Ban on PFI : सोशल मीडिया पर भड़का कर जिम के जरिए युवाओं को जोड़ रहा था पीएफआई

पीएफआई पर प्रतिबंध लगते ही पुलिस पर तेज एक्शन शुरू एमपी पुलिस व इंटेलिजेंस विभाग ने इंदौर में पीएफआई ऑफिस की बढ़ाई सुरक्षा पीएफआई कार्यालय के बाहर तैनात किए गार्ड

Ban on PFI : सोशल मीडिया पर भड़का कर जिम के जरिए युवाओं को जोड़ रहा था पीएफआई
इंदौर. पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) पर प्रतिबंध लगते ही मध्यप्रदेश पुलिस ने अपना एक्शन तेज कर दिया है. उज्जैन के पीएफआई ऑफिस को सील कर दिया गया है. इंदौर में पीएफआई ऑफिस की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. यहां एसएएफ के गार्ड तैनात कर दिए गए हैं. सिमी के बाद पीएफआई मालवा में अपना जाल फैला चुका था. वो जिम और अखाड़ों के जरिए युवाओं को जोड़ रहा था. युवाओं को भड़काने के लिए ये संगठन सोशल मीडिया का जमकर दुरुपयोग कर रहा था. सिमी के बाद पीएफआई ने भी मालवा-निमाड़ में अपना नेटवर्क फैला रखा था. यहां एक समय सिमी सबसे ज्यादा सक्रिय था. एनआईए ने सबसे पहले 22 सितंबर को इंदौर, उज्जैन और भोपाल में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के ठिकानों पर छापा मारा था. इसके बाद एनआइए के इनपुट के आधार पर मध्य प्रदेश एटीएस ने 27 सितंबर को इंदौर, उज्जैन, महिदपुर, नीमच, भोपाल, शाजापुर, श्योपुर, गुना और राजगढ़ से पीएफआई के सदस्यों को हिरासत में लिया. इनके पास से भड़काऊ पर्चे,आपत्तिजनक दस्तावेज और धार्मिक किताबें भी मिली हैं. अखाड़े और जिम के जरिए फैला जाल पीएफआई से जुड़े 8 संगठनों पर भी प्रतिबंध लगाया गया है. इंदौर के पीएफआई कार्यालय में बैठकर प्रदेश अध्यक्ष अब्दुल करीम बेकरीवाला पूरे प्रदेश में नेटवर्क चलाता था. जांच एजेंसियों के मुताबिक पीएफआई नौजवानों को अखाडे़ और जिम के जरिए जोड़ रहा था. यही वजह है कि इंदौर के पीएफआई ऑफिस के बगल में भी जिम है. इसने मध्य प्रदेश में अपने संगठन बढ़ाने के लिए उसी क्षेत्र को चुना जहां कभी सिमी का नेटवर्क सबसे ज्यादा सक्रिय था. ये भी पढ़ें- PFI पर बैन : नरोत्तम मिश्रा ने किया स्वागत, कहा-ये आंतरिक सर्जिकल स्ट्राइक है.. चूड़ीवाले की पिटाई से जुड़े तार मालवा निमाड़ के इंदौर, उज्जैन, महिदपुर में पीएफआई के सदस्य चोरी छुपे गुपचुप तरीके से लोगों को अपने साथ जोड़ रहे थे. इंदौर में चूड़ी वाले की पिटाई मामले में सेंट्रल कोतवाली थाने का घेराव कर माहौल खराब करने में पीएफआई और एसडीपीआई की भूमिका सामने आई थी. उसके बाद एसडीपीआई के प्रदेश अध्यक्ष अब्दुल रऊफ बेलिम को जिला बदर किया गया था. बेलिम ने ही पीएफआई की प्रदेश में स्थापना की और इसका मुख्य कन्वेनर भी रहा. साथ ही वो एसडीपीआई का राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष भी है. इसके अलावा खरगोन,सेंधवा में हुए दंगों में भी पीएफआई की सक्रियता नजर आई थी. सिमी के बाद मालवा में पीएफआई का गढ़ मालवा सिमी का गढ़ था,जो अब पीएफआई का भी गढ़ बनता जा रहा है. इसके सदस्य सोशल मीडिया का उपयोग करते हैं. कोई भी घटना होने पर भड़क़ाऊ मैसेज भेजकर युवाओं को बरगलाते हैं. जांच एजेंसियों को पता चला है कि पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के मध्यप्रदेश में 6 हजार और इंदौर-उज्जैन में ही ढाई हजार सदस्य सक्रिय हैं. इनकी आतंकवादी संगठन आईएसआईएस और बांग्लादेशी आतंकी संगठन जेएमबी से भी सांठगांठ है. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी| Tags: Indore news, PFIFIRST PUBLISHED : September 28, 2022, 15:24 IST