Supertech Twin Tower: ट्विन टावर ध्वस्त होने के बाद दो सोसाइटी के 7 टावर क्रिटिकल जोन में आ जाएंगे मजबूती जांचेगा नोएडा प्राधिकरण

सुपरटेक ट्विन टॉवरों (Supertech Twin Tower) को 28 अगस्त यानी रविवार को 12.30 बजे जमींदोज (Demolishied on Sunday) कर दिया जाएगा, लेकिन इसके ध्वस्तीकरण के बाद कम से कम दो सोसाइटी के 7 टावर क्रिटकल जोन (Critical Zone) में आ जाएंगे.

Supertech Twin Tower: ट्विन टावर ध्वस्त होने के बाद दो सोसाइटी के 7 टावर क्रिटिकल जोन में आ जाएंगे मजबूती जांचेगा नोएडा प्राधिकरण
नोएडा. सुपरटेक ट्विन टॉवरों (Supertech Twin Tower) को 28 अगस्त यानी रविवार को 12.30 बजे जमींदोज (Demolishied on Sunday) कर दिया जाएगा, लेकिन इसके ध्वस्तीकरण के बाद कम से कम दो सोसाइटी के 7 टावर क्रिटकल जोन (Critical Zone) में आ जाएंगे. विशेषज्ञों का मानना है कि ट्विन टावरों को कितना ही सुरक्षित क्यों न गिराया जा रहा है, लेकिन उसके आसपास के कुछ टावरों को नुकसान होने का डर बरकरार रहेगा. इसी को ध्यान में रखते हुए नोएडा प्रशासन दोनों टावरों को गिराये जाने के बाद अगल-बगल के कुछ टावरों का ऑडिट करवाने का फैसला किया है. प्राधिकरण ट्विन टावरों के ध्वस्तीकरण के बाद पता लगाने की कोशिश करेगी कि इसके अगल-बगल के टावरों को कहीं कोई नुकसान तो नहीं हुआ है. बता दें कि ट्विन टावरों को गिराने में 3600 किलोग्राम से कहीं ज्यादा विस्फोटकों का इस्तेमाल किया जाएगा. यह विस्फोटक देखने में तो साबुन की टिक्की जैसा है, लेकिन इतना ताकतवर होता है कि पहाड़ों से लेकर बड़ी इमारतों और ढांचों को नेस्तनाबूद कर दे. बता दें कि यह विस्फोटक ट्विवर टॉवर में छेद बनाकर सैकड़ों जगहों पर फिट किया जा चुका है. अब बस एक बटन दबने की देर होगी और ट्विन टवर ढह जाएगी. लेकिन, अधिकारियों के मुताबिक क्रिटकल जोन करीब 50 मीटर के दायरे में बनाया गया है. ऐसे में सुपरटेक एमरॉल्ट कोर्ट सोसाइटी के तीन और एटीएस विलेज सोसाइटी के चार टावर इसके जद में आ जाएंगे. अगले कुछ दिनों में ध्वस्तीकरण के बाद इन टावरों के सभी पिलर और बीम की मजबूती जांची जाएगी. साल 2009 में इन दोनों टावरों का निर्माण कार्य शुरू हुआ था. सात टावर आ जाएंगे क्रिटिकल जोन में नोएडा के डीएम ने नोएडा प्राधिकरण को इस बारे में पत्र लिखा है. इधर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों की मानें तो क्रिटकल जोन में दो सोसाइटी के सात टावर आ रहे हैं. ऐसे में इन्हीं दो सोसाइटी के सात टावरों का ऑडिट किया जाएगा. इन टावरों का स्ट्रक्चरल ऑडिट के बाद पता चलेगा कि 28 अगस्त को सुपरटेक ट्विन टावरों को गिराने के बाद कितना नुकसान पहुंचा है. इस्तेमाल हो रहा विस्फोटक कितना खतरनाक? गौरतलब है कि ट्विन टावरों के ब्लास्ट में जो विस्फोटक इस्तेमाल हो रहे हैं, उससे जब विस्फोट किया जाता है तो अत्यधिक ऊर्जा और उष्मा दोनों पैदा होती है. ये किसी भी टारगेट को तहस नहस कर सकता है. ये ना केवल सैन्य इस्तेमाल बल्कि औद्योगिक और खनन के क्षेत्र में इस्तेमाल होता है. क्रिटकल जोन में दो सोसाइटी के सात टावर आ रहे हैं.  ये भी पढ़ें: Twin Towers Blast: ट्विन टावर ब्लास्ट के वक्त इन 6 सोसाइटियों के छतों पर से वीडियोग्राफी या फोटोग्राफी की इजाजत नहीं सोसाइटी में रहने वाले लोग क्यों हैं चिंतित ऐसे में ब्लास्ट के बाद की स्थिति को लेकर आस-पास रहने वाले लोग चिंतित नजर आ रहे हैं. क्योंकि, 28 अगस्त को दोपहर 2.30 बजे ब्लास्ट के बाद आकाश में करीब 300 मीटर की ऊंचाई तक धूल का गुबार उड़ेगा. इतना ही गुबार चारों तरफ भी फैलेगा. पर्यावरणविद और डॉक्टरों का मानना है कि ब्लास्ट के वक्त और उसके कुछ दिनों बाद तक भी लोगों को इसके आस-पास रहना मुश्किल जाएगा. खासकर नवजात बच्चों, गर्भवती महिलाएं, बुजुर्गों के साथ-साथ सांस और हार्ट के मरीजों को कई तरह की समस्याओं से सामना करना पड़ सकता है. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी | Tags: Delhi-NCR region, Noida Authority, Noida news, Supertech twin tower, Supertech Twin Tower caseFIRST PUBLISHED : August 26, 2022, 17:47 IST