अब पेड़ पर उगेंगे पैसे! सही तरीके से कर लिया ये काम तो होगी अच्छी कमाई
अब पेड़ पर उगेंगे पैसे! सही तरीके से कर लिया ये काम तो होगी अच्छी कमाई
Income from planting trees: लोकल 18 से बात करते हुए रायबरेली जिले के शिवगढ़ रेंज के वन निरीक्षक संजय यादव बताते हैं कि खेती-किसानी करने वाले किसान अपने खेत की मेड़ या फिर खाली पड़ी जमीन पर इन पांच प्रकार के पेड़ों को लगाकर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं.
रिपोर्ट- सौरभ वर्मा
रायबरेली: “पैसे पेड़ पर नहीं उगते हैं” यह कहावत आपने जरूर सुनी होगी. आज हम आपको एक ऐसा आइडिया बताने जा रहे हैं जो इस कहावत को चरितार्थ कर देगा. जिससे पैसे पेड़ पर ही उगने लगेंगे. जी हां, आपने सही सुना कि पैसे पेड़ पर उगेंगे. यह सुनकर आपको आश्चर्य जरूर हो रहा होगा लेकिन, यह सच है क्योंकि बदलते समय के साथ ही बाजारों में लकड़ी की मांग बढ़ती जा रही है. जिस वजह से पेड़ों की भी मांग तेजी से बढ़ रही है. इसका प्रमुख कारण है कि लकड़ी से विभिन्न फर्नीचर बनाने के साथ ही इससे कई अन्य घरेलू उत्पाद भी बनते हैं.
कुछ पेड़ तो ऐसी भी हैं जिनकी लकड़ियों का उपयोग विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों एवं धार्मिक आयोजनों में भी किया जाता है. इसीलिए इन पेड़ों की लकड़ियां महंगे दामों में बाजारों में मिलती हैं. किसान अपनी खाली पड़ी जमीन या खेत की मेड़ पर इन पेड़ों को लगाकर कुछ ही समय में लाखों रुपए की कमाई कर सकते हैं. यह पेड़ काफी कम समय में तैयार हो जाते हैं. खेती किसानी करने वाले किसान इस तरह से अपनी आय भी दोगुनी कर सकते हैं.
इन पेड़ों से होगा अच्छा मुनाफा
लोकल 18 से बात करते हुए रायबरेली जिले के शिवगढ़ रेंज के वन निरीक्षक संजय यादव बताते हैं कि खेती-किसानी करने वाले किसान अपने खेत की मेड़ या फिर खाली पड़ी जमीन पर इन पांच प्रकार के पेड़ों को लगाकर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं. जिनमें प्रमुख रूप से शीशम, सागवान, यूकेलिप्टस, पॉपुलर, चंदन शामिल हैं. इनमें चंदन की लकड़ी धार्मिक कार्यों के प्रयोग में लाई जाती है. शीशम, सागवान, यूकेलिप्टस और पॉपुलर की लकड़ी से उच्च गुणवत्ता वाले फर्नीचर को बनाने में एवं कई घरेलू उत्पाद बनाने के प्रयोग में लाया जाता है.
ऐसे करें रोपाई
सागवान की लकड़ी उच्च गुणवत्ता की मानी जाती है जिससे फर्नीचर जहाज निर्माण और कई अन्य प्रयोग में लाया जाता है. इसकी पौधे की रोपाई करते समय किसान पौधे से पौधे के बीच की दूरी 2.5×2.5 मीटर की दूरी पर रोपाई करें. 1 एकड़ में सागवान के लगभग 120 पेड़ लगाए जा सकते हैं.
यूकेलिप्टस (सफेदा)
यूकेलिप्टस को आम बोलचाल की भाषा में सफेदा नाम से जाना जाता है. इसका प्रयोग प्लाईवुड बनाने के साथ ही कई अन्य प्रकार के उत्पाद बनाने में किया जाता है. इसकी रोपाई करते समय पौधे से पौधे के बीच की दूरी 2.5 × 2.5 मीटर होनी चाहिए. 1 एकड़ में 600 पौधे लगाए जा सकते हैं.
पॉपुलर
पॉपुलर की लकड़ी का प्रयोग माचिस की तीली बनाने के साथ ही फर्नीचर बनाने में भी उपयोग में लाया जाता है. 1 एकड़ में लगभग ढाई सौ पॉपुलर के पौधे लगाए जा सकते हैं.
चंदन
चंदन की लकड़ी का प्रयोग धार्मिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों में किया जाता है. साथ ही इसे औषधीय इत्र साबुन एवं महिलाओं के सौंदर्य उत्पाद बनाने के प्रयोग में लाया जाता है. एक एकड़ जमीन में लगभग 600 चंदन के पेड़ की रोपाई की जा सकती है.
शीशम
शीशम की लकड़ी बेहद उच्च गुणवत्ता वाली होती है जिसे फर्नीचर, बिजली बोर्ड और खिड़की के फ्रेम जैसे उत्पाद बनाने के लिए प्रयोग में लिया जाता है. इस लकड़ी में दीमक नहीं लगती. 1 एकड़ जमीन पर 160 से 275 शीशम के पौधे की रोपाई की जा सकती है.
Tags: Local18FIRST PUBLISHED : September 12, 2024, 17:48 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed