तेज बुखार में भी मंकीपॉक्स का टेस्ट करवाएं मुंह-नाक के सैंपल महत्वपूर्ण पढ़ें ICMR स्टडी की महत्वपूर्ण बातें

केरल से मंकीपॉक्स से हुई मौत की जांच पर आधारित एक स्टडी की गई. आईसीएमआर-एनआईवी प्री-प्रिंट स्टडी (ICMR - NIV pre-print) ने पुष्टि की है कि मौत मंकीपॉक्स के कारण हुई थी, जिसके बाद अध्ययन में मंकीपॉक्स वायरस के पहचान करने के लिए ऑरोफरीन्जियल स्वैब (ओपीएस) और नासोफेरींजल स्वैब (एनपीएस) पर जोर दिया गया है. ऑरोफरीन्जियल स्वैब में आपके मुह को खुलवाकर सैंपल कलेक्ट किया जाता है और नासोफेरींजल स्वैब में नाक में एक स्वैब कलेक्टर को डाल कर सैंपल लिया जाता है, जैसे कोरोना वायरस के संक्रमण का पता लगाया जाता था.

तेज बुखार में भी मंकीपॉक्स का टेस्ट करवाएं मुंह-नाक के सैंपल महत्वपूर्ण पढ़ें ICMR स्टडी की महत्वपूर्ण बातें
नई दिल्ली. कोरोना महामारी से जहां पूरी दुनिया एक तरफ परेशान है तो वहीं मंकीपॉक्स के बढ़ते मामलों ने भी दुनिया को सतर्क किया है. एक अध्ययन में कहा गया है कि उन लोगों में मंकीपॉक्स वायरस का पता लगाने के लिए ऑरोफरीन्जियल स्वैब (ओपीएस) और नासोफेरींजल स्वैब (एनपीएस) महत्वपूर्ण हैं, जैसा कोरोना महामारी के दौरान जांच किया जाता है. स्टडी के मुताबिक ऐसी जांच उनके लिए हो जिनके त्वचा पर कोई सक्रिय घाव नहीं है. अध्ययन में यह भी कहा गया है कि मंकीपॉक्स के जांच के लिए यूरिन सैंपल भी महत्वपूर्ण होना चाहिए. केरल से मंकीपॉक्स से हुई मौत की जांच पर आधारित एक स्टडी की गई. आईसीएमआर-एनआईवी प्री-प्रिंट स्टडी (ICMR – NIV pre-print) ने पुष्टि की है कि मौत मंकीपॉक्स के कारण हुई थी, जिसके बाद अध्ययन में मंकीपॉक्स वायरस के पहचान करने के लिए  ऑरोफरीन्जियल स्वैब (ओपीएस) और नासोफेरींजल स्वैब (एनपीएस) पर जोर दिया गया है. ऑरोफरीन्जियल स्वैब में आपके मुह को खुलवाकर सैंपल कलेक्ट किया जाता है और नासोफेरींजल स्वैब में नाक में एक स्वैब कलेक्टर को डाल कर सैंपल लिया जाता है, जैसे कोरोना वायरस के संक्रमण का पता लगाया जाता था. अध्ययन  से यह निष्कर्ष निकलता है कि “यह मामला उन लोगों में जांच करने के लिए है, जिनपर संदेह हो कि यह इस बीमारी के प्रकोप में है जैसे एक्सनथेमेटस बुखार वाले या जो ऐसे हो मंकीपॉक्स के प्रकोप वाले देशों से लौटे हो. भारत ने अब तक जुलाई-सितंबर 2022 में केरल और नई दिल्ली से मंकीपॉक्स वायरस के ग्यारह सकारात्मक मामले दर्ज किए हैं. जबकि नौ मंकीपॉक्स के मामले पूरी तरह से ठीक हो गए हैं, एक मामला अभी भी अलगाव में है, जबकि एक ने इस बीमारी के कारण दम तोड़ दिया था. केरल के सभी पुष्ट पांच मामले संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के यात्री थे. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी | Tags: ICMR, Keral, MonkeypoxFIRST PUBLISHED : September 14, 2022, 22:15 IST