हैट्रिक के चक्कर में गए! UP में BJP से हुई ऐसी चूक 20 सांसदों की हो गई हार

Lok Sabha Chunav Result: लोकसभा चुनाव के नतीजे आ गए. अब मोदी सरकार 3.0 शपथ लेने को भी तैयार है. मगर भाजपा को एक बात बार-बार सता रही है कि आखिर यूपी में हार कैसे हुई? उत्तर प्रदेश में भाजपा की उम्मीदों को बड़ा झटका लगा है.

हैट्रिक के चक्कर में गए! UP में BJP से हुई ऐसी चूक 20 सांसदों की हो गई हार
नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के नतीजे आ गए. अब मोदी सरकार 3.0 शपथ लेने को भी तैयार है. मगर भाजपा को एक बात बार-बार सता रही है कि आखिर यूपी में हार कैसे हुई? उत्तर प्रदेश में भाजपा की उम्मीदों को बड़ा झटका लगा है. भाजपा के 49 में से 27 मौजूदा सांसद हार गए. माना जा रहा है कि यूपी में भाजपा को इस बार एंटी-इनकंबेंसी की वजह से यह झटका लगा है. भारतीय जनता पार्टी ने इस बार उत्तर प्रदेश में ऐसे 54 उम्मीदवारों को उतारा था, जो 2019 में चुनाव लड़ चुके थे. मगर उनमें से 31 कैंडिडेट जीत का परचम लहराने में सफल नहीं हो पाए. दोबारा चुनाव लड़ने वाले कैंडिडेट्स में 49 मौजूदा सांसद थे. इसमें अंबेडकरनगर के उम्मीदवार रितेश पांडे भी शामिल थे, जो बीएसपी से बीजेपी में आए थे. इनमें से 33 सांसदों को तीसरी बार या उससे अधिक बार फिर से मैदान में उतारा गया. मगर उनमें से 20 कैंडिडेट लोकसभा चुनाव में अपनी सीट हार गए. हारने वालों की लिस्ट में स्मृति ईरानी (अमेठी), अजय मिश्रा टेनी (खीरी), कौशल किशोर (मोहनलालगंज), महेंद्र नाथ पांडे (चंदौली), साध्वी निरंजन ज्योति (फतेहपुर), भानु प्रताप सिंह वर्मा (जालौन) और संजीव बालियान (मुजफ्फरनगर) जैसे सांसद और केंद्रीय मंत्री शामिल हैं. यूपी में एंटी-इनकंबेंसी का असर ऐसा रहा कि आठ बार सांसद रह चुकीं मेनका गांधी भी सुल्तानपुर से चुनाव हार गईं. इतना ही नहीं, पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के बेटे राजवीर सिंह (एटा) जैसे हाई-प्रोफाइल सांसदों को भी हार का सामना करना पड़ा. भाजपा की सबसे बड़ी हार तो अयोध्या वाली सीट फैजाबाद में हुई, जहां लल्लू सिंह को सपा ने हरा दिया. वहीं, अखिलेश यादव ने भाजपा कैंडिडेट सुब्रत पाठक को हराया. इन परिणमों से साफ पता चलता है कि लोकल लेवल पर लोग उनके काम से खुश नहीं थे, बावजूद इसके भाजपा शीर्ष नेतृत्व ने उन पर गलत भरोसा दिखाया. चुनाव आयोग के डेटा से पता चलता है कि तीसरी बार या उससे अधिक बार चुनाव लड़ने वाले केवल 14 भाजपा सांसद ही जीत का परचम लहरा पाए. इस लिस्ट में पीएम मोदी (वाराणसी), महेश शर्मा (गौतमबुद्ध नगर) भोला सिंह (बुलंदशहर), राजनाथ सिंह (लखनऊ) और हेमा मालिनी (मथुरा) शामिल हैं. भाजपा के यूपी में 21 उम्मीदवार ऐसे थे, जो पहली बार चुनाव लड़ रहे थे. उनमें से 10 कैंडिडेट ने जीत हासिल की है. पहली बार चुनाव जीतने वाले प्रमुख भाजपा कैंडिडेट में जितिन प्रसाद (पीलीभीत), छत्रपाल सिंह गंगवार (बरेली), अतुल गर्ग (गाजियाबाद), आनंद गोंड (बहराइच) और करण भूषण सिंह (कैसरगंज) शामिल हैं. Tags: Loksabha Election 2024, Loksabha Elections, Uttar pradesh newsFIRST PUBLISHED : June 7, 2024, 06:46 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed