने तक उत्पादन देती है. मिश्रित खेती का तरीका किसान बताते हैं कि वह अपने खेतों में सबसे पहले भिंडी, तोरई, लौकी के पौधों की रोपाई करते हैं. इसके बाद उसमें भिंडी, शलजम और चुकंदर के बीजों को बो देते हैं. इसके बाद क्यारियों के ऊपर धनिया की बुवाई करते हैं. समय अवधि के बाद जब बैगन की फसल तैयार होती है, तो नीचे से अन्य फसलें भी तैयार होने लगती हैं. ऐसे समय पर एक समय पर ही पांच फसल से कमाई करते हैं. क्या है खेती का तरीका? किसान ने बताया कि वह सबसे पहले खेत को अच्छे से समतल कर उसमें क्यारियां बनाकर पहले से तैयार की गई बैंगन के पौधों को प्रति एक मीटर पर दो पौधों को रोप देते हैं. समय से इसमें सिंचाई करते हैं. इसके बाद जब पौधे बड़े होने लगते हैं तो इन बैगन की बिक्री मार्केट में कर देते हैं. इसके बाद जब पौधों से पूरी फसल निकल जाती है, तो इसके पौधे को खेत में ही हरी खाद के रूप के प्रयोग कर लेते हैं. Tags: Agriculture, Farrukhabad news, Local18FIRST PUBLISHED : July 29, 2024, 16:34 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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