पीएम मोदी की नीतियों से बदली वन्यजीवों के संरक्षण की तस्वीर बजट इलाका संख्या सभी बढ़े

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल ने देश में वन्यजीवों के संरक्षण और वन संरक्षण की पूरी तस्वीर बदल दी है. 2014 में वन्यजीव संरक्षित इलाकों की कवरेज देश के भौगोलिक क्षेत्रफल का 4.90 फीसद था, जो अब बढ़कर 5.03 फीसद हो गया है. वन्य जीव संरक्षित क्षेत्र का ये विकास केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों का नतीजा है.

पीएम मोदी की नीतियों से बदली वन्यजीवों के संरक्षण की तस्वीर बजट इलाका संख्या सभी बढ़े
हाइलाइट्सअब वन्यजीव संरक्षित क्षेत्र का दायरा 981 क्षेत्रों में 1,71,921 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैल चुका है. वन्य जीव संरक्षित क्षेत्र का ये विकास केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों का नतीजा है.देश में पिछले चार साल में वन और वृक्षों के आवरण में 16,000 वर्ग किलोमीटर की वृद्धि हुई है. नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल ने देश में वन्यजीवों के संरक्षण और वन संरक्षण की पूरी तस्वीर बदल दी है. 2014 में वन्यजीव संरक्षित इलाकों की कवरेज देश के भौगोलिक क्षेत्रफल का 4.90 फीसद था, जो अब बढ़कर 5.03 फीसद हो गया है. 2014 में वन्यजीव संरक्षित क्षेत्र का दायरा 740 क्षेत्रों में 1,61,081.62 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ था. जबकि अब इसका इसका दायरा 981 क्षेत्रों में 1,71,921 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैल चुका है. वन्य जीव संरक्षित क्षेत्र का ये विकास केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों का नतीजा है. नए आंकड़ों के हिसाब से पिछले चार साल में वन और वृक्षों के आवरण में 16,000 वर्ग किलोमीटर की वृद्धि हुई है. भारत दुनिया के उन कुछ देशों में शामिल हो गया है, जहां वन क्षेत्र लगातार बढ़ रहा है. कम्युनिटी रिजर्व में भी पिछले 8 सालो में बहुत तेजी से वृद्धि हुई है. 2014 मे जहां कम्युनिटी रिजर्व के 43 थे, वहीं इसकी संख्या 2019 में ही 100 क्षेत्रों को पार कर गई थी. अगर बात बाघों के सरक्षण की बात की जाए तो देश में अभी 18 राज्यों मे 75 हजार वर्ग किलोमीट मीटर के दायरे में 52 टाइगर रिजर्व हैं. जो दुनिया मे एक मिसाल है. भारत ने टारगेट वर्ष 2022 से चार साल पहले 2018 में ही बाघों की संख्या को दोगुना करने का लक्ष्य हासिल कर लिया. भारत में बाघों की संख्या 2014 में 2,226 से बढ़कर 2018 में 2,967 हो गई है. बाघ संरक्षण के लिए बजट का आवंटन 2014 में 185 करोड़ रुपये से बढ़कर 2022 में 300 करोड़ रुपये हो गया है. भारत में वापस आ रहे हैं चीते, देश के जंगलों के लिए ‘प्रोजेक्ट चीता’ क्यों है जरूरी? जानिए… 2015 में देश में शेरों की संख्या 523 थी, जिसमें 28.87 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई, जो अब तक की सबसे अधिक वृद्धि दर में से एक है. अब देश में शेरों की संख्या 674 है. देश के जंगलों में तेंदुओं की संख्या में भी मोदी सरकार में बढ़ोतरी हुई है. 2014 में देश में तेंदुओं की संख्या 7910 थी, जबकि भारत में अब (2020) 12,852 तेंदुए हैं. इनकी जनसंख्या में 60% से अधिक की वृद्धि दर्ज की गई है. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी | Tags: Pm narendra modi, Wildlife, Wildlife Conservation in IndiaFIRST PUBLISHED : September 17, 2022, 12:14 IST