शिमला से कम नहीं 400 एकड़ में बनी ये कोठी! प्रचंड गर्मी में रहती है कूल-कूल
शिमला से कम नहीं 400 एकड़ में बनी ये कोठी! प्रचंड गर्मी में रहती है कूल-कूल
Kothi Khass Baag: कोठी खास बाग का निर्माण 1930 में 400 से भी अधिक एकड़ जमीन करवाया गया था. 205 कमरों वाला यह विशाल यूरोपीय शैली का महल इस्लामी वास्तुकला और ब्रिटिश वास्तुकला का एक अनूठा मिश्रण है.
रामपुर /अंजू प्रजापति: रामपुर रियासत के 9वें शासक नवाब हामिद अली खान के दौर में रामपुर उत्तर भारत का कल्चरल हब बना. हामिद अली के दौर में रामपुर भारत की सबसे अमीर रियासतों में से एक थी. वैसे तो रामपुर शहर में और उसके आस-पास कई ऐतिहासिक और भव्य इमारतें हैं. मगर कोठी ख़ासबाग़ सबसे ज़्यादा ख़ास है. यूरोपीय-इस्लामी शैली में बनी यह कोठी बेहद खूबसूरत है. इसमें उस दौर में ठंडे पानी के स्विमिंग पूल और मूवी थिएटर भी बनाए गए थे.
कोठी खास बाग का निर्माण 1930 में 400 से भी अधिक एकड़ जमीन करवाया गया था. 205 कमरों वाला यह विशाल यूरोपीय शैली का महल इस्लामी वास्तुकला और ब्रिटिश वास्तुकला का एक अनूठा मिश्रण है. नवाब हामिद अली खान ने यहां पर कई खूबसूरत इमारतों का निर्माण कराया. लेकिन, कोठी खास बाग अपने नाम की तरह बेहद खास थी. भव्य और ऐतिहासिक कोठी अपने दौर की पहली वातानुकूलित कोठी थी, जो भीषण गर्मी में भी चारों तरफ से बिल्कुल ठंडी रहती थी. 400 से भी अधिक एकड़ में फैली इस कोठी का निर्माण 1930 में नवाब हामिद अली खान ने कराया था. इसमें 205 कमरे और हॉल हैं जिनमें नवाब का ऑफिस, स्वीमिंग पूल, सिनेमा हॉल और म्यूज़िक हॉल है. कोठी के मुख्य द्वार की मीनारों पर खूबसूरत गुंबद लगे हैं. कोठी के अंदर बेशकीमती झूमर लटके हुए हैं, जो बेल्जियम गिलास के बने हुए है. कोठी में कई बेशकमीती और नायाब पेंटिंग्स हैं. इनकी कीमत ही 23 करोड़ आंकी गई है. इसके अलावा इस कोठी के अंदर आलमारियों में हजारों की संख्या में हथियार पाए गए थे. इनमें स्कॉटलैंड, जर्मनी, ब्रिटेन, हालैंड, अमेरिका आदि की बनी पिस्टल, बंदूकें, रायफल व रिवाल्वर शामिल है.
इंडियन नेशनल ट्रस्ट फ़ॉर आर्ट एंड कल्चर हेरिटेज (इंटेक) रुहेलखंड चैप्टर के सह-संयोजक काशिफ खान के मुताबिक रामपुर रियासत में नवाब कल्वे अली खान के मुताबिक, यह कोठी खास बात पैलेस के नाम से जानी जाती है. नवाब हामिद अली खान ने इसका निर्माण शुरू कराया था और नवाब रजा अली खान के दौर में इसका निर्माण कार्य पूरा हुआ. काशिफ खान बताते हैं कि ये बहुत खास पैलेस है. क्योंकि, उस समय के दौर में जो भी सुविधाएं होती थी, वे सभी इस पैलेस में मौजूद हैं. जैसे आज के आधुनिक समय में गर्मी से बचने के लिए कूलर, पंखे, एसी का इस्तेमाल करते हैं. लेकिन नवाब साहब के दौर में ये एक ऐसा पैलेस था, जो देश का पहला वातानुकूलित पैलेस था. इसके अलावा इसमें लिफ्ट भी चला करती थी. इसमें ऐसा सिनेमा हॉल बनवाया था, जिसमें एक साथ 200 लोग बैठकर मूवी देख सकें. आज भी यह पैलेस भव्य स्थिति में खड़ा है. यह पैलेस सिविल लाइंस स्थित क्षेत्र में बनी हुई है.
Tags: History of India, Rampur news, UP newsFIRST PUBLISHED : May 22, 2024, 14:36 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed