भोपाल के पास भी है खजुराहो जैसी बेजोड़ शिल्पकला पुरातात्विक खोज में मिले 24 मंदिर

मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल से करीब 20 किलो मीटर की दूरी पर स्थित रायसेन जिले के आशापुरी मेंं मध्यकालीन वास्तुकला और शिल्पकला का भंडार मिला है. यहीं पास ही में है भोजपुर का प्राचीन शिवमंदिर और शैल चित्र के लिए विख्यात भीमबेटका

भोपाल के पास भी है खजुराहो जैसी बेजोड़ शिल्पकला पुरातात्विक खोज में मिले 24 मंदिर
हाइलाइट्स आशापुरी स्थानीय संग्रहालय में लगभग 273 प्रतिमाएं भूतनाथ साइट से प्राप्त हुई हैंभूतनाथ परिसर में ग्यारसपुर मंदिर, खजुराहो मंदिर, उज्जैन, उदयादित्य मंदिर की बनावट वाली शिल्प कला एवं वास्तुकला मिलती हैभोपाल. छोटा सा गांव. कच्चे-पुराने से 50-60 घरों वाला. एक ओर से पहाडिय़ों और जंगल से घिरा. गांव में प्रवेश करते ही आपको हर जगह दिखेंगी नयाब नक्काशी और बेजोड़ शिल्पकला वाली मूर्तियां. कहा तो यह भी जाता है कि इस गांव के आसपास जहां भी खुदाई की जाए, वहीं से पत्थरों पर उकेरी गईं सुंदर सी कलाकृतियां निकल जाती हैं. खुदाई में यहां एक साथ मिले हैं 24 मंदिरों के अवशेष. खास है कई एकड़ जमीन में फैला हुआ भूतनाथ मंदिर. मान्यता है कि एक बार जब आसपास के क्षेत्र में अकाल पड़ा, तो लोगों ने इस भूतनाथ मंदिर में आकर हवन किया. मंत्र उच्चारण और हवन होते ही खूब बारिश हुई. तब से यह आस्था का भी केंद्र है. हम बात कर रहे हैं भोजपुर से 7 और भोपाल से करीब 20 किलो मीटर की दूरी पर स्थित गांव आशापुरी की है. रायसेन जिले की सीमा में आने वाले इस गांव में मध्यकालीन वास्तुकला और शिल्पकला का भंडार है. रायसेन जिले के पास स्थित यह गांव अपने ही ध्वस्त मंदिरों की कहानियों में ध्वस्त हो चुका है, लोक इन मंदिरों की होने की वजह ही भूल चुके हैं. यहां के बिखरे हुए अवशेष अपनी कहानी खुद कह रहे हैं. यह भी पढ़ें: Bharat Jodo Yatra : भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने एमपी पहुंचीं प्रियंका, राहुल बोले-बुरहानपुर से प्रेम का संदेश कश्मीर ले जाएंगे, Video लाल बलुआ पत्थर से निर्मित हैं मंदिर भूतनाथ मन्दिर समूह पर गांव के स्थानीय लोगो की कई मान्यताएं प्रचलित है, की एक वक्त यहां अकाल पड़ता था तब भूतनाथ परिसर पर जाकर एक हवन किया गया था ताकि यहां बारिश का आगमन हो जिस वजह से यह परिसर गांव वासियों के लिए अमूल्य है. आशापुरी गांव में विभिन्न जगहों पर कई मंदिर स्थित है जैसे भूतनाथ ,आशापुरी देवी ,बिलौटा एवं सतमसिया. जिनमें से भूतनाथ मंदिर कई एकड़ की भूमि में फैला हुआ है. जहां पर सरकार द्वारा 24 मंदिरों के अवशेष प्राप्त हुए हैं. यह मंदिर मध्यकालीन शिल्प कला के विभिन्न शैली को प्रस्तुत करते है जैसे कि नागर शैली, भूमिजा शैली, शिखर शैली इत्यादि. यह मंदिर लाल बलुआ पत्थर से निर्मित किए गए थे. इन मंदिरों के अवशेषों से यह समझ में आता है कि यह केवल निर्मित मंदिर नहीं बल्कि मंदिरों के निर्माण का केंद्र रहा होगा या कहें एक प्रायोगिक स्थल की तरह उपयोग में लाया जाता होगा जिसके कारण यहां पर हमें विभिन्न शैलियों के अवशेष प्राप्त हुए. मध्य भारत में इन शैलियों के कई विशाल स्वरूप मंदिर स्थित है़ं जैसे ग्यारसपुर मंदिर, खजुराहो मंदिर, उज्जैन, उदयादित्य मंदिर आदि. भूतनाथ परिसर में हमें इन सारे मंदिरों की बनावट ,शिल्प कला एवं वास्तुकला एक ही जगह में प्राप्त होती है. यह भी पढ़ें: Bharat Jodo Yatra : राहुल प्रियंका नर्मदा की करेंगे पूजा, महाकाल और ओंकारेश्वर के दर्शन-पूजन का कार्यक्रम गांववासियों की असुरों से रक्षा की थी आशा देवी मां ने ऐतिहासिक धरोहरों के मामले में रायसेन अत्यंत ही समृद्ध है जिसका एक अद्भुत उदाहरण आशापुरी है. यहभोजपुर से 7 किलोमीटर की दूरी पर है और भीमबेटका से इसकी दूरी 20 किलो मीटर है. यह गांव अपने सांस्कृतिक विरासत के लिए प्रसिद्ध है. आशापुरी गांव का नाम आशा देवी मां के मंदिर के ऊपर रखा गया जिन्होंने गांव वासियों की रक्षा एक असुर से की थी. इसके बाद कई वंशज आए और गए लेकिन मध्यकालीन वंशजों परमार एवं परिहार राजाओं द्वारा निर्मित विभिन्न प्रकार की वास्तुकला और शिल्पकला के मंदिर जो की कई सदियों से यहां मौजूद है. यह मंदिर भारतीय संस्कृति का वैभव बढ़ाती हैै. यहां पर हिंदू मंदिरों के साथ-साथ जैन धर्म के तीर्थ स्थलों भी मौजूद है. आशापुरी स्थानीय संग्रहालय में लगभग 273 प्रतिमाएं भूतनाथ साइट से प्राप्त हुई है, कई प्रतिमाएं बिडला संग्रहालय एवं राज्य संग्रहालय में संग्रहित एवं प्रदर्शित की जा चुकी हैं. आपके शहर से (भोपाल) मध्य प्रदेश उत्तर प्रदेश बिहार राजस्थान उत्तराखंड हरियाणा झारखंड छत्तीसगढ़ हिमाचल प्रदेश महाराष्ट्र पंजाब भोपाल भोपाल इंदौर जबलपुर ग्वालियर अनूपपुर अलीराजपुर अशोकनगर आगर मालवा उज्जैन उमरिया कटनी खंडवा खरगोन गुना छतरपुर छिंदवाड़ा झाबुआ टीकमगढ़ डिंडोरी दतिया दमोह देवास धार नरसिंहपुर नीमच पन्‍ना बड़वानी बालाघाट बुरहानपुर बैतूल भिंड मंडला मंदसौर मुरैना रतलाम राजगढ़ रायसेन रीवा विदिशा शहडोल शाजापुर शिवपुरी श्‍योपुर सतना सागर सिंगरौली सिवनी सीहोर सीधी हरदा होशंगाबाद Bharat Jodo Yatra : राहुल गांधी के आरएसएस पर नये बयान से छिड़ा विवाद, बीजेपी ने जताया एतराज Jabalpur News: पुलिस आरक्षक भर्ती प्रक्रिया पर कोर्ट का बड़ा आदेश, MP सरकार को जारी किया नोटिस OMG : मध्य प्रदेश में शिक्षा का सच : 18 हजार सरकारी स्कूल सिर्फ एक शिक्षक के भरोसे, 12 हजार नहीं चाहते पढ़ाना मांग से सिंदूर, गले में मंगलसूत्र पहने नाजनीन बोली- मर्जी से स्वीकारा सनातन धर्म; शादी से बहुत खुश हूं Bharat Jodo Yatra : राहुल गांधी के साथ अपने खर्च पर चल रहे ग्वालियर के दंपति, रोचक फैक्ट्स जानें Gwalior Station पर टला बड़ा हादसा, Barauni Express के 3 कोच पटरे से उतरे | Latest News | News 18 Gwalior Station पर Barauni Express के 3 कोच पटरे से उतरे, टला बड़ा हादसा | Latest News | News 18 Gariaband Municipality के Vice President Surendra Sontke के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की मांग Healthy Food : जलेबी नहीं, 'जलेबी भैया की दुकान' पर मिलता है लजीज हेल्दी नाश्ता, खासियत व लोकेशन जानिए MP News : यात्रियों के लिए प्रदेश की सबसे लंबी सड़क सुरंग तैयार, पर अब रीवा में क्यों बन रहे हैं हेलीपैड? 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